Divya Swasari Pravahi uses in hindi | उपयोग, फायदे, नुकसान

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Divya Swasari Pravahi uses in hindi | उपयोग, फायदे, नुकसान

Divya Swasari Pravahi uses in hindi ( दिव्य स्वसारी प्रवाही ) : Divya Swasari pravahi uses in hindi में Swasari pravahi से संबंधित सभी जानकारियां शामिल है। Swasari pravahi एक आयुर्वेदिक दवा है जिसका इस्तेमाल बिना डॉक्टर के पर्चे के किया जा सकता है। Swasari pravahi बहुत से प्राकृतिक घटकों से निर्मित है जिसका उपयोग मुख्यतः सर्दी-जुकाम के उपचार के लिए किया जाता है।

Patanjali Divya Swasari pravahi की खुराक व्यक्ति की आयु, लिंग और स्वास्थ्य के अनुसार दी जाती है। Patanjali Divya Swasari pravahi की निर्धारित खुराक के इस्तेमाल से अच्छे परिणाम प्राप्त की जा सकते है। Swasari pravahi के उपयोग, फायदे और नुकसान की पूरी जानकारी नीचे दी गयी है-

स्वसारी प्रवाही के घटक

स्वसारी प्रवाही के घटक है –

  • मुक्ताशक्ति भस्म
  • अभ्रक भस्म
  • अदरक
  • लौंग

दिव्य स्वसारी प्रवाही लेने की विधि | Divya Swasari pravahi uses in hindi

पतंजलि दिव्य स्वसारी प्रवाही के फायदे जानने से पहले स्वसारी प्रवाही लेने की विधि (Swasari pravahi uses in hindi) जान लें। स्वसारी प्रवाही के अच्छे परिणामों के लिए स्वसारी प्रवाही की निर्धारित खुराक का इस्तेमाल करना जरूरी होता है। स्वसारी प्रवाही वयस्क और बुजुर्गों के लिए है। स्वसारी प्रवाही की खुराक खाना खाने से पहले ली जानी चाहिए। स्वसारी प्रवाही पाउडर के रूप में होती है जिसका सेवन शहद के साथ मिलाकर किया जाना चाहिए। स्वसारी प्रवाही की खुराक दिन में दो बार ली जानी चाहिए। स्वसारी प्रवाही की खुराक की मात्रा और अवधि व्यक्ति के स्वास्थ्य के अनुसार तय की जाती है।

दिव्य स्वसारी प्रवाही के फायदे और नुकसान | Divya Swasari pravahi benefits and side effects in hindi

स्वसारी प्रवाही के फायदे ( Swasari pravahi benefits in hindi)

सर्दी-जुकाम

पतंजलि स्वसारी प्रवाही के फायदे सर्दी-जुकाम के उपचार के लिए है। सर्दी-जुकाम एक सामान्य समस्या है। नाक बहना, बार-बार छींके आना नाक बंद होना सर्दी-जुकाम के प्रमुख लक्षण है। स्वसारी प्रवाही को सर्दी-जुकाम के उपचार के लिए काफी उपयोगी माना जाता है। सर्दी-जुकाम होने पर स्वसारी प्रवाही की निर्धारित खुराक का सेवन करें इससे फायदा होगा।

दमा

दमा के रोगियों के लिए स्वसारी प्रवाही को हितकारी है। दमा को अस्थमा भी कहा जाता है जो वायुमार्ग में होने वाला एक इंफ्लेमेटरी रोग है। सांस लेने में तकलीफ होना और सीने में दर्द होना दमा के प्रमुख लक्षण है। दमा के रोगियों को स्वसारी प्रवाही का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। स्वसारी प्रवाही की निर्धारित खुराक के इस्तेमाल से दमा में आराम मिलता है।

खांसी

खांसी के उपचार के लिए स्वसारी प्रवाही बेहद मददगार है। ठंड लगना, रोगाणु और श्वासनली में मौजूद बलगम खांसी होने के प्रमुख लक्षण है। स्वसारी प्रवाही में अदरक और लौंग जैसे तत्व पाए जाते है जो खांसी को तुरंत ठीक करने में सहायक होते है। खांसी होने पर रोजाना नियमित रूप से शहद के साथ स्वसारी प्रवाही का सेवन करें इससे खांसी जल्द ही ठीक हो जाएगी।

ब्रोंकाइटिस

ब्रोंकाइटिस के इलाज के लिए स्वसारी प्रवाही काफी प्रभावी है। ब्रोंकाइटिस के दौरान छाती में सूजन, जलन और बलगम की समस्या उत्पन्न हो सकती है जिनसे निजात दिलाने में स्वसारी प्रवाही का उपयोग करने की सलाह दी जाती है। स्वसारी प्रवाही की निर्धारित खुराक के इस्तेमाल से ब्रोंकाइटिस की समस्या से बचा जा सकता है।

गले में खराश

स्वसारी प्रवाही के फायदे गले में खराश की परेशानी को दूर करने के लिए है। ठंड की वजह से या किसी अन्य कारण से गले में होने वाली खराश को दूर करने में स्वसारी प्रवाही लाभकारी है। गले में खराश होने पर स्वसारी प्रवाही को शहद के साथ नियमित रूप से सेवन करें इससे गले में होने वाली खराश जल्द ही ठीक हो जाएगी।

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पतंजलि स्वसारी प्रवाही के नुकसान (Swasari pravahi side effects in hindi)

स्वसारी प्रवाही के उपयोग जानने के अलावा स्वसारी प्रवाही के नुकसान (Swasari pravahi side effects in hindi) भी अवश्य जान लें। आयुर्वेदिक होने के कारण स्वसारी प्रवाही के अधिक दुष्प्रभाव नहीं देखे जा सकते है लेकिन आवश्यकता से अधिक और स्वसारी प्रवाही के गलत इस्तेमाल से शरीर को नुकसान हो सकता है। गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं को स्वसारी प्रवाही का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। किसी रोग या एलर्जी के इलाज के दौरान स्वसारी प्रवाही का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।

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