बेल का शरबत पीने के फायदे और नुकसान – Wood-apple

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बेल का शरबत पीने के फायदे और नुकसान - Wood-apple

बेल का शरबत पीने के फायदे और नुकसान ( Bel ka sharbat peene ke fayde aur nuksan ) : बेल के शरबत के फायदे और नुकसान कई है। बेल एक प्रकार का पेड़ है जिससे प्राप्त फल का उपयोग शरबत बनाने के लिए किया जाता है। बेल फल का बाहर का भाग कठोर और अंदरूनी भाग बहुत कोमल होता है और इसका आकार अंडाकार एवं गोलाकार होता है। बेल का फल बहुत ही मीठा होता है जिससे बनाया जाने वाला शरबत बहुत ही स्वादिष्ट होता है और इसकी तासीर ठंडी होती है।

बेल का शरबत पीने के फायदे और नुकसान (Benefits and harms of drinking Wood-apple juice in hindi)

बेल का शरबत पीना शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है। बेल के शरबत में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते है जो विभिन्न रोगों से लड़ने में मदद करते है। बेल के शरबत को आयुर्वेद में औषधि के रूप में उपयोग किया जाता है क्योंकि स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक होते है।

बेल का अन्य भाषाओं में नाम

बेल को हिंदी भाषा में बेल व श्रीफल और अंग्रेजी भाषा में वुड एप्पल, बेल फ्रूट कहा जाता है। इसके अलावा बेल को संस्कृत भाषा बिल्व, शैलूष, शाण्डिल्य, श्रीफल व सदाफल आदि, असामीज में बेल, कोंकणी में बेल, उर्दू में बेल, तेलुगु में मारेडु, उड़िया में बेलो व बेलथाई, कन्नड़ में बेलके पत्ते, गुजराती में बीली, तमिल में बिल्वम व बिल्वपझम, बंगाली में बेल, नेपाली में बेल, मराठी में बेल,बीली व बोलो कहा जाता है।

बेल शरबत पीने के फायदे (Benefits of drinking Wood-apple juice in hindi)

  • बेल शरबत पीना डायबिटीज के रोगियों के लिए फायदेमंद होता है। बेल शरबत में मौजूद पोषक तत्व रक्त में शर्करा की मात्रा को नियंत्रित करने में मदद करते है। रक्त में शर्करा और ग्लूकोज की मात्रा को नियंत्रित करने के लिए नियमित रूप से और कम मात्रा में बेल का शरबत पीना चाहिए क्योंकि इससे शरीर में इंसुलिन की मात्रा को बढ़ाया जा सकता है।
  • बेल का शरबत इम्युनिटी बढ़ाने और शरीर को फुर्ती प्रदान करने के लिए पीया जा सकता है। इसके अलावा स्तनपान कराने वाली महिलाओं में दूध की वृद्धि करने के लिए भी बेल का शरबत पीना बेहद फायदेमंद होता है। बेल शरबत को नियमित रूप से पीना स्तनपान कराने महिलाओं और उनके शिशु के लिए बेहद लाभदायक होता है।
  • बेल शरबत पीना हृदय संबंधी रोगों को ठीक करने में बेहद फायदेमंद होता है। रोजाना बेल का शरबत पीने से शरीर में मौजूद बुरे कोलेस्ट्रॉल को ख़त्म किया जा सकता है। बेल का शरबत पीने से बुरे कोलेस्ट्रॉल को कम करके अच्छे कोलेस्ट्रॉल में वृद्धि की जा सकती है और इससे ट्राइग्लिसराइड्स, सीरम और ऊतक लिपिड को नियंत्रित किया जा सकता है। बेल का शरबत पीने से ह्रदय में रक्त परिसंचरण सुचारू रूप से होता है जिससे हृदय स्वस्थ रहता है।
  • बेल का शरबत पीने से कब्ज की समस्या को ठीक किया जा सकता है। कब्ज और उससे होने वाली समस्याओं को ठीक करने के लिए रोजाना नियमित रूप से बेल का शरबत पीना बेहद फायदेमंद होता है। बेल शरबत में मौजूद पोषक तत्व पेट दर्द और पेट में ऐंठन की समस्या को तुरंत ठीक करने के साथ मल निकलने में होने वाली परेशानियों को भी कम करने में मदद करता है।
  • बेल का शरबत पीने से शरीर के किसी भी भाग में होने वाली सूजन को कम किया जा सकता है। बेल के शरबत में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते है जो शरीर में होने वाली सूजन को कम करने के साथ खुजली और खिंचाव की समस्या को ठीक करके शांत करने में मदद करता है। इसके अलावा बेल के शरबत में मौजूद पोषक तत्व अल्सर की समस्या को ठीक करने में भी बेहद कारगर होता है। अल्सर के रोगियों को रोजाना नियमित रूप से बेल का शरबत पीना चाहिए इससे इनकी समस्या ठीक हो सकती है।

