महातिक्तक घृत के फायदे और नुकसान – Mahatiktaka Ghrita

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महातिक्तक घृत के फायदे और नुकसान - Mahatiktaka Ghrita

महातिक्तक घृत के फायदे ( mahatiktaka ghrita ke fayde ) : महातिक्तक घृत के फायदे कई होते है। महातिक्तक घृत एक आयुर्वेदिक दवा है जो बिना डॉक्टर के पर्चे के ली जाती है। महातिक्तक घृत का उपयोग कई शारीरिक एवं मानसिक बीमारियों के उपचार के लिए किया जाता है। महातिक्तक घृत बहुत से आयुर्वेदिक घटकों से मिलाकर बनाई जाती है जो कई गुणों से भरपूर होते है। महातिक्तक घृत के फायदे की विस्तृत जानकारी आगे दी गयी है –

महातिक्तक घृत के घटक

  • त्रिफला
  • भांगरा
  • बांसे
  • घी
  • गिलोय
  • पीपल
  • मुलेठी
  • नीलोफर
  • मुनक्का
  • क्षीरकाकोली
  • कटेरी
  • गुडूची
  • शतावरी बहेड़ा
  • हरड़

महातिक्तक घृत सेवन का तरीका

महातिक्तक घृत वयस्क और बुजुर्गों के लिए है इसे बच्चों से दूर रखे। महातिक्तक घृत की अधिकतम खुराक 10 ग्राम तक ही लेनी चाहिए। महातिक्तक घृत को दिन में दो बार गुनगुने पानी के साथ किसी भी समय लिया जा सकता है। महातिक्तक घृत की उचित खुराक लेना जरुरी होता है।

महातिक्तक घृत के फायदे ( Benefits of Mahatiktaka ghrita in hindi)

  • महातिक्तक घृत चर्म रोग में अत्यधिक लाभकारी माना जाती है, चर्म रोग ऐसे रोग या संक्रमण होते है जो मानव त्वचा को प्रभावित करते है। चर्म रोग के कई कारणों से हो सकते है जिनके उपचार के लिए कई आयुर्वेदिक दवाइयों का उपयोग किया जाता है उन आयुर्वेदिक दवाइयों में से एक महातिक्तक घृत भी है जो त्वचा में होने वाले सभी चर्म रोगों को ठीक करने में काफी फायदेमंद माना जाती है।
  • महातिक्तक घृत का इस्तेमाल एनीमिया के रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद होता है, एनीमिया शरीर  में रक्त कमी के कारण होने वाला रोग है जिसमें व्यक्ति का शरीर बहुत कमजोर हो जाता है। महातिक्तक घृत के सेवन से शरीर में रक्त की कमी को पूरा किया जा सकता है क्योंकि महातिक्तक घृत में ऐसे तत्व पाए जाते है जो शरीर में रक्त की कमी को पूरा करने में मददगार होते है।
  • चिंता और तनाव से ग्रस्त रहने वाले रोगियों के लिए महातिक्तक घृत लाभदायक होता है, महातिक्तक घृत का उचित मात्रा में और नियमित रूप से सेवन करने से तनाव और चिंता से छुटकारा पाया जा सकता है। महातिक्तक घृत अनेक आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों से मिलकर बनाया जाता है जिनमें तनाव और चिंता जैसी समस्या को दूर करने और मस्तिष्क को स्वस्थ्य रखने के गुण पाए जाते है।
  • महातिक्तक घृत का उपयोग लिवर से जुड़े रोगों के उपचार के लिए किया जा सकता है, लिवर के रोगियों को नियमित रूप से महातिक्तक घृत का सेवन करना चाहिए। महातिक्तक घृत उन पोषक तत्वों से भरपूर होता है जो लिवर को स्वस्थ्य रखने और लिवर से जुड़ी बीमारियों को खत्म करने में मददगार होती है।
  • ल्यूकोरिया से पीड़ित महिलाओं को महातिक्तक घृत का उपयोग करना चाहिए, ल्यूकोरिया के कारण महिलाओं की योनि में खुजली, बदबू और लालिमा जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है जिसके आयुर्वेदिक उपचार के लिए महातिक्तक घृत का इस्तेमाल किया जाता है। महातिक्तक घृत के नियमित सेवन से ल्यूकोरिया के रोगियों को लाभ होता है।
  • दौरा पड़ने के रोगियों को महातिक्तक घृत का सेवन करना चाहिए, दौरा में व्यक्ति के मस्तिष्क में ऐसी असामान्य गतिविधियां होती है जिसके अंतर्गत कई गंभीर स्थितियां उत्पन्न हो जाती है। दौरा से पीड़ित रोगियों को महातिक्तक घृत का सेवन करना चाहिए इससे लाभ होगा।
  • महातिक्तक घृत के फायदे आईबीडी के रोगियों के लिए हो सकते है, आईबीडी पाचन तंत्र संबंधी एक रोग है जिसमें पाचन तंत्र में लंबे समय के लिए सूजन आ जाती है। आईबीडी के रोगियों को महातिक्तक घृत का सेवन करना चाहिए इससे आईबीडी रोग ठीक हो जाएगा।

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महातिक्तक घृत के नुकसान ( Side effects of Mahatiktaka ghrita in hindi)

आयुर्वेदिक होने के कारण महातिक्तक घृत के नुकसान नहीं होते है लेकिन आवश्यकता से अधिक इस्तेमाल से यह शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। इसके अलावा किसी रोग या एलर्जी के इलाज के दौरान महातिक्तक घृत के सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।

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