cystone syrup uses in hindi : cystone syrup uses in hindi में cystone syrup (सिस्टोन टैबलेट) से संबंधित सभी जानकारियां शामिल है। cystone syrup एक आयुर्वेदिक दवा है जिसे बिना डॉक्टर के पर्चे के भी उपयोग में लाया जा सकता है। cystone syrup बहुत से प्राकृतिक घटकों से निर्मित है जिसका उपयोग मुख्यतः पथरी के उपचार के लिए किया जाता है।
cystone syrup की निर्धारित खुराक का उपयोग करना जरुरी होता है। cystone syrup की खुराक व्यक्ति की आयु, लिंग और स्वास्थ्य के अनुसार दी जाती है। cystone syrup uses in hindi की पूरी जानकारी नीचे दी गयी है –
सिस्टोन सिरप घटक
सिस्टोन सिरप के घटक है –
- पाशनभेदा
- गोखरू
सिस्टोन सिरप का उपयोग ( cystone syrup uses in hindi )
सिस्टोन सिरप के अच्छे परिणामों के लिए सिस्टोन सिरप की निर्धारित खुराक का इस्तेमाल करना जरुरी होता है। सिस्टोन सिरप वयस्क और बुजुर्गों के लिए है। सिस्टोन सिरप का उपयोग (cystone syrup uses in hindi) खाना खाने के बाद दिन में दो बार किया जाना चाहिए। सिस्टोन सिरप की अवधि व्यक्ति के स्वास्थ्य के अनुसार तय की जाती है।
सिस्टोन सिरप के फायदे और नुकसान ( Cystone syrup benefits and side effects in hindi )
हिमालय सिस्टोन सिरप के फायदे ( Himalaya Cystone syrup benefits in hindi )
गुर्दे की पथरी
सिस्टोन सिरप के फायदे गुर्दे की पथरी के रोगियों के लिए है। गुर्दे की पथरी को किडनी स्टोन भी कहा जाता है जो गुर्दे के भीतर मिनरल्स और नमक से बना एक ठोस पदार्थ होता है। गुर्दे की पथरी के दौरान पसलियों और पीठ में तेज दर्द, पेट के निचले हिस्से में दर्द, पेशाब करने में दर्द और जलन जैसी समस्याएं देखी जा सकती है। सिस्टोन सिरप का उपयोग गुर्दे की पथरी के उपचार के लिए किया जाता है। सिस्टोन सिरप के नियमित सेवन से गुर्दे की पथरी से बचा जा सकता है।
ब्लैडर इन्फेक्शन
सिस्टोन सिरप ब्लैडर इन्फेक्शन के रोगियों के लिए लाभकारी है। ब्लैडर इन्फेक्शन मूत्राशय में होने वाला संक्रमण है जो एक प्रकार का यूरिन इंफेक्शन होता है। ब्लैडर इन्फेक्शन के दौरान पेशाब में दर्द, जलन, पेशाब में खून आना व बदबू जैसी समस्याएं देखी जा सकती है। सिस्टोन सिरप को ब्लैडर इन्फेक्शन के उपचार के लिए कारगर माना जाता है। सिस्टोन सिरप की निर्धारित खुराक के सेवन से ब्लैडर इन्फेक्शन से बचा जा सकता है।
मूत्र संबंधी रोग
मूत्र रोगों के उपचार के लिए सिस्टोन सिरप को लाभकारी माना जाता है। अधिक पेशाब आना, पेशाब में क्रिस्टल आना और मूत्र में जलन की परेशानी को दूर करने के लिए सिस्टोन सिरप बेहद कारगर है। सिस्टोन सिरप के उपयोग से मूत्र से जुड़े विकारों को दूर किया जा सकता है।
मधुमेह
सिस्टोन सिरप को मधुमेह के उपचार के लिए फायदेमंद माना जाता है। मधुमेह को डायबिटीज भी कहा जाता है जो रक्त में शर्करा की मात्रा के अनियंत्रित होने की वजह से होता है। मधुमेह के रोगियों को सिस्टोन सिरप का सेवन करने की सलाह दी जाती है। सिस्टोन सिरप में मौजूद तत्व रक्त में शर्करा की मात्रा को नियंत्रित करने में मददगार होते है जिसके इस्तेमाल से मधुमेह के रोगियों को फायदा होता है।
गाउट
सिस्टोन सिरप के फायदे गाउट के मरीजों के लिए है। गाउट को वातरक्त के नाम से भी जाना जाता है जो शरीर में यूरिक एसिड में वृद्धि के कारण होता है। गाउट जोड़ो मुख्यतः पैर के अंगूठे के जोड़ो को प्रभावित करता है। सिस्टोन सिरप का इस्तेमाल गाउट के उपचार के लिए किया जाता है। सिस्टोन सिरप की निर्धारित खुराक के उपयोग से गाउट की समस्या को ठीक किया जा सकता है।
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सिस्टोन सिरप के नुकसान (Cystone syrup side effects in hindi)
सिस्टोन सिरप का उपयोग (cystone syrup uses in hindi) जानने के अलावा सिस्टोन सिरप के नुकसान भी अवश्य जान लें। सिस्टोन सिरप एक आयुर्वेदिक दवा है जिसके अधिक दुष्प्रभाव नहीं देखे जाते है लेकिन सिस्टोन सिरप के गलत उपयोग से शरीर को नुकसान हो सकता है। गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं को सिस्टोन सिरप का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। इसके अलावा किसी रोग या एलर्जी के इलाज के दौरान सिस्टोन सिरप का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।