दिव्य स्त्री रसायन वटी के फायदे और नुकसान ( Divya stri rasayan vati ) : स्त्री रसायन वटी के क्या फायदे हैं, दिव्य स्त्री रसायन वटी एक आयुर्वेदिक दवा है जिसे बिना डॉक्टर के पर्चे के भी उपयोग किया जा सकता है। दिव्य स्त्री रसायन वटी बहुत से प्राकृतिक घटकों से निर्मित है जिसका उपयोग मुख्यतः महिलाओं में होने वाले शारीरिक रोगों के उपचार के लिए किया जाता है।
दिव्य पतंजलि स्त्री रसायन वटी की खुराक व्यक्ति की आयु, लिंग और स्वास्थ्य के अनुसार दी जाती है। दिव्य स्त्री रसायन वटी के बेहतर परिणामों के लिए दिव्य स्त्री रसायन वटी निर्धारित खुराक का इस्तेमाल करना जरुरी होता है। दिव्य स्त्री रसायन वटी की खुराक, दिव्य स्त्री रसायन वटी के फायदे और दिव्य स्त्री रसायन वटी के नुकसान की पूरी जानकारी नीचे दी गयी है –
दिव्य स्त्री रसायन वटी घटक | Divya stri rasayan vati ingredients in hindi
दिव्य स्त्री रसायन वटी के घटक है –
दिव्य स्त्री रसायन वटी की खुराक | Divya stri rasayan vati uses in hindi
दिव्य स्त्री रसायन वटी के बेहतर परिणामों के लिए दिव्य स्त्री रसायन वटी की निर्धारित खुराक का इस्तेमाल करना जरुरी है। दिव्य स्त्री रसायन वटी का उपयोग ( Divya stri rasayan vati uses in hindi ) वयस्क महिलाओं के लिए है। दिव्य स्त्री रसायन वटी की खुराक खाना खाने के बाद लेनी चाहिए। दिव्य स्त्री रसायन वटी गोलियों के रूप में होती है जिसका सेवन दूध के साथ किया जा सकता है। दिव्य स्त्री रसायन वटी का सेवन दिन में दो बार किया जाना चाहिए। दिव्य स्त्री रसायन वटी की एक बार में केवल एक गोली का सेवन करें तथा एक दिन में केवल 2 दिव्य स्त्री रसायन वटी की गोलियों का सेवन करें। दिव्य स्त्री रसायन वटी की खुराक की अवधि व्यक्ति से स्वास्थ्य के अनुसार तय की जाती है।
दिव्य स्त्री रसायन वटी के फायदे और नुकसान | Divya stri rasayan vati benefits and side effects in hindi
दिव्य स्त्री रसायन वटी के फायदे (Divya stri rasayan vati benefits in hindi)
मासिक धर्म संबंधी समस्याएं
दिव्य स्त्री रसायन वटी के फायदे ( Divya stri rasayan vati ke fayde ) – पतंजलि दिव्य स्त्री रसायन वटी के फायदे मासिक धर्म (पीरियड्स) संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए है। मासिक धर्म में होने वाली परेशानियां एक सामान्य समस्या है जो अधिकांश महिलाओं में देखी जा सकती है। दिव्य स्त्री रसायन वटी ऐसे तत्वों से भरपूर है जो मासिक धर्म संबंधी सभी परेशानियों को दूर करने में सहायक है। मासिक धर्म के दौरान किसी भी तरह की परेशानी होने पर दिव्य स्त्री रसायन वटी की निर्धारित खुराक का इस्तेमाल करें इससे फायदा होगा।
पीरियड्स में दर्द
पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द को ख़त्म करने के लिए दिव्य स्त्री रसायन वटी काफी कारगर है। पीरियड्स में दर्द होना आम बात है जो लगभग सभी महिलाओं में देखी जाती है लेकिन कुछ महिलाओं में यह समस्या बहुत अधिक बढ़ जाती है उनको दिव्य स्त्री रसायन वटी के सेवन की सलाह दी जाती है। दिव्य स्त्री रसायन वटी के नियमित सेवन से पीरियड्स में होने वाले दर्द में राहत मिलती है।
अधिक ब्लीडिंग
मासिक धर्म में अधिक ब्लीडिंग होने की समस्या को दूर करने के लिए दिव्य स्त्री रसायन वटी उपयोगी है। पीरियड्स में ज्यादा ब्लीडिंग होने के कई कारण हो सकते है जो पेट दर्द और अधिक बढ़ा देता है। दिव्य स्त्री रसायन वटी में अश्वगंधा, आंवला जैसे बहुत से आयुर्वेदिक तत्व पाए जाते है जो पीरियड्स में अधिक ब्लीडिंग की परेशानी को खत्म करने में असरदार है। पीरियड्स के दौरान अधिक ब्लीडिंग की परेशानी को दूर करने के लिए दिव्य स्त्री रसायन वटी का सेवन करें इससे लाभ होगा।
महिलाओं में योनि संक्रमण
महिलाओं में योनि संक्रमण होने पर दिव्य स्त्री रसायन वटी के उपयोग की सलाह दी जाती है। योनि संक्रमण अधिकांश महिलाओं में देखी जाने वाली समस्या है। मासिक धर्म, सेक्स, इंफेक्शन, दवाइयों के साइड इफेक्ट्स योनि में संक्रमण होने के मुख्य लक्षण है जिससे छुटकारा पाने के लिए दिव्य स्त्री रसायन वटी का इस्तेमाल किया जाता है। योनि संक्रमण होने पर नियमित रूप से दिव्य स्त्री रसायन वटी का सेवन करें।
दिव्य स्त्री रसायन वटी के नुकसान (Divya stri rasayan vati side effects in hindi)
दिव्य स्त्री रसायन वटी के नुकसान ( Divya stri rasayan vati ke nuksan ) – दिव्य स्त्री रसायन वटी एक आयुर्वेदिक दवा है जिसके अधिक दुष्प्रभावों की पुष्टि नहीं की गयी है। दिव्य स्त्री रसायन वटी केवल महिलाओं के लिए है पुरुषों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए। दिव्य स्त्री रसायन वटी को बच्चों के सम्पर्क में न आने दें यह बच्चों के लिए हानिकारक है। गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं को दिव्य स्त्री रसायन वटी का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। किसी रोग या एलर्जी के दौरान दिव्य स्त्री रसायन वटी का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।