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  • बेल का शरबत पीना रक्त को साफ़ करने में मदद करता है। बेल के शरबत में मौजूद पोषक तत्व रक्त की अशुद्धियों को कम करने में मदद करता है और साथ ही रक्त से संबंधित समस्याओं से सुरक्षा करने में मदद करता है। रोजाना बेल का शरबत पीना रक्त को शुद्ध यानि प्यूरीफाई करने में मदद करता है। इसके अलावा बेल का शरबत पीने से रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जा सकता है और कई घातक रोगों से बचा जा सकता है।
  • बेल का शरबत पीना त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद होता है। बेल के शरबत में मौजूद एंटीइंफ्लेमेटरी गुण त्वचा में होने वाले विभिन्न रोगों और एलर्जी से सुरक्षा करने में मदद करता है। त्वचा में पड़ने वाले चकत्ते, कील-मुहांसे एवं त्वचा संबंधी कई समस्याओं को ठीक करने और त्वचा को स्वस्थ्य रखने में मदद करता है। रोजाना बेल शरबत का सेवन करने से त्वचा संक्रमण एवं बुरे बैक्टीरिया से बचा जा सकता है।
  • बेल का शरबत पीना स्कर्वी के रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। बेल के शरबत में मौजूद विटामिन सी एवं पोषक तत्व स्कर्वी रोग के दौरान मसूड़े फूलने एवं मसूड़ों से रक्तस्राव होने की समस्या को ठीक करने में मदद करता है। स्कर्वी के रोगियों को रोजाना नियमित रूप से बेल का शरबत पीना चाहिए इससे स्कर्वी रोग से उत्पन्न समस्याएं ख़त्म हो सकती है।
  • बेल का शरबत श्वसन संबंधी समस्याओं को ठीक करने में मदद करता है। जिन लोगों को श्वसन संबंधी समस्याएं है वे रोजाना नियमित रूप से बेल का शरबत पीने से श्वसन संबंधी समस्या ठीक हो जाती है। बेल के शरबत में मौजूद पोषक तत्व जुकाम एवं अस्थमा जैसी समस्या से सुरक्षा करने में मदद करता है। इसके अलावा बेल का शरबत पीना बवासीर के रोगियों के लिए भी फायदेमंद होता है। बेल के शरबत में मौजूद पोषक तत्व बवासीर के साथ-साथ टैनिन दस्त, हैजा एवं विटिलिगो की समस्याओं को दूर करने में भी मदद करता है।

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बेल का शरबत पीने के नुकसान (Losses of drinking Wood-apple juice in hindi)

  • बेल का शरबत अधिक मात्रा में पीने से कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती है। बेल शरबत का अधिक मात्रा में सेवन करने से पुरुषों एवं महिलाओं में बांझपन की समस्या उत्पन्न होने का खतरा हो सकता है।
  • गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाएं बेल शरबत का अधिक सेवन करने से बचे यह इनके और शिशु के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
  • बेल शरबत आवश्यकता से अधिक पीना मधुमेह के रोगियों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसके अलावा किसी रोग के इलाज के दौरान बेल का शरबत पीने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।

जानें बेल के फायदे और नुकसान – Bael (Wood Apple)

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