How to use isabgol for constipation in hindi

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How to use isabgol for constipation in hindi

How to use isabgol for constipation in hindi : How to use isabgol for constipation in hindi में इसबगोल (isabgol) से संबंधित सभी जानकारियां शामिल है। इसबगोल एक बीज होता है जिसका आकार घोड़े के कान के जैसा होने के कारण इसे इसबगोल कहा जाता है। इसबगोल का उपयोग प्राचीनकाल से ही कई शारीरिक रोगों के उपचार के लिए किया जाता है।

इसबगोल का उपयोग मुख्यतः कब्ज की परेशानी को दूर करने के लिए किया जाता है इसके अलावा अन्य रोगों के इलाज के लिए भी इसबगोल का इस्तेमाल किया जा सकता है। How to use isabgol for constipation in hindi की जानकारी नीचे दी गयी है –

इसबगोल की तासीर

इसबगोल का उपयोग करने से पहले इसबगोल की भूसी ठंडी होती है या गर्म जान लें। इसबगोल की भूसी ठंडी (तासीर ठंडी) होती है।

इसबगोल के अन्य नाम

इसबगोल को हिंदी में इसबगोल, इश्बगुल व इशबघोल और अंग्रेजी में साइलियम व ब्लौन्ड साइलियम कहा जाता है। इसके अलावा इसबगोल को तमिल में इशकोल विटाइ, तेलुगु में इसपगोल विट्टुलु, कन्नड़ में इसबगोलु, उर्दू में इसपघुल, गुजराती में उमतो व उर्थामुजीरम्, बंगाली में इशॉपगोल, मराठी में इसबगोल और मलयालम में इस्फघल कहा जाता है।

इसबगोल की भूसी कैसे बनती है ?

इसबगोल प्लांटागो ओवाटा नामक पौधे का बीज है जिसमें छोटी-छोटी पत्तियां और फूल होते है। इसबगोल देखने में गेहूँ के बीज जैसा होता है इन बीजों के ऊपर सफ़ेद रंग का पदार्थ चिपका रहता है जिसे इसबगोल की भूसी (Psyllium husk) कहा जाता है। इसबगोल से निकलने वाली भूसी बहुत ही गुणकारी होती है जिसका इस्तेमाल कई औषधियां बनाने के लिए किया जाता है।

इसबगोल की भूसी कैसे बनती है ?

इसबगोल की भूसी कैसे बनती है यह भी जान लें। इसबगोल की भूसी इसबगोल के बीज के ऊपर लगने वाला एक सफ़ेद रंग का पदार्थ होता है। इस सफ़ेद रंग की भूसी को पानी में मिलाया जाता है पानी मिलाने के बाद यह चिपचिपा जेल की तरह हो जाता है। इसबगोल की भूसी के मिश्रण में किसी प्रकार की सुगंध और स्वाद नहीं होता है।

इसबगोल की खुराक

इसबगोल कैसे लें यह व्यक्ति की आयु, लिंग और स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। इसबगोल की निर्धारित खुराक का इस्तेमाल करना जरुरी होता है। इसबगोल का सेवन अधिकांशतः पानी में मिलाकर किया जाता है, 1 गिलास गर्म पानी में 1 से 2 चम्मच इसबगोल की भूसी मिलाकर इसे रात के समय खाना खाने के बाद सेवन करना लाभकारी होता है। इसबगोल कैसे लें इसे जानने के लिए चिकित्सक से परामर्श भी ले सकते है।

इसबगोल के फायदे ( Benefits of Isabgol in hindi )

कब्ज में इसबगोल के लाभ (How to use isabgol for constipation in hindi)

कब्ज की परेशानी को दूर करने के लिए इसबगोल लाभकारी है। कब्ज होने पर रात को सोने से पहले 1 चम्मच इसबगोल की भूसी को गर्म पानी या दूध के साथ सेवन करें। इसबगोल की निर्धारित खुराक के उपयोग से कब्ज जल्द ही ठीक हो जाता है।

दांत दर्द

इसबगोल का उपयोग दांत दर्द के इलाज के लिए किया जाता है। दांत दर्द होने पर इसबगोल को सिरके में भिगोए और रुई में लेकर प्रभावित दांत के नीचे दबाएं इससे दांत दर्द ठीक हो जाएगा।

गठिया रोग

गठिया रोग के दौरान इसबगोल का इस्तेमाल किया जा सकता है। गठिया में होने वाले जोड़ो के दर्द में आराम दिलाने के लिए इसबगोल की पट्टी जोड़ो पर बांधे इससे दर्द और सूजन दोनों कम होगी।

ह्रदय रोग

इसबगोल के उपयोग से हृदय रोग ठीक होते है। ह्रदय को स्वस्थ्य और रोगमुक्त रखने के लिए इसबगोल का इस्तेमाल करें इससे शरीर में कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित होने में मदद मिलती है।

डायरिया

डायरिया के रोगियों के लिए इसबगोल लाभकारी है। इसबगोल में पाए जाने वाले तत्व आँतों में मौजूद पानी को नियंत्रित करने में मदद करते है इससे डायरिया का वेग नियंत्रित होता है। डायरिया में इसबगोल का उपयोग करें।

अल्सर

इसबगोल अल्सर में फायदेमंद है। अल्सर के रोगियों को इसबगोल का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है क्योंकि इसबगोल में ऐसे तत्व पाए जाते है जो पित्त शमन में मददगार होते है। अल्सर में इसबगोल का उपयोग करें इससे लाभ होगा। इसके अलावा इसबगोल का उपयोग घावों को भरने के लिए भी किया जा सकता है।

मधुमेह

मधुमेह में इसबगोल लाभकारी होता है। इसबगोल में पाए जाने वाले पोषक तत्व रक्त में शर्करा की मात्रा को नियंत्रित करने में सहायक होते है। मधुमेह के दौरान इसबगोल की निर्धारित खुराक का इस्तेमाल करें।

कीड़े के काटना

इसबगोल का उपयोग जहरीले कीड़े के काटने पर किया जाता है। जहरीले कीड़े के जहर हो नष्ट करने के लिए इसबगोल के लेप को प्रभावित भाग पर लगाए इससे जहर नष्ट होने के साथ शरीर में जहर फैलने से रोकने में मदद मिलती है।

नेत्र रोग

नेत्र रोग यानि आँखों से संबंधित रोगों के इलाज के लिए जंगली इसबगोल के इस्तेमाल की सलाह दी जाती है। आँखों में जलन होने पर इसबगोल के पत्तों का काढ़ा बनाकर इसके पानी से आँखों को धोएं इससे जलन कम होने के साथ आँखें स्वस्थ्य रहती है।

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इसबगोल के नुकसान ( Side effects of Isabgol in hindi )

इसबगोल के फायदे जानने के अलावा इसबगोल के नुकसान भी अवश्य जानें। जंगली इसबगोल से त्वचा रोग, बैचनी हो सकती है। इसबगोल के गलत उपयोग से ब्लड प्रेशर लो, दस्त, भूख न लगना, नाड़ी की कमजोरी जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती है।

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