पीपल के पत्ते के फायदे और नुकसान – Peepal leaves

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पीपल के पत्ते के फायदे और नुकसान

पीपल के पत्ते के फायदे और नुकसान : पीपल के पत्ते के फायदे और नुकसान ( pipal ke patte ke fayde aur nuksan ) जानें – पीपल का पेड़ अपनी विशाल एवं ठंडी छाया के लिए प्रसिद्ध है। हमारे भारत देश में कई स्थानों पर पीपल की पूजा भी की जाती है। पीपल का पेड़ अपनी श्रद्धा एवं आस्था के साथ-साथ हमारे स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद माना जाता है।

पीपल फ्रेश ऑक्सीजन का एक बेहतरीन स्त्रोत माना जाता है। इसमें फ्लेवोनोइड्स (Flavonoids), स्टेरॉयड (Steroid), विटामिन (Vitamin), ग्लिसिन (Glycine), टैनिक एसिड (Tannic acid), एस्पार्टिक एसिड (Aspartic acid) एवं मेथियोनिन (Methionine) की मात्रा पायी जाती है। Advantages and disadvantages of Peepal leaves in hindi.

पीपल के पत्ते के फायदे और नुकसान (Advantages and disadvantages of Peepal leaves in hindi)

आयुर्वेद के अनुसार पीपल के पेड़ की पत्तियों, बीज, छाल एवं फल सभी को उपयोग में लाया जा सकता है। इसके प्रयोग से कई बीमारियों के खतरों से बचे रह सकते हैं। परन्तु पीपल के पत्ते का अत्यधिक सेवन करने से कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। Benefits and Side effects of Peepal leaves in hindi, benefits and losses of Peepal leaves in hindi.

पीपल के पत्ते के फायदे (Peepal leaves Benefits in hindi)

