कुलथी दाल के फायदे – Benefits of Kulthi Dal

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कुलथी दाल के फायदे - Benefits of Kulthi Dal

कुलथी दाल के फायदे ( kulthi dal ke fayde ) : कुलथी एक प्रकार की दाल है, जिसे दक्षिण भारत की महत्वपूर्ण फसल माना जाता है। कुलथी का रंग गहरा भूरा होता है और यह देखने में मसूर की दाल की तरह लगती है। कुलथी को अंग्रेजी में हार्स ग्राम (Horse-Gram) के नाम से जाना जाता है और कुलथी की तासीर गर्म होती है। दक्षिण भारत की महत्वपूर्ण फसल होने के कारण दक्षिण भारत के कुछ प्रमुख व्यंजनों जैसे रसम आदि बनाने के लिए कुलथी दाल को प्रयोग में लाया जाता है।

कुलथी दाल को अपने औषधीय गुणों के कारण बहुत ही लाभकारी माना जाता है। दरअसल कुलथी दाल में पाए जाने वाले पोषक तत्व, सेहत के साथ शरीर को कई शारीरिक बीमारियों से भी बचाते हैं और बीमारी की अवस्था में बीमारी के लक्षणों को कम कर, शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं। आइए विस्तार में जाने हमारे इस आर्टिकल से कुलथी दाल के फायदे के बारे में।

कुलथी दाल के अन्य भाषाओं में नाम

कुलथी दाल को हिंदी में कुलथी व कुरथी, संस्कृत में कुलत्थिका व कुलत्थ, गुजराती में कुलाथी व कुलीत, तमिल में कोल्लु, बंगाली में कुर्तीकलाई, मराठी में कुलित्थ व कुलथी, पंजाबी में कुलत्थ और नेपाली में गहत कहा जाता है।

भारत में कुलथी दाल की खेती

भारत में कुलथी दाल की खेती मुख्य रूप से कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, ओडिशा एवं तमिलनाडु के अलावा छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में की जाती है।

कुलथी दाल में पाए जाने वाले पोषक तत्व

कुलथी दाल में प्रोटीन, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, आयरन, कैल्शियम और फास्फोरस जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं।

कुलथी दाल के सेवन का तरीका

  • कुलथी दाल को अन्य दाल की तरह बनाकर खा सकते हैं। इसके लिए आप आवश्यकतानुसार कुलथी दाल को रातभर पानी में भिगोकर रख दें और फिर अगले दिन बनाएं।
  • कुलथी दाल का अंकुरित रूप में भी सेवन किया जा सकता है।
  • कुलथी दाल की रोटियां बनाकर भी सेवन किया जा सकता है। इसके लिए आप सबसे पहले कुलथी दाल को आटे की तरह पीस लें और उसके बाद इसकी रोटियां बना लें।
  • कुलथी की दाल का इस्तेमाल कर, लड्डू भी बनाए जा सकते हैं।

कुलथी की दाल के फायदे ( Benefits of Kulthi Dal in hindi )

  1. बढ़ते वजन को कम करने के लिए कुलथी दाल का सेवन फायदेमंद होता है। दरअसल कुलथी दाल में फाइबर की भरपूर मात्रा पायी जाती हैं, जो पेट को लम्बे समय तक भरा हुआ रखने में मदद करती है और अनियमित भूख को नियमित करने में सहायक होती है, जो वजन कम करने में मदद करती है। इसके अलावा कुलथी दाल में कैलोरी की मात्रा भी कम पायी जाती हैं, जो वजन को नियंत्रित रखने में सहायक होती है।
  2. सामान्य बुखार जैसे सर्दी-खांसी और जुकाम में भी कुलथी दाल का सेवन अच्छा होता हैं। दरअसल कुलथी दाल की तासीर गर्म होती है इसलिए कुलथी दाल का पानी सर्दी-खांसी, जुकाम और गले के संक्रमण से छुटकारा दिलाने में मदद करता है।
  3. कुलथी दाल में मौजूद फाइबर, पाचन स्वास्थ्य के लिए प्रमुख घटक के रूप में कार्य करता है। जो पाचन में सुधार कर, भोजन को अच्छे से पचाने का कार्य करता है और पाचन तंत्र को स्वस्थ व मजबूत बनाए रखने में सहायक होता है। इसके अलावा फाइबर कब्ज, अपच और गैस जैसी अन्य पेट समस्याओं को भी दूर करता है।
  4. त्वचा स्वास्थ्य के लिए भी कुलथी दाल का इस्तेमाल किया जा सकता है। दरअसल विशेषज्ञों के अनुसार, कुलथी दाल को पीसकर प्रयोग में लाने से चकत्तों और फोड़ों से छुटकारा पाया जा सकता है। इसके अलावा कुलथी दाल में फ्लेवोनॉयड पाया जाता है, जो त्वचा को सूर्य से आने वाली हानिकारक यूवी किरणों से होने वाली क्षति से बचाता है।
  5. मधुमेह रोगियों के लिए कुलथी दाल का सेवन अच्छा होता है। दरअसल कुलथी दाल में पाए जाने वाले पोषक तत्व, रक्त में मौजूद शुगर के स्तर को कम कर, उसे सामान्य रखने में मदद करते है और मधुमेह रोग से बचाव करने में सहायक होते हैं।
  6. कुलथी दाल का सबसे बड़ा फायदा पथरी यानी किडनी स्टोन के लिए माना जाता है। दरअसल विशेषज्ञों के अनुसार, कुलथी दाल में मूत्रवर्धक और एंटी-यूरोलिथियासिस गुण पाए जाते हैं, जो पथरी को तोड़ने में मदद करते हैं। अगर आप किडनी स्टोन से पीड़ित है और कुलथी दाल के पानी का नियमित सेवन करते हैं, तो यह किडनी से पथरी को मूत्र द्वारा बाहर निकालने में मदद करता हैं।
  7. विशेषज्ञों के अनुसार, कुलथी दाल में पाए जाने वाले पोषक तत्व, कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रण रखने में सहायक होते है। दरअसल कुलथी दाल का सेवन, एलडीएल यानी खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने और एचडीएल यानी अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में मदद करता हैं। इसके अलावा कुलथी दाल में मौजूद फाइबर, एलडीएल यानी खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में अहम भूमिका निभाता है।
  8. मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को अनियमित मासिक धर्म यानी अधिक रक्तस्राव का सामना करना पड़ता है। महिलाओं के लिए अनियमित मासिक धर्म की समस्या, अन्य तरह के विकार को पैदा कर सकती है। इन सभी समस्याओं से बचने के लिए कुलथी दाल का सिमित मात्रा में सेवन करना फायदेमंद होता है। कुलथी दाल में मौजूद पौष्टिक तत्व शरीर को प्रोटीन व आयरन देते है। आयरन शरीर में खून की कमी को पूरा करता है और एनीमिया रोग से बचाव करने में सहायक होता है।

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