शरीर की गांठों का आयुर्वेदिक उपचार

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शरीर की गांठों का आयुर्वेदिक उपचार

शरीर की गांठों का आयुर्वेदिक उपचार (sharir ki gaanthon ka ayurvedic upchar) : शरीर में गांठों का आयुर्वेदिक उपचार बहुत ही आसान है, शरीर में गांठ होने के कई कारण हो सकते है जिन्हें सामान्य भाषा में गठान व रसौली कहा जाता है। शरीर में होने वाली इन गांठों के परिणाम कम और बहुत गंभीर भी हो सकते है।

शरीर में होने वाली गांठों को जरा भी नजरअंदाज न करें क्योंकि इसके परिणाम कैंसर जैसी गंभीर बीमारी भी हो सकते है और दिए गए आयुर्वेदिक उपचारों को अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। शरीर की गाठों का आयुर्वेदिक उपचार की संपूर्ण जानकारी आगे दी गयी है –

शरीर की गाठों का आयुर्वेदिक उपचार ( Ayurvedic treatment of body lipoma in hindi )

  • निर्गुण्डी शरीर में होने वाली गांठो के उपचारों के लिए अपनायी जाने वाले सबसे असरदार आयुर्वेदिक दवाओं में से एक है। शरीर में किसी भी प्रकार की गाँठ होने पर निर्गुण्डी का 20 से 25 मिली की मात्रा में काढ़ा लें और इसमें 1 से 5 मिली अरंडी का तेल मिलाएं। इस मिश्रण को अच्छी तरह मिला लेने के बाद इसका थोड़ा-थोड़ा सेवन करें इससे गांठ ठीक होने में मदद मिलेगी।
  • शरीर में गाठों से परेशान रोगियों के लिए आकडे का दूध फायदेमंद होता है। शरीर में किसी भी प्रकार की गांठ होने पर आकडे के दूध को लेकर उसमें थोड़ा मिट्टी मिलाकर संक्रमित भाग पर लगाए इससे गांठ खत्म हो जाती है।
  • शरीर में होने वाली गांठों से छुटकारा पाने के लिए कचनार की छाल व गोरखमुंडी का इस्तेमाल करना लाभदायक होता है। गाठों की परेशानी को दूर करने के लिए 25 से 30 ग्राम कचनार की ताज़ी सूखी छाल को मोटा-मोटा कूटकर इसका चूर्ण बना लें। अब कचनार के चूर्ण को एक गिलास पानी में डालकर उबालें और अच्छी तरह उबल जाने के बाद इसमें एक चम्मच गोरखमुंडी डाले और इसे भी कुछ समय के लिए उबाले। इस मिश्रण को छान लें और दिन में दो बार सेवन करें ऐसा करने से गले, जांघ, प्रोस्टेट, हाथ, कांख, गर्भाशय, टॉन्सिल, थायराइड और स्तन के विकारों से उत्पन्न गाठों को दूर किया जा  सकता है।
  • शरीर की गांठों का आयुर्वेदिक उपचार में गेहूं के आटे का उपयोग किया जा सकता है, गेहूं के आटे में पानी डालकर उसमें पापड़खार मिला लें। अच्छी तरह मिला लेने के बाद इस मिश्रण का सेवन करें इससे शरीर में होने वाली किसी भी प्रकार की गांठ से बचा जा सकता है।
  • अरंडी का उपयोग शरीर में होने वाली गांठों के उपचार के लिए हितकारी मानी जाती है। शरीर में होने वाली गांठों को खत्म करने के लिए अरंडी के बीज और हरड़े की समान मात्रा लेकर पीस लें। इस मिश्रण को एक साफ कपड़ा लेकर गांठ बने भाग पर बांधने से गांठ ठीक हो जाती है।
  • शरीर में चर्बी की गांठ के इलाज के लिए हल्दी काफी हितकारी मानी जाती है, हल्दी पाउडर में बराबर मात्रा में पानी मिलाएं। इस पेस्ट को गांठ पर लगभग 10 से 15 मिनट तक लगाए और समय पूरा हो जाने के बाद इसे पानी से धो लें इससे रोगी को लाभ होता है। इसके अलावा हल्दी वाला दूध पीने से भी चर्बी की गांठ को ठीक किया जा सकता है।
  • चर्बी की गांठ को ठीक करने के लिए नींबू का उपयोग करना लाभकारी होता है, नींबू के रस और पानी को बराबर मात्रा में मिलाकर इसे गांठ पर लगाएं और इसे सूखने दें ऐसा रोजाना दो से तीन बार करने से गांठ के रोगियों को लाभ होता है। इसके अलावा नींबू का जूस पीने से भी गांठ की समस्या को दूर किया जा सकता है।
  • शरीर में चर्बी की गांठ बनने पर सिरके का इस्तेमाल करें, सिरके और पानी की समान मात्रा लेकर इसे साफ सूती के कपड़े से गांठ पर लगाए। अब इस मिश्रण के सूख जाने के बाद इसे गुनगुने पानी से धों लें। इससे गांठ खत्म हो जाती है।

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