शलजम के 18 फायदे और नुकसान – Turnip और White Turnip

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शलजम के 18 फायदे और नुकसान

शलजम के 18 फायदे और नुकसान : शलजम के फायदे और नुकसान (shalgam ke fayde or nuksan) बहुत से हैं। शलजम एक सफेद कंदमूल है जिसका उपयोग सब्जी एवं सलाद की रूप में किया जाता है। शलजम को अंग्रेजी में Turnip और White Turnip कहा जाता है। शलजम का वैज्ञानिक नाम ब्रेसिका रापा (Brassica rapa) है। इसके अंदर कई सारे जरुरी पोषक तत्त्व पाए जाते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद गुणकारी होते हैं। मानव इतिहास में लगभग दो हज़ार वर्षों से शलजम का उपयोग किया जाता रहा है। Advantages and disadvantages of turnip in hindi.

शलजम के फायदे और नुकसान (Advantages and disadvantages of Turnip in hindi)

भारत के अलावा इसकी खेती इंग्लैंड, जापान, ईरान नॉर्वे, संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्राज़ील में की जाती है। शलजम में एंटी-ऑक्सीडेंट्स, फाइबर एवं जरुरी मिनरल्स के अलावा और भी कई सारे खनिज पाए जाते हैं जो हमारे सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। परन्तु शलजम के अत्यधिक सेवन से हमारे शरीर पर कुछ नकारात्मक प्रभाव भी हो सकते हैं।

शलजम के 18 फायदे (18 benefits of Turnip in hindi)

