कम सोने के नुकसान (Losses of Less Sleep in hindi)

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कम सोने के नुकसान (kam sone ke nuksan in hindi)

कम सोने के नुकसान (kam sone ke nuksan in hindi) : कम सोने के कारण काफी सारे नुकसान होते हैं, नींद हमारे जीवन का एक प्रमुख हिस्सा है। खाने, पिने और श्वास लेने के अलावा अच्छे सोना एक प्रमुख कार्य है जिसके बिना मनुष्य का जीवन संभव नहीं है। आइये जानते हैं कम कम सोने से होने वाले नुकसान। Losses of Less Sleep in hindi, Effects of lack of sleep in hindi.

कम सोने से होने वाले नुकसान (Losses of Less Sleep in hindi)

  • हमारे शारीरिक विकास के नियंत्रण के लिए एक अच्छी नींद बेहद जरुरी होती है। कम सोने के कारण कई प्रकार की बीमारियां होने का खतरा रहता है जैसे हृदय संबंधी रोग, उच्च रक्त चाप, हार्ट अटैक, और गुर्दों के विकार। इसके अलावा कम सोने के कारण शरीर में मोटापा बढ़ने की भी संभावना रहती है। एक अच्छी नींद लेने से क्षतिग्रस्त हुई रक्त वाहिकाओं, मांसपेशियों और ऊतकों को ठीक करने में सहायता करता है।
  • हर व्यक्ति को पर्याप्त नींद की जरुरत होती है। स्वस्थ व्यक्ति को करीब 8 घंटे की नींद की जरुरत होती है। कम सोने से हमारे शरीर का हार्मोनल बैलेंस बिगड़ सकता है। ऐसा इसीलिए क्योंकि जब हम सोते हैं तो हमारे शरीर में महत्वपूर्ण हॉर्मोन्स का निर्माण होता है जो हमारी भूख, मेटाबॉलिज्म और ऊर्जा के स्तर को नियंत्रित करने का कार्य करते हैं। इसी वजह से जब हम पर्याप्त नींद नहीं लेते तो हमारे शरीर का हार्मोनल संतुलन बिगड़ सकता है।
  • पर्याप्त नींद न लेने के कारण शरीर में मोटापे की समस्या बढ़ सकती है। कम नींद लेने के कारण हमारे शरीर का कोर्टिसोल (Cortisol) स्तर और इन्सुलिन दोनों की मात्रा बढ़ती है जिसके कारण हमारा वजन बढ़ सकता है। नींद का अभाव हमारे लेप्टिन को भी कम कर सकता है (लेप्टिन वो हॉर्मोन होते हैं जो हमारे दिमाग को खाने की कमीं और पूर्णता का संकेत देता है।) इसीलिए पर्याप्त नींद लेना बेहद जरुरी है।
  • नींद की कमीं के कारण हमारा दिमाग डिस्टर्ब्ड रहता है जिसके कारण हम चिड़चिड़ा महसूस करते है या किसी से भी जल्दी से झगड़ा मोल लेते हैं। इसके अलावा कम नींद अवसाद और ध्यान में कमीं जैसी समस्याओं को जन्म देने का कारण बनता है।
  • कम सोने के कारण हमारे मस्तिष्क को रिफ्रेश होने का समय नहीं मिल पाता जिसका असर हमारी मस्तिष्क के तंत्रिका पथ पर पड़ता है। अच्छी नींद हमारे मस्तिष्क में नए तंत्रिका पथ का निर्माण कर हमें अगले दिन की नयी जानकारियों को याद रखने में मदद करती है। कम सोने के कारण हमें स्पष्ट या रचनात्मक रूप से सोचने, समस्याओं को हल करने और निर्णय लेने में समस्या हो सकती है। जिससे हमारी याददाश्त कम हो सकती है या हमें भूलने की बीमारी भी हो सकती है।

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  • जब हम पर्याप्त नींद का अनुभव करते हैं तो हमारे शरीर में कुछ सकारात्मक परिवर्तन होते हैं जिसके कारण हमारी शरीर की कोशिकाएं विकसित होती रहती हैं परन्तु पर्याप्त नींद न लेने से शरीर इन सभी सकारात्मक बदलाव के अनुभव से वंचित रह जाता है जो एक बेहतर स्वास्थ्य की दृष्टि से बिलकुल सही नहीं है।
  • कम नींद लेने के कारण शरीर में दर्द और अकड़न जैसी समस्या होने लगती है। इसके अलावा सारा दिन सिर भारी- भारी सा महसूस होता है। ऐसा इसीलिए क्योंकि हमारे शरीर की मांसपेशियों को आराम की आवश्यकता होती है जो एक अच्छी नींद से ही संभव है।
  • कम नींद का नकारात्मक प्रभाव हमारे पुरे शरीर पर पड़ता है। जिससे हमारा पाचन तंत्र भी प्रभावित होता है। पर्याप्त नींद न लेने के कारण शरीर की पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है जो आगे चलकर पेट की समस्याओं का कारण बनती है।
  • कम नींद के कारण हमारा शरीर रह रहकर कांपता है या झटके खाता है। यह एक आम स्थिति है। इस अवस्था को हिप्निक जर्क (Hypnic Jerk) कहते हैं जिनका शरीर पर कोई नुकसान नहीं होता।
  • एक शोध के अनुसार 6 घंटे से कम की नींद लेने से नशे सी हालत हो सकती है लगातार 12-15 रातों तक 6 घंटे से कम की नींद लेने वालों में चुस्ती और चेतना बिलकुल वैसी ही होगी जैसा रक्त में 0.1 प्रतिशत अल्कोहल के बाद होती है। जिसके कारण हमारे बोलने का तरीका साफ़ नहीं होगा, संतुलन बिगड़ा हुआ होगा और याददाश्त की वृद्धि पर भी नकारात्मक असर पड़ेगा।

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