जमीन पर बैठने के फायदे (benefits of sitting on the floor)

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जमीन पर बैठने के फायदे (benefits of sitting on the floor in hindi)

जमीन पर बैठने के फायदे : जमीन पर बैठने के फायदे (jamin par baithne ke fayde in hindi) जमीन में बैठकर खाना खाने की यह परम्परा कई देशों में सदियों से चली आ रही है।इससे हमारी सेहत को कई तरह के स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होते हैं। Benefits of sitting on the ground in hindi

जमीन पर बैठने के फायदे (benefits of sitting on the floor in hindi)

  • जमीन पर बैठने से हमारी रीढ़ की हड्डी को आराम मिलता है और इसके खिंचाव से शरीर में लचीलापन भी बढ़ता है।
  • जमीन पर बैठना एक आसन की मुद्रा होती है। जमीन पर बैठने की मुद्रा हमें शांत रहने में भी मदद करती है। जमीन में बैठने की मुद्रा से हमें मानसिक सुख और शांति मिलती है।
  • जमीन में बैठने से हमारे कंधे पीछे की तरफ को खींचते हैं जिससे हमारी भीतरी मांसपेशियों में मजबूती मिलती है।
  • जमीन में बैठने से हमारी पीठ की दर्द भी दूर हो जाती है। जमीन पर आलथी-पालथी बैठने से हमारे कूल्हे की मांसपेशियां, पैर भी मजबूत होते हैं। जिससे हमारा शरीर मजबूत बनता है यही मजबूती हमें खड़े होने में मदद करती है।
  • जमीन में बैठकर खाने से हमारी पाचन क्रिया सही तरह से काम करती है जिससे हमारा खाना पचने लगता है। जब हम जमीन में बैठ कर खाना खाते हैं तो जब हमारी पेट की मांसपेशियां आगे पीछे होती हैं जिस कारण हमारे पेट में एसिड बढ़ता है जो हमारे उचित पाचन के लिए आवश्यक है।
  • जमीन में बैठने से हमारा वजन भी नियंत्रित रहता है। घर के सभी लोगों के साथ जमीन में बैठकर खाना खाने या बातें करने से आपसी संबंध मजबूत होते हैं।
  • जमीन में बैठने से हमारा ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है जिससे हमारा दिल सेहतमंद होता है और इससे दिल की बीमारियों का होने का खतरा भी कम रहता है।
  • जमीन में बैठने तथा खाना खाने से हमारा बॉडी पोस्चर यानि कि आसन बेहतर होता है स्वस्थ शरीर के लिए सही पोस्चर जरूरी है। इससे हमारे व्यक्तित्व में भी निखार आता है।
  • लगातार कुर्सी में बैठने से हमारे पैर कमजोर होने लगते हैं ऐसा तब होता है जब हमारे घुटने के पीछे की नस कठोर हो जाती है। इसलिए हमें अपने पैरों को मजबूती प्रदान करने के लिए जमीन पर ही बैठना चाहिये।
  • एक शोध में पाया गया है कि जो लोग जमीन में बैठते हैं उनकी लम्बी उम्र होती है। जमीन में बैठने हमारा एक तरह से योग भी हो जाता है।

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  • जमीन में बैठने से हमारे शरीर में खून का दौर बढ़ता है, खून का दौर बढ़ने से हमारा दिल तेजी से काम करने लगता है जिससे मेटाबॉलिज्म बढ़ जाती है तथा कैलोरी भी जल्द खर्च होने लगती है।
  • जमीन में बैठना सिर्फ खाना खाना ही नहीं है यह एक प्रकार से योगाभ्यास भी है जिसे सुखासन या पद्मासन भी कहा जाता है। सुखासन करने से चिंता और अवसाद में बहुत हद तक आराम मिलता है। यह आसन हमारे शरीर के स्वास्थ्य के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है।
  •  जमीन में बैठने से हमारी रीढ़ की हड्डी के निचले हिस्से में जोर पड़ता है जिस कारण हमें आराम मिलता है। ऐसा करने से हमारी सांसें थोड़ा धीमी होती हैं तथा मांसपेशियों का खिंचाव भी कम होता है और रक्तचाप भी कम होता है।
  • जमीन में बैठकर ध्यान करना हमारे योग के लिए एक उपयोगी आसन है। जमीन में बैठकर ध्यान करने से हमारी मन की चंचलता कम होती है तथा दिमाग तेज होता है।
  •  जमीन में बैठकर भद्रासन करने से हमारी प्रजनन शक्ति बढ़ती है, सिर दर्द, कमरदर्द, आँखों की कमजोरी, नींद न आना और बार बार हिचकियाँ आना भी हम जमीन में भद्रासन करके दूर कर सकते हैं।
  •  जमीन में बैठकर खाने से हमारी पेट और पीठ की मांसपेशियों में लचक बनी रहती है, जो की हमारी भूख को बढ़ाती है। जमीन में बैठकर खाना खाने से हमारा शरीर खाने के सारे पोषक तत्व अधिक सहजता से ग्रहण करता है।

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