निरोगी काया के लिए अपनाएं ये 6 नियम

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निरोगी काया के लिए अपनाएं यह 6 नियम

निरोगी काया के लिए अपनाएं ये 6 नियम : आज कल की भागदौड़, प्रदूषित वातावरण और अनहेल्थी खान-पान से भरी ज़िंदगी में कौन निरोगी नहीं रहना चाहता है लेकिन अनियमित लाइफ-स्टाइल के कारण हेल्थी रहना काफी मुश्किल होता जा रहा है पर आप अपने डेली रुटीन में छोटे-मोटे कुछ बदलाव करके अपने अनहेल्थी लाइफ-स्टाइल को एक हेल्थी लाइफ-स्टाइल में बदल सकते हैं। Follow these 6 rules for a healthy body in hindi.

रोजाना कम से कम 30 मिनट टहलें

 रोजाना कम से कम 30 मिनट टहलें

  • रोजाना कम से कम 30 मिनट तक टहलना स्वास्थ्य के लिए काफी गुणकारी होता है। रोजाना टहलने से शरीर में रक्त का संचरण बढ़ता है जिससे हृदय स्वस्थ रहता है और हृदय में ब्लॉकेज और अटैक की सम्भावना काफी कम हो जाती है।
  • हाथ पैर की मांसपेशियाँ और हड्डियाँ मजबूत होती हैं, जोड़ों में दर्द और पैरों में जकड़न आदि की समस्या से निजात मिलती है। साथ ही दिमाग शांत और टेंशन, डिप्रेशन आदि भी कम होता है। टहलना एक बेहतरीन एक्सरसाइज है और यह भी जिम जाकर वर्कआउट करने जितनी ही फायदेमंद होती है।
  • साथ ही रोजाना टहलने से वजन नियंत्रित रहता है, स्टेमिना बढ़ता है और फेफड़े मजबूत होते हैं, जिससे भारी-भरकम और मेहनत वाला काम करने पर भी आपको साँस फूलना आदि की समस्या नहीं होगी। कई रिसर्च में यह भी दावा किया गया है कि रोजाना टहलने वाले लोग, न टहलने वालों की तुलना में ज्यादा अधिक जीते हैं। अधिक जानकारी के लिए पढ़ें – पैदल चलने के फायदे और नुकसान

खाने को पानी की तरह खाएं और पानी को खाने की तरह पियें

खाने को पानी की तरह खाएं और पानी को खाने की तरह पियें

  • बात सुनने में काफी अजीब लगती है कि खाने को पानी की तरह कैसे खा सकते हैं और पानी को खाने की तरह कैसे पी सकते हैं तो जवाब ये है कि जानकार मानते हैं कि खाने को इतनी देर तक चबाना चाहिए की खाना पानी की तरह लिक्विड फॉर्म में बदल जाये और पानी को धीरे-धीरे ऐसे पीना चाहिए कि पानी को चबा-चबा कर खाने वाली फीलिंग आये इसका फायदा ये है कि खाने के लिक्विड फॉर्म में बदल जाने से खाना पेट में जाकर आसानी से पच जाता है जिसे अपच, गैस और कब्ज आदि पेट सम्बन्धी विकार नहीं होते हैं।
  • सारी बीमारियों की जड़ पेट ही होता है और अगर पेट सही होता है तो कई तरह की बीमारियों से आपका शरीर स्वस्थ रहता है। साथ ही ज्यादा देर तक खाना चबाने से दिमाग को यह सिग्नल पहुँच जाता है कि पेट भर गया है। करीब 20 मिनट बाद दिमाग को यह सिग्नल पेट द्वारा दिया जाता है कि अब पेट भर चुका है तो अगर आप खाने को बिना अच्छे से चबाये जल्दी-जल्दी खा लेते हैं तो आपके दिमाग को यह पता चले कि पेट भर गया है से पहले ही आप ओवर ईटिंग कर चुके होते हैं। तो खाने को देर तक चबा-चबा कर खाने का यह भी फायदा है कि आप उतना भोजन करेंगे जितना पेट भरने के लिए आवश्यक है ऐसा करने से आपका वजन नियंत्रित रहेगा साथ ही पेट भी स्वस्थ रहेगा।
  • खाना सदैव शांत माहौल में, बिना किसी से बात करते हुए और न ही मोबाइल या टीवी देखते हुए करना चाहिए। आपका पूरा ध्यान सिर्फ और सिर्फ भोजन पर ही केंद्रित होना चाहिए।
  • पानी हमेशा बैठ कर, हल्के-हल्के, सामान्य तापमान और ऐसे पिएं जैसे आप पानी को चबा रहे हैं, ऐसा करने से पानी से आपके पेट को नुकसान नहीं पहुंचेगा। खाना खाने के 30 मिनट पहले या 30 मिनट बाद ही पानी पियें। अधिक जानकारी के लिए पढ़ें – आयुर्वेद के अनुसार पानी पीने का सही तरीका क्या है

