छाछ पीने के फायदे और नुकसान – Buttermilk

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छाछ या मट्ठा पीने के फायदे और नुकसान (Advantages and disadvantages of drinking Buttermilk in hindi)

छाछ पीने के फायदे और नुकसान (chach pine ke fayde or nuksan) : छाछ पीने के फायदे और नुकसान, हानि और लाभ कई सारे हैं। छाछ एक पेय पदार्थ है जिसे मट्ठा भी कहा जाता है। छाछ में भरपूर पोषक तत्व पाए जाते हैं जैसे प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और एंजाइम आदि, जो हमारे आहार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। छाछ को बनाने के लिए दही का इस्तेमाल किया जाता है। दही में पानी डालकर मिश्रण बनाया जाता है, जिससे छाछ तैयार की जाती है। यह छाछ दही की तुलना ज्यादा फ़ायदेमंद होता है। छाछ का स्वाद हल्का खट्टा होता है। वैसे तो छाछ का इस्तेमाल पूरे वर्ष किया जाता है, मगर छाछ की मांग गर्मियों के दिनों में ज्यादा होती है क्योंकि इससे पेट और शरीर को ठंडक मिलती है। यह कारण है की लोग गर्मियों में छाछ पीना ज्यादा पसंद करते हैं। Advantages and disadvantages of drinking buttermilk in hindi.

छाछ या मट्ठा पीने के फायदे और नुकसान (Advantages and disadvantages of drinking Buttermilk in hindi)

छाछ या मट्ठा पीने के फायदे (Benefits of drinking Buttermilk in hindi)

  • त्वचा को सुन्दर बनाये रखने के लिए छाछ बहुत फ़ायदेमंद होती है। छाछ में आटा मिलाकर उसका लेप बना कर चेहरे पर रोजाना लगाने से झुर्रियों जैसी परेशानियां ठीक होने लगती हैं और इसके अलावा मुंहासों को ख़त्म करने के लिए छाछ में गुलाब की जड़ को पीसकर उसका लेप चेहरे पर लगाना चाहिए। रोजाना इस लेप को लगाने से मुंहासों को जड़ से ख़त्म करने में मदद मिलती है।
  • उल्टी आना या जी मिचलाना जैसी परेशानियों में छाछ का सेवन लाभदायक होता है। छाछ में जायफल को मिलाकर, उसका मिश्रण बना कर मिश्रण पीने से जी मचलाना जैसी परेशानियों में आराम मिलता है। छाछ में अदरक के पाउडर को डालकर सेवन करने से बार-बार हिचकी आने की समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
  • छाछ का सेवन जहर को कम करने के लिए भी किया जाता है। यदि किसी इंसान ने जहर खाया है तो ऐसे में फिकी छाछ का सेवन बार-बार करने से यह जहर के असर को काफी हद तक कम करने में मदद करती है। विषैले जीवों द्वारा काटने पर जो जहर हमारे शरीर में प्रवेश करता है उस जहर को कम करने के लिए छाछ में तम्बाकू मिलाकर लेप लगाने से फायदा मिलता है।
  • छाछ का उपयोग हमारे शरीर के किसी अंग के जल जाने पर भी किया जाता है। जले हुए अंग पर तुरंत छाछ लगने से आराम मिलता है और खुजली जैसी समस्याओं में छाछ का उपयोग अमलतास के पत्तों के साथ करने से खुजली की परेशानियों में आराम मिलता है।
  • खाना को पचाने के लिए भी छाछ का सेवन बहुत ज्यादा फायदेमंद होता है। छाछ में काली मिर्च का पाउडर, सेंधा नमक और भुना हुए जीरा को मिलाकर इस मिश्रण को पीने से खाना हज़म हो जाता है। ताज़े दही से बना छाछ बहुत ज्यादा लाभकारी होता है। छाछ के सेवन से अपच, पेट का भारीपन, भूख न लगना और पेट की जलन जैसी कई परेशानियाँ दूर होती हैं।
  • छाछ में भरपूर विटामिन पाए जाते हैं जो की हमारी हेल्थ को स्वस्थ रखने के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं। छाछ में पाए जाने वाला बी कॉम्प्लेक्स विटामिन और विटामिन डी हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करते हैं। विटामिन की कमी से होने वाली कमजोरी और बीमारियों को दूर करने के लिए छाछ का सेवन बहुत ही ज्यादा लाभकारी होता है। छाछ में भरपूर मात्रा में विटामिन होने के कारण छाछ से हमें 21 प्रतिशत विटामिन मिलता है जो अन्य विटामिन पेय के मुकाबले, हमें ज्यादा विटामिन प्रदान करता है।
  • छाछ का सेवन हमारी हड्डियों को मज़बूत बनाये रखने के लिए भी लाभकारी है। दूध से बने दही और दही से बने छाछ में दूध के सभी पोषक तत्व पाए जाते हैं। इन तत्व में से एक तत्व कैल्शियम है जो हमारी हड्डियों को मजबूत बनाये रखने में सहायक होता है। छाछ का रोजाना सेवन हमारी हड्डियों के लिए ही नहीं बल्कि हमारे दांतों को भी मजबूत बनाने में मदद करता है।
  • छाछ का सेवन हमारे तनाव को कम करने में मदद करता है। अगर कोई भी व्यक्ति ज्यादा तनाव में रहता है तो उसे छाछ का सेवन रोजाना करना चाहिए क्योंकि रोजाना छाछ का सेवन हमारे शरीर के साथ हमारे दिमाग को भी ठंडा रखने में मदद करता है। साथ ही छाछ में सेंधा नमक मिलाकर छाछ को पीने से मोटापे को कम किया जा सकता है।

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छाछ या मट्ठा पीने के नुकसान (Disadvantages of drinking Buttermilk in hindi)

  • यदि किसी व्यक्ति को गुर्दे की बीमारी है और वह इस बीमारी से परेशान है तो ऐसे में छाछ का सेवन उस व्यक्ति के लिए नुकसानदायक हो सकता है। गुर्दे की बीमारी से परेशान व्यक्ति को छाछ के सेवन से दूर रहना चाहिए वरना उस व्यक्ति को गंभीर परेशानियों से गुजरना पढ़ सकता है।
  • छाछ का सेवन करने वाले लोगों को यह जानना भी जरुरी है कि अत्यधिक मात्रा में छाछ का सेवन हानिकारक भी हो सकता है। जो व्यक्ति छाछ का ज्यादा सेवन करते हैं उन लोगों को डायरिया व मिचली जैसी परेशानियां हो सकती हैं।
  • बुखार, सर्दी खांसी और जुकाम में छाछ का सेवन करना हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है। बुखार से होने वाली कमजोरी में छाछ का सेवन नुकसानदायक होता है। अगर कोई  व्यक्ति सर्दी खांसी से परेशान है और ऐसे में छाछ का सेवन करता है तो उस व्यक्ति को और ज्यादा गंभीर परेशानियों से गुजरना पढ़ सकता है।
  • छाछ का सेवन करने वाले लोगों को इस बात का ध्यान रखना बहुत जरुरी है कि, छाछ में प्रचुर मात्रा में सैचुरेटेड फैट (Saturated fat) होता है। जो कुछ गंभीर बीमारियों जैसे हृदय के रोगियों में कोलेस्ट्रॉल को बड़ा सकता है। इसलिए हृदय रोगियों को छाछ के अत्यधिक सेवन से बचना चाहिए वरना छाछ का सेवन हृदय रोगियों को हानि पहुंचा सकता है।

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