नारायण तेल के फायदे और नुकसान – Narayan oil

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नारायण तेल के फायदे और नुकसान - Narayan oil

नारायण तेल के फायदे और नुकसान ( narayan tel ke fayde or nuksan ) : नारायण तेल के फायदे कई होते हैं, नारायण तेल एक आयुर्वेदिक दवा है जिसे बिना डॉक्टर के पर्चे के भी प्राप्त किया जा सकता है। नारायण तेल बहुत से आयुर्वेदिक घटकों से निर्मित है जिसका उपयोग मुख्यतः जोड़ो के दर्द के इलाज के लिए किया जाता है।

नारायण तेल की खुराक व्यक्ति की आयु, लिंग और स्वास्थ्य के अनुसार दी जाती है। नारायण तेल के फायदे की पूरी जानकारी आगे दी गयी है –

नारायण तेल के घटक

नारायण तेल के घटक है –

  • हल्दी
  • बृहती
  • बाला
  • कपूर
  • समुद्री नमक
  • तिल का तेल

नारायण तेल की खुराक

नारायण तेल बुजुर्गों के लिए है तथा इसे कुछ स्थितियों में वयस्क भी इस्तेमाल कर सकते है। नारायण तेल की निर्धारित खुराक का उपयोग करना आवश्यक होता है। नारायण तेल लगाने से पहले प्रभावित हिस्से को अच्छी तरह साफ़ कर लें। अब नारायण तेल की पर्याप्त मात्रा लेकर प्रभावित भाग पर हल्के हाथों से मालिश करें। नारायण तेल का इस्तेमाल दिन में एक बार करना चाहिए, नारायण तेल का कोर्स पूरा करने से इसके बहुत अच्छे परिणाम देखे जा सकते है।

नारायण तेल के फायदे ( Benefits of Narayan oil in hindi )

  • नारायण तेल के फायदे जोड़ो में दर्द के इलाज के लिए है, जोड़ो में दर्द के दौरान जोड़ो में अकड़न, लाली और जोड़ो की कार्यक्षमता में कमी आ जाती है। नारायण तेल लेकर दर्द से प्रभावित जोड़ो की हल्के हाथों से मालिश करने से जोड़ो में दर्द में तुरंत राहत मिलती है। जोड़ो में दर्द होने पर नियमित रूप से नारायण तेल की मालिश करें इससे काफी लाभ होगा।
  • नारायण तेल गठिया के रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद होता है, गठिया के कई प्रकार होते है जिनमें मुख्यतः जोड़ो में दर्द और सूजन जैसी समस्या देखी जा सकती है। गठिया रोग से पीड़ित रोगियों के लिए नारायण तेल हितकारी माना जाता है। नारायण तेल के उपयोग से यह गठिया में होने वाले जोड़ो के दर्द और सूजन को जल्द ही ठीक करने में मदद करता है। नारायण तेल के इस्तेमाल से गठिया के मरीजों को फायदा होगा।
  • मांसपेशियों में दर्द के दौरान नारायण तेल कारगर है, मांसपेशियों में दर्द को मायलजिया भी कहा जाता है जिसमें मांसपेशियों की कार्यक्षमता में कमी आने के साथ तेज दर्द और अकड़न हो जाती है। नारायण तेल मांसपेशियों में दर्द में राहत दिलाने में अत्यधिक कारगर होता है। जो लोग मांसपेशियों के दर्द से पीड़ित है उन लोगों को नारायण तेल का इस्तेमाल करना चाहिए।
  • नारायण तेल रुमेटाइड आर्थराइटिस की परेशानी को दूर करने में मददगार है, रूमेटाइड आर्थराइट शरीर के जोड़ो को बुरी तरह प्रभावित करता है जिसमें जोड़ों में दर्द, अकड़न, सूजन और लालिमा उत्पन्न हो जाती है। प्रतिदिन नारायण तेल के प्रयोग से रूमेटाइड आर्थराइड के लक्षणों को खत्म किया जा सकता है।
  • नारायण तेल के फायदे गाउट से पीड़ित रोगियों के लिए होते है, गाउट रोग शरीर में यूरिक एसिड के बढ़ने की वजह से होता है जिसे वातरक्त भी कहा जाता है। गाउट में सामान्यतः पैर के जोड़ो में सूजन के साथ पैर के जोड़ो में दर्द पैदा हो जाता है। गाउट रोग ज्यादातर पैर के अंगूठे के जोड़ो को प्रभावित करता है। नारायण तेल का उपयोग गाउट की समस्या को दूर करने के लिए किया जा सकता है। गाउट होने पर प्रभावित हिस्से में नारायण तेल की मालिश करें इससे रोग खत्म होने में मदद मिलेगी।

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नारायण तेल के नुकसान ( Harms of Narayan oil in hindi )

नारायण तेल के फायदे के साथ नारायण तेल के नुकसान भी देखे जा सकते है। नारायण तेल का आवश्यकता से अधिक इस्तेमाल करने से बचे इसकी खुराक उचित मात्रा में लेकर प्रभावित हिस्से में हल्के हाथों से ही मालिश करें ज्यादा तेज मलने से नुकसान हो सकता है। इसके अलावा किसी रोग या त्वचा संबंधी रोग के इलाज के दौरान नारायण तेल के उपयोग से पूर्व डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।

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Sumit Raghav
Sumit Raghav
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