चौलाई की सब्जी खाने के फायदे और नुकसान – Amaranth

8 Min Read
चौलाई की सब्जी खाने के फायदे और नुकसान - Amaranth

चौलाई की सब्जी खाने के फायदे और नुकसान (Chaulai ki sabji khane ke fayde aur nuksan) : चौलाई की सब्जी के फायदे और नुकसान कई होते हैं, चौलाई एक प्रकार की हरी सब्जी है, जिसकी तासीर ठंडी होती है। चौलाई लाल व हरे दोनों ही रंगों में पायी जाती है। इसलिए चौलाई को लाल साग भी कहा जाता है। चौलाई को भारत में राजगिरि और रामदाना के नाम से भी जाना जाता है।

चौलाई की खेती के लिए गर्म जलवायु की आवश्यकता होती है। इसलिए चौलाई को गर्मी व वर्षा ऋतु के मौसम में उगाया जाता है। भारत में चौलाई की खेती मुख्य रूप से जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु और गुजरात से लेकर उत्तरी-पूर्वी भारत तक की जाती है।

चौलाई की सब्जी खाने के फायदे और नुकसान (Advantages and disadvantages of eating Amaranth vegetable in hindi)

चौलाई एक स्वादिष्ट हरी सब्जी है, जो स्वादिष्ट होने के साथ अच्छी सेहत के लिए भी फायदेमंद होती है। चौलाई में पाए जाने वाले पोषक तत्व अच्छी सेहत के साथ कई शारीरिक बीमारियों के लक्षणों को कम करने व उनसे बचाव करने में मदद करते है और शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक होते है लेकिन चौलाई का अधिक मात्रा में सेवन कुछ शारीरिक समस्याओं का कारण बन सकता है। आइए विस्तार में जाने हमारे इस आर्टिकल से चौलाई के फायदे और नुकसान के बारे में।

चौलाई के अन्य भाषाओं में नाम

चौलाई को हिंदी में चौलाई, लाल मरसा, राजगीरा व लाल साग कहा जाता है। इसके अलावा संस्कृत में मारिष व रक्त, गुजराती में अदबउदम्भी, तमिल में सेरीकेरई व केपुई केराई, बंगाली में डेंगुआ, मराठी में माठ व रनमत और नेपाली में रातोलत्ते कहा जाता है।

चौलाई में पाए जाने वाले पोषक तत्व

चौलाई में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, फास्फोरस, पोटेशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम, आयरन, जिंक और सेलेनिमय के साथ विटामिन-सी, विटामिन-ए और बीटा केरोटिन जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके अलावा चौलाई में  सैचुरेटेड, मोनोसैचुरेटेड और पॉलीअनसैचुरेटेड जैसे कई फैटी एसिड भी पाए जाते हैं।

चौलाई के सेवन का तरीका

चौलाई के पत्तों की सब्जी बनाकर सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा चौलाई का सेवन अन्य प्रकार की सब्जियों में मिलाकर भी किया जा सकता है।

चौलाई की सब्जी खाने के फायदे (Benefits of eating Amaranth vegetable in hindi)

