थायरॉइड में लहसुन के फायदे ( thyroid mein lahsun ke fayde ) : थायरॉइड में लहसुन के बहुत से फायदे होते हैं, थायरॉइड एक प्रकार का रोग है जिसमे थायरॉइड ग्रंथि पर्याप्त मात्रा में हार्मोन का निर्माण करने में सक्षम नहीं हो पाती है। थायरॉइड रोग उत्पन्न होने का कारण अस्वस्थ खानपान व अधिक तनाव की समस्या है। थायरॉइड ग्रंथि में कुछ समस्याएं होने के कारण Hyperthyroidism या Hypothyroidism रोग उत्पन्न हो जाते हैं।
थायरॉइड ग्रंथि मानव शरीर की अंत स्रावी ग्रंथियों में से एक होती है जो Tri–iodothyronine यानी T3 व Thyrocalcitonin नामक हार्मोन को स्रावित करती है। टी3 और Thyrocalcitonin हार्मोन्स शरीर के मेटाबॉलिज्म दर व अन्य विकास तंत्रों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करते हैं। थायरॉइड होने पर लहसुन का सेवन करना बेहद फायदेमंद माना जाता है इसलिए जिन लोगों को थायरॉइड की समस्या है उनको लहसुन का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
थायरॉइड में लहसुन के फायदे (Benefits of Garlic in thyroid in hindi)
थायरॉइड में लहसुन का सेवन करना बेहद फायदेमंद होता है, क्योंकि लहसुन में फ्लेवोनॉइड जैसे पोषक पाए जाते हैं जो थायरॉइड में होने वाली परेशानियों को ठीक करने में मदद करता है। थायरॉइड में लहसुन खाने से यह थायरॉइड ग्रंथि को पर्याप्त मात्रा में पोषण प्रदान करता है और थायरॉइड के दौरान होने वाली समस्याओं को दूर करने में भी मदद करता है।
थायरॉइड में लहसुन का सेवन करने से यह बढ़ते हुए वजन को कम करने में मदद करता है। रोजाना सुबह खाली पेट लहसुन का सेवन करने से यह हाइपोथायरॉइड जो थायरॉइड का एक प्रकार है जिसमें वजन बहुत अधिक बढ़ जाता है की समस्या को ठीक करने में बेहद फायदेमंद होता है। इसके अलावा थायरॉइड में वेजिटेबल के सूप में लहसुन डालकर भी इसका सेवन कर सकते है इससे वजन को जल्द ही कम किया जा सकता है।
थायरॉइड में लहसुन का सेवन करने से यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में मदद करता है और थायरॉइड के दौरान होने वाली कई समस्याओं से लड़ने में मदद करता है।
थायरॉइड रोग होने के कारण (Causes of thyroid disease in hindi)
- अधिक तनावपूर्ण जीवन जीना।
- संतुलित आहार की मात्रा में कमी व आयोडीन की मात्रा में कमी या अधिकता होना।
- भोजन में सोया युक्त उत्पादों का अधिक मात्रा में सेवन करने से थायरॉइड की समस्या उत्पन्न हो जाती है।
- गर्भावस्था में महिलाओं के शरीर में कई परिवर्तन होते है जिसकी वजह से थायरॉइड रोग होने की संभावना रहती है।
- थायरॉइड रोग आनुवंशिकी भी हो सकता है यदि परिवार में किसी व्यक्ति को थायरॉइड रोग हुआ है तो यह परिवार के किसी अन्य सदस्य में भी हो सकता है।
थायरॉइड के लक्षण (symptoms of thyroid in hindi)
- थायरॉइड हार्मोन की मात्रा अधिक होने के कारण शरीर में मेटाबोलिज्म की मात्रा बढ़ जाती है।
- ओस्टियोपोरोसिस हो जाना जिसमें हड्डियों में तेजी से कैल्शियम की कमी होने लगती है।
- बालों का झड़ना व पतलापन।
- नींद न आने की समस्या।
- दिल की धड़कन बढ़ना।
- अधिक पसीना आना।
- मांसपेशियों में कमजोरी एवं दर्द होना।
- मासिक धर्म में अनियमितता की समस्या।
- दिल की धड़कन का बढ़ना।
- घबराहट
- चिड़चिड़ापन
- हाथों का काँपना
- अधिक भूख लगने के बाद भी वजन घटना
थायरॉइड की अल्प सक्रियता होने के कारण हाइपोथायरायडिज्म की समस्या उत्पन्न हो जाती है इसके लक्षण निम्नलिखित हैं –
- मेटाबॉलिज्म धीमा होने पर वजन का बढ़ जाना।
- धड़कन की गति धीमी होना।
- अवसाद।
- थकान महसूस करना।
- कम पसीना आना।
- सर्दी के प्रति अति संवेदनशील होना।
- बालों का अधिक झड़ना।
- त्वचा खुजली व सूखापन होना।
- मासिक धर्म की अनियमित्ता।
- जोड़ों में दर्द।
- मांसपेशियों में अकड़न होना।
- नाखूनों का पतला होना व जल्दी टूट जाना।
- सोचने समझने की क्षमता में कमी, बार-बार भूल जाना या कंन्फ्यूजन रहना।
- कब्ज।
- चेहरे व आँखों में सूजन।
- खून में कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाना।
- महिलाओं में बांझपन आ जाना
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