लोबान तेल के फायदे और नुकसान – Frankincense Oil

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लोबान तेल के फायदे और नुकसान

लोबान तेल के फायदे और नुकसान ( loban tel ke fayde aur nuksan ) : लोबान तेल के फायदे और नुकसान कई होते हैं। लोबान को अंग्रेजी में (Frankincense) कहते हैं। लोबान के तेल को लोबान के पेड़ की राल या गोंद से निकाला जाता है। लोबान के वृक्ष की छाल में चीरा लगाने से जो दुग्ध रूपी पदार्थ प्राप्त होता है उसे आम भाषा में लोबान या लोहबान कहते हैं। लोबान का उपयोग कई सालों से सौंदर्य उत्पादों एवं धूपबत्ती बनाने के लिए किया जाता है। हिंदू धर्म में लोबान का इस्तेमाल पूजा-पाठ की सामग्रियों में किया जाता है।

लोबान तेल के फायदे और नुकसान (Advantages and disadvantages of frankincense oil in hindi)

लोबान के तेल में कई प्रकार के औषधीय गुण पाए जाते हैं जिसके इस्तेमाल से विभिन्न प्रकार की बीमारियों के खतरों से बचाव करने में बहुत मदद मिलती है। इसके अलावा लोबान में पाए जाने वाले गुणों की मदद से त्वचा संबंधी समस्याओं से भी छुटकारा पाया जा सकता है।

अन्य भाषाओं में लोबान के नाम-

लोबान को संस्कृत में श्यामधूप (Shyamdhoop) एवं लोहवाण (Lohvaana), तमिल में शाम्बिरानी (Shambirani), बंगाली में लुबान (Luban), मलयालम में साम्बीरानी (Sambirani) एवं मराठी में ऊध (Oodh) के नाम से जाना जाता है।

लोबान के तेल में पाए जाने वाले पौष्टिक तत्व-

लोबान के तेल में अल्फा-पाइनीन, केसेन, सेम्ब्रिन ए, सेम्ब्रेनोल, मिथाइलचविकोल, मिथाइलुगेनोल, सेबीनीन, अल्फा-थुजीन, पेरिलीन, लिनालूल आदि जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं।

लोबान के तेल के उपयोग का तरीका-

  • लोबान के तेल से सिर पर मालिश करने से सिर दर्द की समस्या में राहत मिलती है।
  • लोबान की तेल की कुछ बूंदों को ब्रश पर लगाकर ब्रश करने से दांत दर्द एवं मुंह की दुर्गंध की समस्या को दूर किया जा सकता है।
  • लोबान के तेल को त्वचा पर इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • लोबान के तेल से शरीर पर मालिश करने से सूजन की समस्या से छुटकारा मिलता है। Benefits and side effects of Frankincense Oil in hindi.

लोबान तेल के फायदे (Benefits of Frankincense Oil in hindi)

  • लोबान के तेल के इस्तेमाल से मधुमेह जैसी बीमारी के लक्षणों को कम किया जा सकता है। एक शोध के अनुसार, लोबान के अर्क में एंटी-डायबिटिक पाए जाते हैं जिसकी सहायता से रक्त में शुगर की मात्रा का स्तर नियंत्रित रहता है। लोबान के तेल का नियमित रूप से इस्तेमाल करने से मधुमेह की समस्या से जूझ रहे हैं लोगों को बहुत फायदा मिलता है।
  • लोबान के तेल के उपयोग से कैंसर जैसी घातक बीमारी के खतरों से बचाव करने में बहुत मदद मिलती है। एक अध्ययन के अनुसार, लोबान के तेल में एंटी-कैंसर के गुण पाए जाते हैं जिससे शरीर में कैंसर की कोशिकाओं को विकसित होने से रोका जा सकता है। इसके अलावा लोबान के तेल के इस्तेमाल से ट्यूमर के खतरे से भी बचा जा सकता है।
  • लोबान के तेल का उपयोग करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है जिससे कई प्रकार की बीमारियों एवं संक्रमण के खतरों से बचाव करने में बहुत मदद मिलती है। लोबान के तेल को एक शक्तिशाली एंटीसेप्टिक के रूप में भी जाना जाता है जिसके उपयोग से शरीर में हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म किया जा सकता है।
  • लोबान के तेल के इस्तेमाल से गठिया जैसी बीमारी के लक्षणों को कम करने में आसानी होती है। गठिया की बीमारी में रोगी के हड्डियों के जोड़ों में अत्यधिक दर्द एवं सूजन की समस्या उत्पन्न हो जाती है। लोबान के तेल में एंटीऑक्सीडेंट एवं एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जिससे जोड़ों में दर्द एवं सूजन की समस्या से राहत मिलती है।
  • लोबान के तेल का सेवन करने से पाचन संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। दरअसल, लोबान का तेल पेट में पाचक रस स्राव को बढ़ाने का कार्य करता है जिससे पाचन तंत्र की गतिविधि में वृद्धि होती है। लोबान के तेल का नियमित रूप से सेवन करने से पेट में कब्ज, एसिडिटी एवं अपच की समस्या को दूर किया जा सकता है।

