धनिया के पत्ते के फायदे और नुकसान – Coriander Leaves

7 Min Read
धनिये के पत्ते के फायदे और नुकसान

धनिया के पत्ते के फायदे और नुकसान (dhaniya ke patte ke fayde aur nuksan) : धनिया के पत्ते के फायदे और नुकसान, लाभ-हानि कई होते हैं। धनिया एक सुगंधित हरी पत्ती है, जिसका उपयोग हर भारतीय रसोई में सब्जी के सजावट और मसाले के रूप में किया जाता है। धनिया के बीजों को सुखाकर सूखे मसाले के रूप में प्रयोग किया जाता है।

धनिया का वैज्ञानिक नाम कोरिएण्ड्रम सैटाइवम (Coriandrum Sativum) है। धनिया को अंग्रेजी में coriander कहा जाता है। Advantages and disadvantages of coriander leaves in hindi.

धनिये के पत्ते के फायदे और नुकसान (Advantages and disadvantages of coriander leaves in hindi)

आयुर्वेद के अनुसार धनिये का उपयोग कई बीमारियों के इलाज में भी किया जाता है। इसलिए धनिये का उपयोग हमारे खाने के स्वाद को बेहतर बनाने के साथ हमारे स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होता है। Coriander leaves Benefits and side effects in hindi, Benefits and losses of coriander leaves in hindi.

धनिये के पत्ते के फायदे (Benefits of coriander leaves in hindi)

  • धनिये में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाने के कारण, धनिये का सेवन करने से सूजन को कम किया जा सकता है। त्वचा पर होने वाली सूजन को कम करने के लिए धनिये के एसेंशियल ऑयल का उपयोग फायदेमंद होता है।
  • हरे धनिये में भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है, इसलिए धनिये का सेवन करने से हमारे शरीर को फाइबर प्राप्त होता है, जो हमारे पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद होता है और पेट की अन्य समस्याओं को ठीक रखने में भी सहायक होता है।
  • डायबिटीज के रोगियों के लिए धनिये का सेवन फायदेमंद होता है क्योंकि धनिया रक्त में शर्करा के स्तर को कम करता है। इसलिए धनिये का सेवन करने से इंसुलिन को नियंत्रित रखा जा सकता है, जो डायबिटीज़ रोगियों के लिए फायदेमंद होता है।
  • त्वचा के लिए भी धनिये का सेवन फायदेमंद होता है क्योंकि धनिये में एंटीसेप्टिक, एंटीफंगल, एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते है, जो त्वचा को हानिकारक यूवी किरणों से बचते है और त्वचा के सूखेपन व फंगल संक्रमण जैसी अन्य त्वचा समस्या को ठीक करने में भी सहायक होते है।
  • वजन को कम करने के लिए धनिये के पत्ते का उपयोग फायदेमंद हो सकता है क्योंकि एक शोध के अनुसार धनिये के पत्तों में क्वेरसेटिन नामक एक तत्व पाया जाता है। इस तत्व में एंटी ओबेसिटी गुण पाए जाते है, जो वजन को कम करने में सहायक हो सकते हैं ।
  • अधिक प्यास लगने के समस्या में भी धनिये के पानी का सेवन शहद और मिश्री के साथ करने से अधिक प्यास लगने या बार बार प्यास लगने की समस्या में आराम मिलता है।
  • धनिये का उपयोग आंखों के लिए फायदेमंद होता है क्योंकि धनिये में विटामिन ए पाया जाता है, जो आंखों के लिए आवश्यक होता है। धनिये में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी पाए जाते हैं, जो आंखों की खुजली, सूजन व आंखों की अन्य समस्या को दूर करने में सहायक होते है।
  • सांसों से आने वाली बदबू की समस्या में रोजाना नियमित रूप से धनिये के पत्तों का सेवन चबा कर करने से, मुँह में आने वाली बदबू को दूर किया जा सकता है।
  • पथरी की समस्या से पीड़ित व्यक्ति के लिए धनिये का सेवन फायदेमंद हो सकता है। हरे धनिये के पत्तों को पानी में उबालकर, छान लें और इस पानी का सेवन सुबह खली पेट पीने से किडनी की पथरी पेशाब के माध्यम से बाहर निकल जाएगी।
  • धनिये का सेवन हमारी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ने में सहायक होता है। धनिये में पाए जाने वाला वाला विटामिन ए और विटामिन सी हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाये रखने में सहायक होते हैं।
  • गठिया से पीड़ित व्यक्ति के लिए भी धनिये का सेवन लाभदायक होता है क्योंकि धनिये में विटामिन सी की भरपूर मात्रा पायी जाती है, जो गठिया मरीजों के लिए फायदेमंद होती है। गठिया से पीड़ित व्यक्ति को सूखे धनिया का पाउडर रोजाना आहार में उपयोग करना चाहिए।
  • मासिक धर्म के दौरान जिन महिलाओं को अत्यधिक दर्द व अत्यधिक रक्तस्राव होता है, उन महिलाओं के लिए धनिये का सेवन फायदेमंद होता है। धनिया ब्लीडिंग को कंट्रोल कर, शरीर को ऊर्जा भी प्रदान करता है।

पढ़ें चिचिण्डा के फायदे और नुकसान – Snake Gourd Benefits

धनिये के पत्ते के नुकसान (Losses of coriander leaves in hindi)

  • धनिये का सेवन शरीर में रक्तचाप के स्तर को कम कर सकता है, इसलिए निम्न रक्तचाप वाले लोगों के लिए धनिये का अत्यधिक सेवन हानिकारक हो सकता है।
  • धनिये के सेवन से कुछ लोगों में एलर्जी भी हो सकती है, जैसे चक्कर आना, सूजन, रैशेज और सांस लेने में दिक्क़त आदि समस्या हो सकती है। ऐसे में धनिये का सेवन तुरंत बंद कर देना चाहिए।
  • धनिये का सेवन करने वाले लोगों को यह जाना भी जरुरी है कि धनिये के अत्यधिक सेवन से पित्त पर दबाव पड़ता है, जो लिवर के लिए परेशानी पैदा कर सकता है।
  • गर्भवती व स्तनपान करने वाली महिलाओं को भी धनिये के अत्यधिक सेवन से बचना चाहिए क्योंकि अत्यधिक मात्रा में धनिये का सेवन करने से गर्भवती महिला के रिप्रोडक्टिव सिस्टम पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जो शिशु को नुकसान पहुंचा सकता है।
  • कुछ संवेदनशील लोगों में धनिये के अत्यधिक सेवन से त्वचा पर सनबर्न की समस्या हो जाती है। यह समस्या लम्बे समय तक होने पर त्वचा कैंसर का कारण बन सकती है। इसलिए धनिये का अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से बचें।

पढ़ें गिलोय के फायदे

Share this Article