रोज पियें निम्बू, अदरक, शहद और काली मिर्च का गुनगुना पानी

रोज पियें निम्बू, अदरक, शहद और काली मिर्च का गुनगुना पानी

  • रोजाना निम्बू, अदरक, शहद और काली मिर्च का गुनगुना पानी पिने से आपका इम्युनिटी सिस्टम स्ट्रांग होता है साथ ही गले सम्बन्धी कई विकारों से मुक्ति मिलती है छोटे-मोटे वायरल बुखार, खांसी आदि का भय कम होता है और आप स्वस्थ रहते हैं।
  • निम्बू, अदरक, शहद और काली मिर्च इन सभी में एंटी बेक्टेरियल और एंटी वाइरल गुण पाए जाते हैं जो सामान्य खांसी, जुकाम आदि से शरीर को सुरक्षित रखते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। मौसम बदलने पर होने वाली सामान्य बीमारियों की समस्या को भी दूर करते हैं, श्वास सम्बन्धी विकारों से मुक्ति दिलाते हैं।
  • साथ ही सुबह-सुबह गुनगुना पानी पेट को आराम पहुंचाता है, निम्बू, अदरक, शहद और काली मिर्च शरीर से टॉक्सिन पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं और शरीर को फिट रखते हैं।

नियमित रूप से करें मुँह की सफाई

नियमित रूप से करें मुँह की सफाई

  • सारी बीमारियों की जड़ होता है पेट और पेट में बीमारी पहुँचने का जरिया होता है मुँह, तो मुँह को साफ और स्वस्थ्य रखना अति आवश्यक होता है इसलिए दांत और जीभ की नियमित रूप से सफाई करनी चाहिए। कई सारे बैक्टीरिया मुंह के माध्यम से ही शरीर में प्रवेश करते हैं तो इसलिए मुंह का साफ होना काफी आवश्यक होता है।
  • साथ ही मुंह साफ करने से दांत में कीड़ा नहीं लगता है, जीभ पर बैक्टीरिया नहीं पनपते हैं और मुंह से दुर्गन्ध भी नहीं आती है इसका यह लाभ भी है कि श्वास सम्बन्धी बिमारियों का खतरा भी कम होता है इसलिए रोज ब्रश करें और टंग क्लीनर से जीभ को नियमित रूप से साफ करें।

सिर और शरीर की करें तेल मालिश

सिर और शरीर की करें तेल मालिश

  • सिर और शरीर की तेल मालिश करना भी अति आवश्यक होता है रोजाना ऐसा करना हो सकता है कि आपके लिए संभव न हो तो जब भी मौका मिले सिर और शरीर की तेल से मालिश अवश्य करें इसके लिए आप सरसों, बादाम या नारियल आदि के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं सभी तेलों की अपनी-अपनी खासियत होती हैं।
  • तेल मालिश करने से नसों में रक्त का संचरण बढ़ता है और नशों को मजबूती मिलती है साथ ही वायु पित्त विकार, अनिद्रा, डिप्रेशन आदि कई विकारों से शरीर को मुक्ति मिलती है। सिर की मालिश करने से मन शांत, टेंसन मुक्त और केंद्रित रहता है जिससे रात में अच्छी नींद आती है। बालों के जड़ो को मजबूती मिलती है और बाल काले और घने होते हैं।
  • तेल की मालिश से त्वचा का रूखापन भी दूर होता है, साथ ही त्वचा कोमल और चमकदार बनती है साथ ही त्वचा के रोम छिद्र भी खुल जाते हैं जिससे त्वचा को कई लाभ होते हैं। नहाने से पहले त्वचा की तेल मालिश करने से नहाते वक्त त्वचा पर स्थित डेड सेल्स और गंदगी आसानी से साफ हो जाती है जोकि स्वस्थ त्वचा के लिए अति आवश्यक है।

खूब मुस्कुराए, पॉजिटिव रहें और डिप्रेशन से रहें दूर

खूब मुस्कुराए, पॉजिटिव रहें और डिप्रेशन से रहें दूर

  • मुस्कुराने यानि की हंसने से शरीर स्वस्थ, दिमाग चिंता मुक्त और शांत रहता है। कई शोधों में यह प्रमाणित हो चूका है कि हंसने से न ही आप सिर्फ आपकी सोच पॉजिटिव होती है बल्कि आपको कई स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं। हंसने से तनाव कम होता है, शरीर में ऑक्सीजन का लेवल बढ़ता है, हृदय और फेफड़े स्वस्थ रहते हैं, शरीर में ब्लड सर्कुलेशन भी बढता है जोकि स्वस्थ्य शरीर के लिए अति महत्वपूर्ण है।
  • अपनी सोच को हमेशा पॉजिटिव रखें, नकारात्मक बातों कर नकारात्मक लोगों से जितना संभव हो उतना दूर रहें। दिमाग में हमेशा अच्छे ख्याल लाएं और बुरी से बुरी स्थिति में आपने आपको पॉजिटिव रखें और समस्या से डरने के बजाय समस्या का समाधान ढूंढें, आवश्यकता हो तो अपने शुभचिंतकों को अपनी समस्या बताएं और उनकी मदद लेने से बिलकुल भी न हिचकिचाए।
  • मित्रों और परिवार के साथ वक्त बिताएं और काम में ही न लगे रहें, अपने और अपने चाहने वालों के लिए रोजाना कुछ वक्त अवश्य निकालें और संभव हो तो दिन में कम से कम अपनी कोई एक हॉबी के लिए वक्त जरूर निकालें यह आपको सकारात्मक भी रखेगा, साथ ही नयी ऊर्जा और एकाग्रता से काम करने में भी मदद करेगा।

आपकी रोजमर्रा की ज़िंदगी में किये गए यह छोटे से बदलाव आपको लम्बी, आरामदायक और स्वस्थ ज़िंदगी दे सकते हैं।

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