मूली खाने के फायदे और नुकसान

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मूली खाने के फायदे और नुकसान

मूली खाने के फायदे और नुकसान : मूली खाने के फायदे और नुकसान (muli khane ke fayde aur nuksan) दोनों ही होते हैं। मूली खाने, रस और पाउडर के प्रयोग के से जहाँ कई फायदे होते हैं वहीं मूली खाने के कई नुकसान भी होते हैं। Advantages and disadvantages of white radish in Hindi.

मूली खाने के फायदे और नुकसान

मूली खाने के फायदे

  • मूली और अनार के रस को मिक्स करके पीने से हीमोग्लोबिन बढ़ता है, पेट के कीड़ों को मारने के लिए भी कच्ची मूली का प्रयोग किया जाता है।
  • मूली में डिटॉक्सिफायर पाया जाता है जोकि बवासीर के रोग को ठीक करने में काफी कारगर होता है, मूली में हल्दी मिलाकर खाने से बवासीर में काफी फायदा होता है।
  • मूली में काफी मात्रा में पानी पाया जाता है जो हमारे शरीर में पानी की मात्रा बनाये रखने में मदद करता है जिसकी वजह से पेट सम्बन्धी बीमारी जैसे कब्ज, अपच आदि कई समस्या दूर होती हैं।
  • मूली के पत्तों का भी सेवन करना चाहिए, मूली के पत्ते हमारे शरीर से विषैले पदार्थों को निकालने में बहुत कारगर होते हैं। मूली हमारे शरीर में एक कीटाणुनाशक के रूप में कार्य करती है।
  • पीलिया रोगियों को मूली खाने से फायदा होता है, पीलिया रोग से ग्रसित व्यक्ति अगर रोज सुबह उठने के बाद मूली का सेवन करता है तो उसका पीलिया जल्द ठीक हो जाता है। पीलिया से ग्रस्त व्यक्ति के शरीर में से बिलीरुबिन को निकालने और उसे स्थिर रखने में भी मूली के पत्तों का सेवन काफी कारगर होता है। बिलीरुबिन मूत्र और पित्त से उत्सर्जित होता है और इसके उच्च स्तर से पीलिया और कई अन्य रोग हो सकते हैं।
  • मूली में काफी कम मात्रा में कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है जो खाना पचाने में काफी कारगर होती है। वजन कम करने के लिए मूली के बीज या मूली का प्रयोग करना चाहिए। मूली का रोज प्रयोग करने से भूख को शांत किया जा सकता है।
  • रोज खाने के साथ मूली का प्रयोग सेंधा नमक के साथ करने से गुर्दे की पथरी को दूर किया जा सकता है। मूत्र रोग और इससे संबंधित किसी भी बीमारी और इससे होने वाले संक्रमण को दूर करने के लिए मूली या मूली के रस का प्रयोग किया जाना चाहिए।
  • मूली में डिटॉक्सिफिकेशन और एंटी कार्सिनोजेनिक गुण काफी मात्रा में पाया जाता है डिटॉक्सिफिकेशन हमारे लीवर में मौजूद रक्त को साफ करता है और शरीर से विषैले पदार्थों को भी निकालने में काफी लाभकारी होता है।
  • शरीर पर हो रहे सफ़ेद दागों पर भी मूली कारगर होती है, मूली के बीज का पाउडर बनाकर उसे गाय के मूत्र या सिरके, अदरक के रस में भिगाकर सफेद दागों पर लगाने से काफी फायदा होता है।
  • बुखार में मूली के सेवन से तापमान कम और सूजन को कम करने में काफी सहायता मिलती है। इसके लिए मूली का रस या मूली के छोटे-छोटे टुकड़ों में काला नमक मिलाकर इसका सेवन करना चाहिए।
  • मधुमेह में मूली का उपयोग काफी लाभदायक होता है क्योंकि मूली में ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी कम मात्रा में पाया जाता है। ग्लाइसेमिक इंडेक्स वह पैमाना है जो बताता है कि कोई खाद्य पदार्थ कितनी तेजी से और कितनी मात्रा में शरीर में शुगर को बढ़ाता है।
  • मूली पोटेशियम का एक अच्छा स्त्रोत है जो उच्च रक्तचाप को कम करने में काफी कारगर होता है।
  • मूली में विटामिन सी, फोलिक और एंथोसायनिन आदि समृद्ध मात्रा में पाया जाता है इसलिए मूली का सेवन कई प्रकार के कैंसर विशेष रूप से कोलन, किडनी, आंतों, पेट और मौखिक कैंसर के उपचार में लाभकारी होता है।
  • मूली खांसी, श्वास रोग एवं हृदय के रोगियों के लिए काफी फायदेमंद होती है। मूली के पाउडर को 5 से 10 ग्राम गर्म पानी में मिलाकर पीने से गला साफ रहता है और गले सम्बन्धी रोग नहीं होते हैं।
  • मूली के रस तथा तिल के तेल को जला कर कान में डालने से कान का दर्द दूर हो जाता है।
  • मूली हमारे शरीर की पाचन शक्ति को बढ़ती है तथा हमारे लिवर को भी मजबूती प्रदान करती है।
  • मूली में भरपूर मात्रा में मौजूद विटामिन-सी, फास्फोरस, जिंक और विटामिन-बी कॉम्प्लेक्स त्वचा के लिए अच्छे होते हैं। मूली में मौजूद पानी भी त्वचा में स्वस्थ नमी के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है। कच्ची मूली के रस से चेहरे को साफ कर सकते हैं यह एक बहुत ही अच्छे फेस पैक के रूप में कार्य करता है। मूली के इन भरपूर गुणों के कारण मुंहासे, शुष्क त्वचा, चकत्ते और त्वचा सम्बन्धी कई समस्याओं को ठीक करने में सहायता करती है।

मूली खाने के नुकसान

  • मछली खाते समय मूली का सेवन नहीं करना चाहिये क्योंकि मूली की तासीर ठंडी होती है और मछली की तासीर काफी गर्म होती है।
  • मूली खाने के तुरंत बाद दूध नहीं पीना चाहिए। मूली और दूध, दोनों का एक साथ सेवन करने से त्वचा सम्बंधित समस्या हो सकती है। मूली या मूली से बनी खाद्य चीजें खाने के कम से कम 1 घंटे के बाद ही दूध पीना चाहिए।
  • मूली का ज्यादा सेवन करने से गले में दर्द और सूजन की भी शिकायत हो सकती है।
  • मूली और करेला का प्रयोग एक साथ नहीं किया जाना चाहिए। एक साथ खाने से दिल और साँस पर असर पड़ता है।
  • मूली के साथ संतरे का उपयोग करने से पेट संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं।

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