बच्चों के लिए केसर के फायदे ( baccho ke liye kesar ke fayde ) : केसर एक प्रकार का पौधा होता है जिसके फूल में लगे स्त्रीकेसर का आगे वाला सूखा भाग ‘केसर’ कहलाता है। केसर अत्यंत सुगंधित होता है जिसका उपयोग कई प्रकार के व्यंजनों एवं मिठाइयों को बनाने के लिए किया जाता है।
केसर में बहुत से औषधीय गुण मौजूद होते है जिसका इस्तेमाल औषधि बनाने के लिए किया जाता है। केसर में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते है जिसका सेवन करना बच्चों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। केसर न केवल बड़े बच्चों के लिए फायदेमंद होता है बल्कि छोटे नवजात और भ्रूण के शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है।
केसर की तासीर गर्म होती है इसलिए इसका उपयोग सर्दियों एवं ठंडे क्षेत्रों में रहने वाले लोग अधिक किया करते है। केसर का वानस्पतिक नाम क्रोकस सैटाइवस (Crocus sativus) है। बच्चों के लिए केसर के फायदों की विस्तृत जानकारी आगे दी गयी है।
केसर में पाए जाने वाले पोषक तत्व
केसर में कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्निशियम, आयरन, सोडियम, कैलोरी, फैट, जिंक, सेलेनियम, फास्फोरस, फोलेट, विटामिन C, विटामिन B6, विटामिन A, सैचुरेटेड फैटी एसिड, पॉली अनसैचुरेटेड फैटी एसिड, नियासिन जैसे पोषक तत्व पाए जाते है।
केसर का अन्य भाषाओं में नाम
केसर को हिंदी में केशर व जाफरान और अंग्रेजी में सैफरॉन कहा जाता है। केसर को संस्कृत में कुमकुम, पंजाबी में केशल, मलयालम में केसरम, मलयालम में केसरम, तमिल में कुंगुमपु, तेलुगु में कुंकुमापुवु, कश्मीरी में कोंग कहा जाता है।
केसर की खेती
केसर की खेती भारत, इटली, ग्रीस, चीन, तुर्किस्तान, स्पेन, ईरान जैसे कई देशों में की जाती है। भारत में हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर आदि राज्यों में केसर की खेती की जाती है।
केसर का सेवन करने का तरीका
- केसर का कई प्रकार के व्यंजनों में डालकर सेवन किया जाता है। केसर को खीर, पुलाव, मिठाइयों, बिरयानी आदि में डालकर खाया जा सकता है। इसके अलावा केसर का सेवन दूध और शहद में मिलाकर भी किया जा सकता है।
- बच्चों को केसर की कम मात्रा का सेवन कराना चाहिए क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है जिसका अधिक सेवन करने से यह शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। नवजात शिशु या छः महीने के शिशुओं को केसर के केवल एक रेशे का सेवन ही कराना चाहिए।
जानें – शहद और केसर के फायदे।
बच्चों के लिए केसर के फायदे ( Benefits of Saffron for Kids in hindi )
- बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने के लिए केसर बेहद फायदेमंद होता है। बच्चों को नियमित रूप से केसर का सेवन कराना चाहिए इससे बच्चे कई रोगों से सुरक्षित रहते है। केसर में मौजूद पोषक तत्व रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाकर बच्चों को शारीरिक रूप से स्वस्थ रखने में मदद करते है। केसर शारीरिक रोगों के अलावा मानसिक समस्याओं को ठीक करने में भी मददगार होते है।
- नवजात शिशु में सर्दी-जुकाम की समस्या को दूर करने के लिए केसर बेहद फायदेमंद होता है। नवजात शिशु को सर्दी या जुकाम होने पर उसकी नाक और माथे पर माँ के दूध के साथ केसर मिलाकर इसका लेप मलने से फायदा होता है। इसके अलावा केसर में जायफल और लौंग को मिलाकर इसका लेप बनाकर इसे नवजात की छाती और पीठ पर लगाने से नवजात शिशुओं में सर्दी-जुकाम की समस्या खत्म हो जाती है।
- बच्चों में आँखों से संबंधित समस्याओं को ठीक करने के लिए केसर बेहद फायदेमंद होता है। आँखों की रोशनी तेज करने और आँखों को स्वस्थ्य रखने के लिए केसर का नियमित रूप से सेवन करना बेहद फायदेमंद होता है। केसर में मौजूद पोषक तत्व आँखों से संबंधित किसी भी समस्या से लड़ने के साथ-साथ आँखों को स्वस्थ्य रखने में भी मदद करते है।
- बच्चों में अनिद्रा यानि नींद न आने की समस्या को दूर करने के लिए केसर बेहद फायदेमंद होता है। बच्चों को दूध में केसर मिलाकर इसे पिलाने से नींद न आने की समस्या को दूर किया जा सकता है। केसर वाला दूध रात को सोने से पहले बच्चों को पिलाए इससे बच्चे बेहद शांत और आरामदायक नींद ले पाएंगे।
- बच्चों में बुखार की समस्या को दूर करने के लिए केसर बेहद फायदेमंद होता है। केसर की तासीर गर्म होती है इसीलिए यह ठंड से बार-बार बुखार आने की समस्या को दूर करने में मदद करता है। केसर का नियमित रूप से सेवन करने से बुखार की समस्या ठीक हो जाती है क्योंकि केसर में क्रोकिन नामक तत्व मौजूद होते है जो बुखार के बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करता है।
- बच्चों में पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए केसर बेहद फायदेमंद होता है। केसर में मौजूद पोषक तत्व पाचन तंत्र को मजबूत करके उससे होने वाली बीमारियों से सुरक्षा करने में मदद करते है। इसके अलावा बच्चों में खांसी की समस्या को दूर करने के लिए भी केसर का इस्तेमाल किया जा सकता है।
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