बवासीर में लहसुन के फायदे – Benefits of Garlic in Piles

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बवासीर में लहसुन के फायदे - Benefits of Garlic in Piles

बवासीर में लहसुन के फायदे ( bavasir men lehsun ke fayde ) : लहसुन का सेवन करने से बवासीर की रोगियों को बहुत फायदा मिलता है। बवासीर एक ऐसी बीमारी है जिसमें रोगी के एनस के अंदर एवं बाहरी हिस्से में मस्से निकल आते हैं और जिससे मल त्याग के दौरान खून निकलता है एवं दर्द भी होती है।

लहसुन को अंग्रेजी में (Garlic) कहते हैं। लहसुन की तासीर गर्म होती है जिसके कारण सर्दियों के दिनों में इसका अधिक उपयोग किया जाता है। आमतौर पर लहसुन का उपयोग खाने के स्वाद को बढ़ाने के लिए किया जाता है। लहसुन में कई प्रकार के औषधीय गुण पाए जाते हैं जिसकी मदद से विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचे रहने में मदद मिलती है।

अन्य भाषाओं में लहसुन के नाम

लहसुन को संस्कृत में रसोन (Rason), उग्रगन्ध (Ugragangha) एवं महौषध (Mahaushadha), गुजराती में लसण (Lasan), तमिल में वेल्लापुंडू (Vallaipundu), बंगाली में रसून (Rasoon) एवं कन्नड़ भाषा में बेल्लुल्लि (Bellulli) के नाम से जाना जाता है।

लहसुन में पाए जाने वाले पोषक तत्व

लहसुन में मुख्य रूप से प्रोटीन, फाइबर, ऊर्जा, आयरन, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, सोडियम, जिंक, कॉपर, शुगर, फॉस्फोरस, पोटैशियम, थियामिन, विटामिन C, फोलेट, विटामिन B6, कॉलिन आदि जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं।

लहसुन के उपयोग का तरीका

लहसुन का पेस्ट बनाकर, प्याज के रस के साथ, दूध के साथ, शहद के साथ, चुकंदर के रस के साथ, ब्रोकली के रस के साथ, कच्ची लहसुन की कली को भूनकर एवं सब्जी में डालकर उपयोग किया जा सकता है।

बवासीर में लहसुन के फायदे ( Benefits of Garlic in Piles in hindi )

  • बवासीर की समस्या में लहसुन का सेवन करने से बहुत फायदा मिलता है। अधिकतर मामलों में देखा गया है कि लंबे समय से कब्ज की समस्या से जूझ रहे लोगों में बवासीर जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है। ऐसी स्थिति में लहसुन के उपयोग से बवासीर के रोगियों को बहुत फायदा मिलता है। दरअसल, लहसुन में फाइबर की पर्याप्त मात्रा पायी जाती है जिससे पेट में कब्ज की समस्या को दूर करने में आसानी होती है। लहसुन के उपयोग से पेट में मौजूद मल मुलायम होता है जिससे मल त्यागने में आसानी होती है और बवासीर के रोगियों को बहुत आराम मिलता है।
  • लहसुन एवं दूध का सेवन करने से बवासीर जैसी बीमारी के लक्षणों को कम किया जा सकता है। माना जाता है कि लहसुन युक्त दूध के इस्तेमाल से शरीर का पाचन तंत्र बेहतर होता है जिससे बवासीर की समस्या में राहत मिलती है। रोजाना नियमित रूप से लहसुन और दूध का सेवन करने से बवासीर के मस्सों को कम किया जा सकता है जिससे बवासीर के रोगियों को बहुत फायदा मिलता है।
  • लहसुन को शहद में मिलाकर इसका सेवन करने से बवासीर के रोगियों को बहुत फायदा मिलता है। लहसुन एवं शहद के मिश्रण में प्रोटीन, एंजाइम, जरूरी खनिज एवं एमिनो एसिड की मात्रा पायी जाती है जिससे बवासीर के प्रभाव को कम किया जा सकता है। रोजाना सुबह खाली पेट लहसुन की एक कली को शहद में डुबोकर उसका सेवन करने से बवासीर के मस्सों से रक्तस्राव में कमी आती है जिससे बवासीर के रोगियों को बहुत फायदा मिलता है।
  • रोजाना नियमित रूप से लहसुन का सेवन करने से खुनी बवासीर एवं बादी बवासीर की समस्या से छुटकारा मिलता है। आयुर्वेद चिकित्सा प्रणाली के अनुसार, लहसुन में बवासीर के लक्षणों को कम करने वाले गुण पाए हैं जिससे बवासीर के रोगियों को बहुत फायदा मिलता है। लहसुन के उपयोग से बवासीर के मस्सों को कम करने में आसानी होती है जिससे बाउल मूवमेंट के दौरान होने वाले दर्द की समस्या से बचाव किया जा सकता है।

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