कुटकी चिरायता पीने के फायदे

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कुटकी चिरायता पीने के फायदे

कुटकी चिरायता पीने के फायदे ( kutki chirayta pine ke fayde ) : आज हम बताएँगे कुटकी चिरायता पीने के फायदे, कुटकी और चिरायता दोनों अलग-अलग औषधीय पौधे होते हैं। कुटकी औषधीय गुणों से भरपूर एक जड़ी-बूटी हैं, जिसका आयुर्वेद में महत्त्वपूर्ण स्थान हैं। कुटकी स्वाद में कड़वी होती है और कुटकी का पौधा हिमालय में 3000-5000 मीटर की ऊँचाई में पाया जाता है।

कुटकी शक्तिशाली आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है इसलिए चिकित्सक, उपचार के लिए कुटकी की जड़ और प्रकंद यानी भूमिगत तने का उपयोग करते हैं। कुटकी पित्त और कफ की समस्याओं को ठीक करने वाली और भूख बढ़ाने वाली जड़ी-बूटी है। औषधीय गुणों से भरपूर कुटकी का मुख्य रूप से उपयोग बुखार, त्वचा विकार और मधुमेह के इलाज के लिए किया जाता है।

चिरायता औषधीय गुणों से भरपूर एक पौधा है, जिसमें नीम और कालमेघ दोनों के गुण पाए जाते हैं। चिरायता को अंग्रेजी में Swertia के नाम से भी जाना जाता है।  चिरायता स्वाद में तीखा, ठंडा और कफ विकारों को ठीक करने वाला होता है।

आयुर्वेद के अनुसार, चिरायता एक बहुत ही उत्तम औषधि हैं, जिसमें एंटीऑक्सीडेंट, हाइपोग्लाइसेमिक, हेप्टोप्रोटेक्टिव, एंटी-इंफ्लामेटरी, लैक्सेटिव और डाइजेस्टिव गुण होते हैं, जो संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।

अब बात करें कुटकी चिरायता पीने के फायदे कि तो आयुर्वेद के अनुसार कुटकी चिरायता का एक साथ सेवन करने से यह एक शक्तिशाली मिश्रण बन जाता है, जो शरीर को कई बीमारियों से बचाता है और बीमारी की अवस्था में बीमारी के लक्षणों को कम करने में मदद करता है

इसलिए आज हम आपको अपने इस आर्टिकल के जरिए बताएंगे कि कुटकी चिरायता पीने के स्वास्थ्य के लिए क्या लाभ होते हैं, तो आइए विस्तार में जाने हमारे इस आर्टिकल से कुटकी चिरायता पीने के फायदे के बारे में।

कुटकी के अन्य भाषाओं में नाम

कुटकी को हिंदी में कुटकी, कटुकी व कटुका, संस्कृत में शतपर्वा, कट्वी व कटुका, गुजराती में बालकाडू, तमिल में कादुगुरोहिणी, बंगाली में कटकी व कुरू, नेपाली में कुटकी, पंजाबी में काली कुटकी व कर्रू और मराठी में केदारकडू  व कुटकी कहा जाता है।

चिरायता के अन्य भाषाओं में नाम

चिरायता को हिंदी में चिरायता, चिरेता व चिरैता, संस्कृत में किराततिक्त, कैरात व कटुतिक्त, उर्दू में चियारायता, गुजराती में करियातु व चिरायता, तमिल में निलावेम्बु व शिरातकूच्ची, बंगाली में चिराता, नेपाली में चिराइता व तिडा, पंजाबी में चिरेता व चिरायता और मराठी में काडेचिराईत व चिराइता कहा जाता हैं।

कुटकी चिरायता पीने के फायदे ( Benefits of drinking kutki chirayta in hindi )

  • त्वचा स्वास्थ्य के लिए कुटकी चिरायता पीना फायदेमंद होता हैं। दरअसल कुटकी चिरायता में त्वचा संबंधी रोग को कम करने वाले गुण पाए जाते है अर्थात कुटकी एवं चिरायता त्वचा के रोग के लक्षणों को बढ़ने नहीं देती हैं इसलिए कुटकी और चिरायता का प्रयोग एक्जिमा एवं सोरायसिस जैसी त्वचा संबंधित बीमारियों को दूर करने के लिए भी किया जाता हैं।
  • कुटकी एवं चिरायता में पाए जाने वाले औषधीय गुण, सामान्य मौसमी बुखार जैसे सर्दी-खांसी और जुकाम से शरीर की रक्षा करते हैं। इसके अलावा कुटकी चिरायता में एंटीपायरेटिक गुण पाए जाते हैं, जो बुखार के दौरान शरीर के बढ़ते तापमान को कम करके बुखार से राहत प्रदान करने में सहायक होते हैं।
  • मधुमेह रोगियों के लिए कुटकी चिरायता पीना फायदेमंद होता है क्योंकि इसका कड़वा स्वाद रक्त शर्करा के कई दोषों को दूर करने में हमारी मदद करता है। इसके अलावा एक शोध के अनुसार कुटकी चिरायता में एंटी-डायबिटीज गुण पाए जाते हैं, जो रक्त में मौजूद शुगर के स्तर को कम कर, मधुमेह रोग से बचाव एवं रोकथाम करने में सहायक होते हैं।
  • पाचन स्वास्थ्य के लिए कुटकी चिरायता पीना लाभदायक होता है क्योंकि कुटकी चिरायता में मौजूद लैक्सेटिव और डाइजेस्टिव गुण पाचन में सुधार कर, पाचन तंत्र को स्वस्थ एवं मजबूत बनाए रखने में सहायक होते है। इसके अलावा यह कब्ज, अपच जैसी अन्य पेट समस्याओं को दूर करने में भी सहायक होता हैं।

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  • गठिया एक ऐसी बीमारी है जिसमें जोड़ों में दर्द एवं सूजन बनी रहती हैं। ऐसे में कुटकी चिरायता पीना फायदेमंद होता हैं क्योंकि कुटकी चिरायता में दर्द एवं  सूजन को कम करने वाले गुण पाए जाते हैं, जो आपको गठिया से बचाते हैं इसलिए गठिया से पीड़ित रोगी को कुटकी चिरायता पीना चाहिए।
  • कुटकी चिरायता पीने के फायदे लिवर स्वास्थ्य के लिए भी देखे गए हैं। दरअसल कुटकी एवं चिरायता में मौजूद औषधीय गुण लीवर में सुधार कर, लिवर के कार्य को बेहतर बनाते हैं और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर लीवर को स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं।
  • बढ़ते वजन से परेशान लोगों को कुटकी चिरायता पीना चाहिए क्योंकि कुटकी चिरायता में मौजूद औषधीय गुण आपके मेटाबॉलिज्म को बढ़ते है। दरअसल मेटाबॉलिज्म रेट जितनी ज्यादा होगी, आप उतनी ही ज्यादा कैलोरी बर्न करेंगे इसलिए आप जितनी ज्यादा कैलोरी बर्न करते हैं, उतना ही ज्यादा वजन कम होता हैं इसलिए मोटापे से परेशान लोगों के लिए कुटकी चिरायता पीना फायदेमंद होता है।

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Sumit Raghav
Sumit Raghav
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