  • चौलाई में मौजूद आयरन शरीर में खून की कमी को पूरा करने में मदद करता है। शरीर में आयरन की कमी, खून की कमी का कारण बनती है। ऐसे में चौलाई में पाया जाने वाला आयरन, शरीर में खून की कमी को पूरा करने में मदद करता है और एनीमिया रोग से बचाव करने में सहायक होता है।
  • चौलाई में एंटी-कैंसर गुण पाए जाते हैं, जो शरीर में कैंसर कोशिकाओं को पनपने से रोकने में मदद करते है और कैंसर से बचाव करने में सहायक होते हैं। इसलिए कहा जा सकता है कि कैंसर से बचाव के लिए चौलाई का सेवन फायदेमंद हो सकता है।
  • हड्डियों को मजबूत बनाएं रखने के लिए चौलाई का सेवन फायदेमंद हो सकता है। क्योंकि चौलाई में कैल्शियम के साथ मैग्नीशियम और फास्फोरस की भी उच्च मात्रा पायी जाती है। जो हड्डियों को मजबूत बनाएं रखने के साथ बढ़ती उम्र में होने वाले हड्डी रोगों से भी बचाव करने में सहायक होते हैं।
  • वजन को कम करने के लिए चौलाई में पाए जाने वाला फाइबर मुख्य रूप से कार्य करता है। जो शरीर को ऊर्जा प्रदान कर, पेट को लम्बे समय तक भरा हुआ रखने में मदद करता है और अनियमित भूख को नियमित करने में सहायक होता है। जो वजन को कम करने में मदद करता है।
  • उच्च रक्तचाप की समस्या से परेशान लोगों के लिए चौलाई का सेवन फायदेमंद होता है क्योंकि चौलाई में पोटेशियम की उच्च मात्रा पायी जाती है। विशेषज्ञों के अनुसार, पोटेशियम युक्त आहार का सेवन, उच्च रक्तचाप को कम कर सकता है इसलिए कहा जा सकता है कि उच्च रक्तचाप को सामान्य रखने के लिए चौलाई का सेवन आपकी मदद कर सकता है।
  • त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए चौलाई का सेवन लाभदायक होता है। चौलाई में पानी की भरपूर मात्रा पायी जाती है, जो त्वचा को नमी प्रदान करने में सहायक होती है। इसके अलावा चौलाई त्वचा को एक्जिमा व फंगल इंफेक्शन से बचाने के साथ सूर्य से आने वाली हानिकारक यूवी किरणों से भी बचाव करने में सहायक होती है।
  • रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बेहतरीन बनाएं रखने के लिए चौलाई का सेवन किया जा सकता है क्योंकि चौलाई में विटामिन-सी की उच्च मात्रा पायी जाती है। विटामिन-सी, शरीर को संक्रमण से बचाने के साथ रोगी की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का कार्य करता है और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाये रखने में सहायक होता है।

जानें सिर में भारीपन के कारण और उपाय – घरेलू उपचार

  • चौलाई में एंटी-डायबिटिक गुण पाए जाते हैं, जो रक्त में मौजूद शुगर के स्तर को कम कर, उसे सामान्य रखने में मदद करते है और मधुमेह से बचाव करने में सहायक होते हैं। इसलिए चौलाई को एंटी डायबिटीक फूड भी कहा जाता है।
  • पाचन स्वास्थ्य के लिए चौलाई में मौजूद फाइबर प्रमुख घटक के रूप में कार्य करता है। जो पाचन में सुधार कर, भोजन को अच्छे से पचाने का कार्य करता है और पाचन तंत्र को मजबूत बनाएं रखने में सहायक होता है। इसके अलावा यह कब्ज जैसी अन्य पेट समस्याओं से भी बचाव करने में सहायक होता है।
  • हृदय स्वास्थ्य के लिए चौलाई का सेवन फायदेमंद होता है। चौलाई में मौजूद फाइबर, कोलेस्ट्रॉल के बढ़ते स्तर को कम को करने में सहायक होता है। जो धमनियों के कठोरता को रोकता है और दिल के दौरे के जोखिम को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा यह हृदय से जुड़ी सभी समस्याओं से बचाव करने में सहायक होता है।

लौकी के जूस के फायदे और नुकसान – Bottle Gourd Juice

चौलाई की सब्जी खाने के नुकसान (Losses of eating Amaranth vegetable in hindi)

  • कुछ लोगों को चौलाई के सेवन से एलर्जी की समस्या भी हो सकती है। इसलिए किसी भी व्यक्ति को चौलाई के सेवन से किसी भी एलर्जी होती है, तो वह व्यक्ति चौलाई के सेवन से बचें।
  • चौलाई का अधिक मात्रा में सेवन पेट दर्द, उल्टी, मतली और दस्त का कारण बन सकता है। यह चौलाई में मौजूद फाइबर की उच्च मात्रा के कारण होता है।
  • अगर कोई व्यक्ति किसी विशेष प्रकार की दवाओं का सेवन करता है, तो वह व्यक्ति चौलाई का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सम्पर्क करें।

जानें हरी पत्तेदार सब्जियां खाने के फायदे और नुकसान

Share this Article