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  • लोबान के तेल के उपयोग से अस्थमा जैसी समस्या से बचाव करने में बहुत मदद मिलती है। एक शोध के अनुसार, लोबान के तेल में पाए जाने वाले प्राकृतिक गुणों के प्रभाव से श्वास संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिलता है। इसके अलावा लोबान के तेल का इस्तेमाल करने से सांस की नलियों में सूजन को कम करने में बहुत मदद मिलती है जिससे अस्थमा की समस्या से जूझ रहे लोगों को बहुत फायदा मिलता है।
  • लोबान का तेल मौखिक स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी होता है। लोबान के तेल के इस्तेमाल से मसूड़ों की सूजन को दूर करने में आसानी होती है जिससे मसूड़े एवं दांतों का स्वास्थ्य बेहतर रहता है। इसके अलावा लोबान के तेल का नियमित रूप से इस्तेमाल करने से मसूड़ों से संबंधी बीमारियों के खतरों से भी बचा जा सकता है।
  • लोबान के तेल का नियमित रूप से इस्तेमाल करने से हृदय संबंधी रोगों के खतरे से बचा जा सकता है। एक शोध के अनुसार, लोबान के तेल में कार्डियो प्रोटेक्टिव (cardio-protective) गुण पाए जाते हैं जिससे हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा कम होता है। इसके अलावा लोबान के तेल के प्रभाव से हार्ट अटैक एवं स्ट्रोक के खतरों से भी बचा जा सकता है।
  • लोबान के तेल के उपयोग से मस्तिष्क का स्वास्थ्य बेहतर रहता है और साथ ही याददाश्त में भी वृद्धि होती है। दरअसल, लोबान के तेल में बोसवेलिक एसिड (Boswellic acid) की मात्रा पायी जाती है जिससे स्मृति में सुधार किया जा सकता है। इसके अलावा लोबान के तेल के इस्तेमाल से तनाव एवं अवसाद की समस्या से भी छुटकारा मिलता है।
  • लोबान के तेल के इस्तेमाल से अनिद्रा की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। लोबान के तेल में अल्फा-पीनिन (Alpha-Peanin) एवं लिमोनेन (Limonene) के साथ-साथ एंटीऑक्सीडेंट भी पाए जाते हैं जो नींद की गुणवत्ता में सुधार लाने का कार्य करते हैं और जिससे एक अच्छी नींद का अनुभव किया जा सकता है।

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लोबान तेल के नुकसान (Losses of Frankincense Oil in hindi)

  • संवेदनशील त्वचा वाले व्यक्तियों को लोबान के तेल का इस्तेमाल करने से एलर्जी की समस्या हो सकती है।
  • लोबान के तेल का अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से पेट संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
  • गर्भावस्था के दौरान लोबान के तेल का सेवन करने से बचना चाहिए अन्यथा इससे गर्भ में पल रहे शिशु की सेहत पर दुष्प्रभाव पड़ सकता है।

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