तिलापिया मछली के फायदे और नुकसान – Tilapia Fish

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तिलापिया मछली के फायदे और नुकसान

तिलापिया मछली के फायदे और नुकसान ( Tilapia machli ke fayde aur nuksan ) : तिलापिया मछली के फायदे और नुकसान बहुत सारे होते हैं। तिलापिया मछली (Tilapia Fish) खास प्रकार की मछली है जो दुनिया भर में अपने स्वाद एवं पोषक तत्वों के लिए जानी जाती है। तिलापिया मछली का पालन भारत के साथ-साथ अन्य देशों में भी किया जाता है। तिलापिया मछली के ढेरों स्वास्थ्यवर्धक फायदे होते हैं।

तिलापिया मछली के फायदे और नुकसान (Advantages and Disadvantages of Tilapia fish in hindi)

तिलापिया मछली में लो-फैट होने के साथ-साथ जरूरी मिनिरल्स एवं विटामिंस की भी भरपूर मात्रा पाई जाती है जो सेहत के लिए बेहद गुणकारी होता है। तिलापिया मछली के सेवन से कई प्रकार की शारीरिक समस्या के प्रभावों को कम करने में मदद मिलती है।

आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में तिलापिया मछली के फायदे एवं उससे होने वाले नुकसान की जानकारी देने जा रहे हैं।

तिलापिया मछली में पाए जाने वाले पोषक तत्व-

तिलापिया मछली में कैल्शियम, एनर्जी, प्रोटीन, फैट, मैग्नीशियम, सोडियम, आयरन, फास्फोरस, कॉपर, जिंक, पोटैशियम, मैंगनीज, सेलेनियम, राइबोफ्लेविन, थियामिन, नियासिन, कॉलिन, फोलेट, विटामिन B6, विटामिन B12, विटामिन D, विटामिन E, विटामिन K, मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड, सैचुरेटेड फैटी एसिड, पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड आदि जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं।

तिलापिया मछली के उपयोग का तरीका-

तिलापिया मछली को फ्राई करके, फिश करी बना कर, विभिन्न हर्ब्स के साथ पका कर, सूप बनाकर, अजवाइन एवं तुलसी के साथ ग्रिल करके उपयोग में लाया जा सकता है। Benefits and side effects of Tilapia Fish in hindi.

तिलापिया मछली के फायदे (Benefits of Tilapia Fish in hindi)

  • तिलापिया मछली का सेवन करने से मस्तिष्क का स्वास्थ्य बेहतर रहता है। तिलापिया मछली में ओमेगा-3 फैटी एसिड की मात्रा पायी जाती है जिससे मस्तिष्क की कार्य प्रणाली सुचारू रूप से कार्य करती है। ओमेगा-3 फैटी एसिड में न्यूरोप्रोटेक्टिव (Neuroprotective) गुण पाए जाते हैं जिसकी मदद से मस्तिष्क में मौजूद न्यूरॉन्स को होने वाले नुकसान से बचाया जा सकता है। इसके अलावा तिलापिया मछली के उपयोग से अल्जाइमर जैसे दिमागी विकार से भी छुटकारा पाया जा सकता है।
  • तिलापिया मछली का नियमित रूप से सेवन करने से हड्डियों का स्वास्थ्य बेहतर रहता है। तिलापिया मछली में कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, प्रोटीन, पोटैशियम एवं जरूरी विटामिंस की मात्रा पाई जाती है जिससे हड्डियों को मजबूत बनाने में बहुत मदद मिलती है। इसके साथ ही तिलापिया मछली के उपयोग से हड्डियों के घनत्व में भी वृद्धि होती है जिससे शरीर की हड्डियां लंबे समय तक स्वस्थ रहती हैं।
  • तिलापिया मछली के उपयोग से कैंसर जैसी घातक बीमारी के खतरों से बचाव किया जा सकता है। दरअसल, तिलापिया मछली में एंटी-कैंसर एवं एंटीट्यूमर के गुण पाए जाते हैं जिसकी मदद से शरीर में कैंसर की कोशिकाओं को विकसित होने से रोका जा सकता है। तिलापिया मछली शरीर में कीमोथेरेपी एजेंट के रूप में कार्य करती है जिससे कैंसर से बचाव करने में बहुत सहायता मिलती है।
  • तिलापिया मछली का नियमित रूप से सेवन करने से हृदय का स्वास्थ्य बेहतर रहता है जिससे हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा कम होता है। तिलापिया मछली ओमेगा-3 फैटी एसिड एवं ओमेगा-6 फैटी एसिड में समृद्धि होती है जिसकी मदद से शरीर में एलडीएल कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को घटाने के साथ-साथ फैट की मात्रा को भी कम किया जा सकता है। शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा नियंत्रित होने से हृदय संबंधी रोगों से बचने में बहुत मदद मिलती है।
  • तिलापिया मछली त्वचा संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिलता है। एक शोध के अनुसार, तिलापिया मछली में जिलेटिन पेप्टाइड (Gelatin Peptide) की मात्रा पायी जाती है जिसके प्रभाव से त्वचा में मौजूद लिपिड एवं कोलेजन को सूर्य की हानिकारक अल्ट्रावायलेट किरणों के प्रभाव से बचाया जा सकता है। इसके अलावा तिलापिया मछली का सेवन करने से बढ़ती उम्र के अनचाहे प्रभावों को भी कम किया जा सकता है।

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तिलापिया मछली के नुकसान (Losses of Tilapia Fish in hindi)

  • तिलापिया मछली का अधिक मात्रा में सेवन करने से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। दरअसल, तिलापिया मछली में आर्सेनिक (Arsenic) नामक धातु की मात्रा पायी जाती है जिसकी अधिक मात्रा से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
  • तिलापिया मछली के अत्यधिक सेवन से हृदय रोग, इन्फ्लेमेशन एवं अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। तिलापिया मछली में ओमेगा 6 फैटी एसिड एवं ओमेगा 3 फैटी एसिड की अधिक मात्रा पायी जाती है जिसके कारण शरीर को नुकसान भी पहुंच सकता है।
  • तिलापिया मछली का अधिक मात्रा में सेवन करने से आंख संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। तिलापिया मछली में मरकरी विषाक्तता (Mercury Toxicity) के प्रभाव पाए जाते हैं जिसके कारण आंख की रौशनी कमजोर हो सकती है। इसके अलावा, तिलापिया मछली का अत्यधिक सेवन करने से शरीर में असंतुलन की समस्या, कमजोरी एवं बोलने-सुनने में तकलीफ का सामना भी करना पड़ सकता है।
  • तिलापिया मछली के अत्यधिक इस्तेमाल से पाचन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। तिलापिया मछली का अधिक सेवन करने से पेट में गैस, पेट फूलना एवं एसिडिटी जैसी समस्याओं से गुजरना पड़ सकता है।

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