  • पीपल के पत्तों के सेवन से हमारे हृदय का स्वास्थ्य बेहतर रहता है। इसमें कार्डियो प्रोटेक्टिव (Cardioprotective) गुण पाए जाते हैं जो हमारे हृदय के लिए बेहद फायदेमंद होता है। एक अध्ययन के अनुसार रात भर भिगोये गए पीपल के पत्तों के अर्क को दिन में 2-3 बार सेवन करने से हृदय संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। इसके अलावा यह हमारे शरीर की सूजन एवं ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को भी कम करने में बेहद कारगर माना जाता है।
  • पीपल के पत्तों के उपयोग से अस्थमा जैसी बीमारी के खतरों से बचा जा सकता है। अस्थमा एक सांस से जुड़ी बीमारी है जिसमे सांस लेने में तकलीफ, सीने में जकड़न, फेफड़ों के रास्ते में सूजन, कसाव एवं खांसी की समस्या उत्पन्न हो जाती है। पीपल के पत्तों के अर्क में मौजूद प्राकृतिक गुणों के प्रभाव से ब्रोंकोस्पास्म (Bronchospasm – अस्थमा की स्थिति) में राहत मिलती है।
  • पीपल के पत्ते के उपयोग से पेट दर्द जैसी समस्याओं में राहत मिलती है। इसमें एनाल्जेसिक (Analgesic – दर्दनाशक गुण ) एवं एंटी-इंफ्लेमेटरी (Anti-inflammatory) गुण पाए जाते हैं जो हमारे शरीर से कई प्रकार के दर्द एवं सूजन की समस्या में राहत दिलाने का कार्य करते हैं। कई आयुर्वेदिक दवाओं के निर्माण में इसका प्रयोग किया जाता है।
  • पीपल की छाल के इस्तेमाल से हम डायरिया की समस्या से बच सकते हैं। डायरिया में दस्त होने लगते हैं जिसके कारण हम थका हुआ महसूस करते हैं। ऐसे में पीपल की छाल के उपयोग से हमें बहुत फायदा मिलता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल (Anti-bacterial) गुण पाए जाते हैं जिससे डायरिया की समस्या में बहुत फायदा मिलता है।
  • पीपल के पत्तों से निर्मित तेल का उपयोग करने से हमारे दांत स्वस्थ रहते हैं। इस तेल में फ्लेवोनोइड्स (Flavonoids), स्टेरॉयड (Steroids) एवं एल्कलॉइड्स (Alkaloids) बायोएक्टिव यौगिक पाए जाते हैं। यह बायोएक्टिव यौगिक हमारे दांतों को सफेद बनाये रखने एवं मसूड़ों को स्वस्थ रखने में बेहद कारगर माने जाते हैं। इसके अलावा ये हमारे मुंह की दुर्गंध की समस्या से भी छुटकारा दिलाता है जिससे हमारे मुंह का स्वास्थ्य बेहतर रहता है।
  • हमारे शरीर के रक्त को शुद्ध करने में पीपल के पत्तों का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल (Anti-bacterial) गुण के साथ-साथ एंटी-वायरल (Anti-viral) गुण भी मौजूद होते हैं जो हमारे खून को साफ रखने में मदद करते हैं। पीपल के पत्तों के अर्क का सेवन करने से हमारे रक्त की अशुद्धता दूर होने के साथ-साथ कई प्रकार के त्वचा संबंधी रोगों से भी बचा जा सकता है।
  • पीपल की पत्तियों का उपयोग करने से पीलिया जैसी समस्या में राहत मिलती है। इसमें स्टेरोल्स (Sterols) एवं फ्लेवोनॉइड (Flavonoid) जैसे बायोएक्टिव यौगिक पाए जाते हैं जिनसे पीलिया जैसी बीमारी के लक्षणों में कमी आती है। पीपल के 2-3 पत्तियों को दिन में दो बार चीनी एवं पानी के साथ सेवन करने से पीलिया की समस्या में जल्द लाभ मिल सकता है।
  • पीपल के पत्ते घाव भरने के लिए बेहद गुणकारी माने जाते हैं। घाव पर पीपल के पत्तों का गर्म लेप लगाने से हमारे घाव जल्दी भर जाते हैं। पीपल के पत्तों के अलावा पीपल की छाल का लेप लगाने से भी घाव जल्दी भर जाते हैं और उसमे जलन भी नहीं होती।
  • पीपल के पत्तों के इस्तेमाल से हमारी त्वचा साफ एवं निखरी हुई रहती है। पीपल के पत्तों या इसकी छाल का लेप लगाने से हमारी त्वचा के रंग में निखार आता है साथ ही इससे त्वचा की झुर्रियां भी कम होती हैं। पीपल के पत्तियों एवं छाल के अलावा इसकी जड़ को भिगोकर त्वचा पर लेप लगाने से झुर्रियों की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
  • पीपल के पत्तों के इस्तेमाल से नकसीर फूटने की समस्या में राहत मिलती है। इस स्थिति में नाक से खून आने लगता है ऐसे में पीपल के ताजे पत्तों के रस की कुछ बूंदों को नाक में डालने से इस समस्या में बहुत फायदा मिलता है। पीपल के पत्तों को मसल कर इसकी सुगंध को नाक के द्वारा लेने से भी नकसीर की समस्या में राहत मिलती है।
  • पीपल के पत्तों के उपयोग से फटी एड़ियों की समस्या से छुटकारा पाने में आसानी होती है। इसकी पत्तियों से निकलने वाले दूध को अपनी फटी एड़ियों पर लगाने से एड़ियां जल्दी भर जाती हैं जिससे हमें बहुत फायदा मिलता है।

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पीपल के पत्ते के नुकसान (Peepal leaves losses in hindi)

  • पीपल के पत्तों का अत्यधिक सेवन करने से प्रोस्टेट कैंसर एवं ह्रदय रोगों का खतरा बढ़ सकता है। इसमें कैल्शियम की मात्रा पायी जाती है जिसके अधिक सेवन से हमारे हृदय के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
  • पीपल के पत्तों का स्वाद बेहद कड़वा होता है जिसके प्रभाव से हमें उलटी भी हो सकती है।
  • पीपल के पत्तों के अधिक सेवन से पेट में गैस, ऐंठन एवं दर्द की समस्या उत्पन्न हो सकती है। इसमें फाइबर की मात्रा भी पायी जाती है इसके अत्यधिक उपयोग से शरीर में पेट संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

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