  1. शलजम में मुख्य रूप से एंटीऑक्सीडेंट, जरुरी मिनरल्स, विटामिन C, विटामिन E, फाइबर, कैल्शियम एवं पोटैशियम पाए जाते हैं जो शरीर को अनेको बीमारियों से बचाने का कार्य करते हैं।
  2. शलजम के नियमित सेवन से हमारी पाचन क्रिया बेहतर रहती है। इसमें फाइबर भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो हमारी पाचन प्रणाली को दुरुस्त रखने का कार्य हैं। इसके सेवन से हम पेट संबंधी समस्याओं जैसे कब्ज, पेट मे गैस, दस्त, सूजन एवं पेट में ऐंठन से बचे रहते हैं। इसके अलावा ये हमारी गैस्ट्रिक समस्याओं को भी ठीक रखता है जिससे हमारी सेहत अच्छी रहती है।
  3. शलजम के सेवन से हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है। इसमें मौजूद विटामिन C और इम्युनोलॉजिकल प्रभाव से हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली सकारात्मक रूप से प्रभावित होती है। इसके इसी गुण के कारण ही इसकी इम्यून बूस्टिंग फूड्स में शामिल किया गया है।
  4. रोजाना नियमित रूप से शलजम का सेवन करने से हम हृदय संबंधी बीमारियों से बचे रहते हैं। इसमें फाइबर और पोटैशियम की पर्याप्त मात्रा पायी जाती है जो हमारे हृदय के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। यह हमारी रक्त धमनियों के तनाव को कम करके हृदय को सुचारू रूप से कार्य करने में मदद करते हैं। वहीं इसमें मौजूद फाइबर हृदय से अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल को घटाकर इसे नष्ट करने का कार्य करता है जिससे हमारे हृदय और शरीर को बहुत फायदा मिलता है।
  5. शलजम के नियमित सेवन से एनीमिया जैसी बीमारियों से बचा जा सकता है। शरीर में आयरन की कमी के कारण हम एनीमिया जैसी बीमारी का शिकार हो सकते हैं। शलजम में आयरन भरपूर मात्रा में पाए हैं जो शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी को दूर करता है। लाल रक्त कोशिकाएं हमारे शरीर की अंग प्रणालियों को सुचारू रूप से चलाने का कार्य करती हैं। शलजम के सेवन से हमारे शरीर को बहुत फायदा मिलता है।
  6. शलजम के सेवन से हमें उच्च रक्तचाप की समस्या में राहत मिलती है। शरीर में रक्तचाप की समस्या होने के कारण कई बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है जिसमें हार्ट अटैक भी शामिल है। इसमें मौजूद पोटैशियम की सहायता से हमारे शरीर में रक्तचाप नियंत्रित रहता है।
  7. शलजम के नियमित सेवन से हम कैंसर जैसी घातक बीमारी से बच सकते हैं। एक अध्ययन के अनुसार इसमें एंटी-कैंसर गुण पाए जाते हैं जो हमारे शरीर में कैंसर की कोशिकाओं को विकसित होने से रोकते हैं जिससे कैंसर से बचाव होता है। इसके अलावा ये हमारे फेफड़ों के स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है। शलजम हमारे फेफड़ों की कार्यप्रणाली में सुधार लाता है जिसके कारण हम फेफड़ों के कैंसर से भी बच सकते हैं।
  8. शलजम के सेवन से मोटापे की समस्या से बचा जा सकता है। इसमें मौजूद फाइबर की सहायता से हमारे शरीर का वजन नियंत्रित रहता है। इसे अपने रोजाना के आहार में शामिल करने से हमारे शरीर के मेटाबॉलिज्म में वृद्धि होती है जिससे वजन घटाने में आसानी होती है और हम फिट रहते हैं।
  9. शलजम को सलाद के रूप में खाने से हमारी हड्डियां मजबूत होती हैं। इसमें कैल्शियम पर्याप्त मात्रा में मौजूद होता है जो हमारी हड्डियों के निर्माण एवं मजबूती लिए बेहद फायदेमंद होता है। शलजम के नियमित सेवन से हम ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या से बच सकते हैं। यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें हमारी हड्डियां कमजोर एवं पतली हो जाती हैं। इसके अलावा इसमें मौजूद विटामिन हड्डियों के घनत्व को भी बढ़ावा देने का कार्य करता है।
  10. शलजम की पत्तियों के नियमित सेवन से हमारी आंखें स्वास्थ्य रहती हैं। एक अध्ययन के अनुसार इसकी ताजी पत्तियों में ल्यूटिन एवं जियाजैंथिन नामक यौगिक पाए जाते हैं जो हमारी आंखों को स्वस्थ रखने में बेहद सहायक माने जाते हैं। ये हमारी बढ़ती उम्र में होने वाली बीमारियों जैसे मैक्युलर डिजनरेशन से बचाने में बेहद असरदार होते हैं। मैक्युलर डिजनरेशन एक नेत्र रोग है जिसमें हमारी आंखों की रौशनी कमजोर हो जाती है।
  11. शलजम खाने से हम आंत संबंधी संक्रमण से बच सकते हैं। इसके सेवन से हमारे शरीर में डायवर्टीकुलिटिस जैसी समस्या नहीं होती। इस संक्रमण में हमारी आंतों की दीवार के साथ एक असामान्य सी थैली का निर्माण होने होने लगता है जो हमारे शरीर पर बेहद बुरा प्रभाव डाल सकता है। ऐसे में शलजम में मौजूद उच्च फाइबर के प्रभाव से इस समस्या से दूर रहने में आसानी होती है।
  12. शलजम के नियमित सेवन से मधुमेह जैसी बीमारी से बचा जा सकता है। एक शोध के अनुसार शलजम में एंटी-डायबिटिक गुण पाए जाते हैं जो हमारे शरीर में इन्सुलिन की मात्रा को बढ़ाकर ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित रखने में बेहद सहायक होते हैं जिससे मधुमेह के रोगियों को सहायता मिलती है।
  13. शलजम में मौजूद औषधीय गुणों की सहायता से हम लिवर एवं किडनी से संबंधी बीमारियों से बचे रह सकते हैं। एक अध्ययन के अनुसार इसमें नेफ्रो प्रोटेक्टिव (किडनी के नुकसान से बचाने वाला गुण) एवं हेपेटोप्रोटेक्टिव (लिवर के नुकसान से बचाने वाला गुण) पाया जाता है जिसके नियमित इस्तेमाल से किडनी एवं लीवर में संक्रमण के प्रभाव को कम करने में बेहद सहायता मिलती है।
  14. शलजम के नियमित सेवन से हमारी याददाश्त तेज होती है। इसमें कोलिन मौजूद होता है जो हमारे मस्तिष्क के लिए बेहद फायदेमंद होता है। कोलिन के प्रभाव से हमारी स्मरण शक्ति बेहतर होती है। एक अध्ययन के अनुसार कोलिन हमारे मस्तिष्क के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके अलावा इसके प्रभाव हम दिमाग से जुड़ी बीमारियों से भी बच सकते हैं।
  15. shalgam ke fayde in pregnancy in hindi – महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान शलजम का सेवन करना बेहद फायदेमंद माना जाता है। एक अध्ययन के अनुसार इसमें फोलेट के साथ-साथ आयरन की भी भरपूर मात्रा पायी जाती है जो गर्भावस्था के समय में शरीर में रक्त की कमी को पूरा करता है। इसमें मौजूद फोलेट गर्भ में पल रहे शिशु में न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट (रीढ़ की हड्डी, जन्म दोष और मस्तिष्क को प्रभावित कर सकता है) जैसी बीमारियों के के खतरे को कम करता है।
  16. शलजम के नियमित सेवन से हम लगभग हर प्रकार के संक्रमण से बचे रह सकते हैं। इसमें एंटी-माइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं जो हमारे शरीर में हानिकारक बैक्टीरिया एवं फंगस को पनपने से रोकने का कार्य करते हैं।
  17. शलजम को अपने रोजाना के आहार में शामिल करने से हमारे बाल स्वस्थ रहते हैं। शलजम में मैग्नीशियम, जिंक एवं आयरन भरपूर पाए जाते हैं जो हमारे बालों को स्वस्थ रखने में एक महत्वपूर्ण भूमिका हैं। यह हमारे बालों की जड़ों को मजबूत बनाते हैं जिससे हम बाल झड़ने की समस्या से बचे रहते हैं।
  18. शलजम का इस्तेमाल करना हमारी त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद होता है। शलजम में पाए जाने वाले एंटी-ऑक्सीडेंट मुक्त कणों से लड़ने में हमारी मदद करता है जो हमारी त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। इसके अलावा इसमें मौजूद विटामिन C के प्रभाव से चेहरे पर आये दाग-धब्बों की समस्या से दूर रहा जा सकता है।

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शलजम के नुकसान (Losses of Turnip in hindi)

  1. शलजम के अत्यधिक सेवन से हाइपरकलेमिया की समस्या हो सकती है। इस समस्या में हमारे खून में सामान्य से अधिक पोटेशियम की मात्रा हो सकती है जो हमारे हृदय की गति को बुरी तरह प्रभावित कर सकती है। इसके साथ ही ये किडनी में भी बुरा प्रभाव डालता है।
  2. शलजम की पत्तियों के अत्यधिक सेवन से हृदय, किडनी एवं हड्डियां प्रभावित हो सकती हैं। इसमें अधिक मात्रा में फास्फोरस पाया जाता है जिसकी अधिक मात्रा हमें नुकसान भी पहुंचा सकती है।
  3. शलजम के अत्यधिक सेवन से पेट संबंधी समस्याएं जैसे पेट फूलना या पेट में ऐंठन उत्पन्न हो सकती हैं। इसमें उच्च फाइबर पाए जाते हैं जिनके अधिक सेवन से इस प्रकार की समस्या हो सकती है।

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