लोहासव के फायदे – Benefits of Lohasava

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लोहासव के फायदे - Benefits of Lohasava

लोहासव के फायदे ( Lohasava ke fayde ) : लोहासव के फायदे कई होते हैं, लोहासव एक प्रकार की आयुर्वेदिक दवा है जिसका उपयोग मुख्यतः एनीमिया के रोगियों के लिए किया जाता है। लोहासव में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते है जो कई आयुर्वेदिक जड़ी बूंटियों से मिलाकर बनाया जाता है।

लोहासव की उचित मात्रा का सेवन व्यक्ति की आयु, लिंग व उनके स्वास्थ्य के अनुसार डॉक्टर की अनुमति से दी जाती है। लोहासव एक आयुर्वेदिक आयरन टॉनिक है जिसका सेवन करने से शरीर में आयरन एवं रक्त की कमी को पूरा किया जा सकता है।

लोहासव के घटक

  1. लौह भस्म
  2. हरा चिरका
  3. पीपल
  4. हरड़
  5. धाय के फूल
  6. सौंठ
  7. काली मिर्च
  8. बहेड़ा
  9. अजवाइन
  10. नागरमोथा
  11. चित्रकमूल की छाल
  12. शहद
  13. गुड
  14. मोथा
  15. धातकी
  16. विडंग
  17. आंवला
  18. अरंडी
  19. धातकी
  20. विभितकी
  21. जल

लोहासव का सेवन करने का तरीका

लोहासव को 12 से 24 ml की मात्रा में सेवन करने की सलाह दी जाती है। इसे भोजन करने के बाद सुबह-शाम पानी के साथ बराबर मात्रा में मिलाकर लेना चाहिए।

लोहासव के फायदे ( Benefits of Lohasava in hindi )

  • लोहासव एनीमिया के रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। एनीमिया एक ऐसा रोग है जिसमें शरीर में रक्त की कमी हो जाने से कई समस्याएं उत्पन्न हो जाती है। लोहासव में आयरन की उचित मात्रा पायी जाती है जिसका सेवन करने से शरीर में रक्त की कमी को पूरा किया जा सकता है और रक्त की कमी से होने वाली कई समस्याओं से बचा जा सकता है। लोहासव के सेवन से न केवल रक्त में वृद्धि होती है बल्कि रक्त भी शुद्ध होता है।
  • लोहासव पाचन तंत्र के लिए बेहद फायदेमंद होता है। पाचन संबंधी सभी समस्याओं को दूर करने के लिए लोहासव का सेवन करना लाभदायक होता है। लोहासव में बहुत से ऐसे गुण पाए जाते है जो कब्ज, अपच और कमजोर पाचन की समस्या को ठीक करने में मदद करते है। भूख में वृद्धि करने के लिए लोहासव का सेवन करना चाहिए इससे भूख बढ़ती है।
  • लोहासव लिवर के रोगियों के लिए फायदेमंद होता है। लोहासव में ऐसे तत्व पाए जाते है जो लीवर को मजबूती प्रदान करके कई रोगों से सुरक्षित रखने में मदद करता है। लिवर में आने वाली सूजन और अन्य विकारों को दूर करने के लिए नियमित रूप से लोहासव का सेवन करें। इसके अलावा लोहासव पाण्डु, प्लीहा व गल्म के उपचार के लिए भी फायदेमंद होती है।
  • लोहासव खांसी और बुखार की समस्या को दूर करने में फायदेमंद होता है। खांसी और बुखार होने पर लोहासव का नियमित रूप से सेवन करें इससे खांसी और बुखार में राहत मिलती है। इसके अलावा मलेरिया के रोगियों के लिए भी लोहासव का सेवन करना लाभदायक होता है।
  • लोहासव महिलाओं के लिए बेहद फायदेमंद होता है। महिलाओं में मासिक धर्म से संबंधित समस्याओं को दूर करने के लिए लोहासव का सेवन करना लाभदायक होता है। पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में खून की कमी अधिक होती है जिसे लोहासव के सेवन दूर किया जा सकता है। इसके अलावा बढ़ते बच्चों के लिए भी लोहासव का सेवन करना फायदेमंद होता है।
  • लोहासव शारीरिक कमजोरी को दूर करने में बेहद लाभदायक होता है। किसी भी लंबी बीमारी से ग्रसित व्यक्ति के लिए लोहासव का सेवन करना फायदेमंद होता है। इसके अलावा पाईल्स और प्लीहा में वृद्धि की समस्या को दूर करने के लिए भी लोहासव का सेवन करना उचित माना जाता है।
  • लोहासव त्वचा के लिए फायदेमंद होता है। त्वचा संबंधित कई संक्रमणों से सुरक्षित रहने के लिए लोहासव का सेवन करना लाभदायक होता है। लोहासव में कई ऐसे गुण पाए जाते है जो त्वचा को स्वस्थ रखकर त्वचा को कील, मुहांसों, जलन और कई संक्रमणों से सुरक्षित रखने में मदद करता है। शरीर की सूजन को दूर करने के लिए लोहासव का सेवन करना लाभदायक होता है।
  • लोहासव का सेवन करना मानसिक बीमारियों को दूर करने के लिए बेहद लाभदायक होता है। तनाव और अवसाद की समस्या से छुटकारा पाने के लिए लोहासव का उचित मात्रा में सेवन करना लाभदायक होता है। नियमित रूप से लोहासव का सेवन करने से मस्तिष्क शांत रहता है जिससे तनाव व अवसाद की समस्या से दूर रहा जा सकता है।
  • लोहासव का इस्तेमाल कृमि को नष्ट करने और अस्थमा के लक्षणों को कम करने के लिए किया जा सकता है। इसके अलावा रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने के लिए भी लोहासव का सेवन करना फायदेमंद होता है। लोहासव में कई पोषक तत्व पाए जाते है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर कई शारीरिक एवं मानसिक रोगों से सुरक्षा करने में मदद करते हैं।

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