डाबर ब्राह्मी वटी के फायदे – Benefits of Dabur Brahmi Vati

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डाबर ब्राह्मी वटी के फायदे - Benefits of Dabur Brahmi Vati

डाबर ब्राह्मी वटी के फायदे : आज हम आपको बताएँगे डाबर ब्राह्मी वटी के फायदे ( Dabur Brahmi Vati ke fayde ), डाबर ब्राह्मी वटी एक आयुर्वेदिक दवा है जो बिना डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिल जाती हैं। डाबर ब्राह्मी वटी का मुख्य रूप से उपयोग याददाश्त खोने के इलाज यानी कमजोर स्मरण शक्ति के लिए किया जाता है।

इसके अलावा मिर्गी, अनिद्रा, तनाव, कैंसर, दर्द, सूजन, खराब प्रतिरोधक क्षमता और मधुमेह आदि समस्याओं के इलाज के लिए भी डाबर ब्राह्मी वटी का सेवन किया जाता है, तो आइए विस्तार में जाने हमारे इस आर्टिकल से डाबर ब्राह्मी वटी के फायदे के बारे में।

डाबर ब्राह्मी वटी को बनाने के लिए उपयोग की जाने वाली जड़ी-बूटी 

डाबर वटी को बनाने के लिए ब्राह्मी, शंखपुष्पी, काली मिर्च, वचा, गोजिह्वा, स्वर्णमाक्षिक भस्म, रससिन्दूर और जटामांसी क्वाथ जैसे जड़ी बूटी का उपयोग किया जाता हैं।

डाबर ब्राह्मी वटी के सेवन का तरीका

  • मात्रा: निर्धारित खुराक का उपयोग करें
  • खाने के बाद या पहले: खाने के बाद
  • अधिकतम मात्रा: 1 से 2 टैबलेट
  • लेने का तरीका: दूध या गर्म पानी
  • दवा का प्रकार: बटी (गोलियां)
  • आवृत्ति (दवा कितनी बार लेनी है): दिन में दो बार
  • दवा लेने की अवधि: 1 महीने

नोट – डाबर ब्राह्मी वटी दवा की निर्धारित मात्रा एक से दो गोली है लेकिन फिर भी डाबर ब्राह्मी वटी का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें और डॉक्टर द्वारा बताई गयी निर्धारित मात्रा में दवा का सेवन करें।

डाबर ब्राह्मी वटी के फायदे ( Benefits of Dabur Brahmi Vati in hindi )

  • मस्तिष्क संबंधी कार्य अधिक करने वाले लोगों को डाबर ब्राह्मी वटी का सेवन करना चाहिए क्योंकि डाबर ब्राह्मी वटी में मौजूद घटक दिमाग से जुड़े सभी विकारों को दूर करते है और साथ ही दिमाग की स्मरण शक्ति को बढ़ाते हैं इसलिए मानसिक स्वास्थ्य तथा स्मरण शक्ति को बनाए रखने के लिए डाबर ब्रह्मी वटी का सेवन करना फायदेमंद होता है।
  • डाबर ब्राह्मी वटी में मौजूद घटक प्राकृतिक रूप से प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत कर, शरीर को रोगों से लड़ने की क्षमता प्रदान करते हैं और शरीर को सामान्य मौसमी बुखार जैसे सर्दी-खांसी और जुकाम से बचाते हैं। इसके अलावा ब्राह्मी वटी खांसी से आराम दिलाने में भी बहुत लाभकारी होती हैं इसलिए अगर कोई व्यक्ति खांसी से पीड़ित हैं और आयुर्वेदिक तरीके से खांसी को ठीक करना चाहता हैं तो वह व्यक्ति डाबर ब्राह्मी वटी का सेवन करें।
  • अगर किसी व्यक्ति को मिर्गी आती है या बार-बार बेहोश हो जाता हैं, तो वह व्यक्ति ब्राह्मी वटी का सेवन करें। दरअसल डाबर ब्राह्मी वटी में एंटीपिलेप्टिक यानी मिर्गी को ठीक करने वाले औषधीय गुण पाए जाते है, जो बार-बार बेहोश होने और मिर्गी के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं।
  • डाबर ब्राह्मी वटी में मौजूद घटक कोर्टिसोल के स्तर यानी स्ट्रेस हार्मोन को कम करने में मदद करते हैं इसलिए तनाव से जूझ रहे लोग डाबर ब्राह्मी वटी का सेवन करें। डाबर ब्राह्मी वटी आपके कोर्टिसोल के स्तर को कम कर, आपको तनाव एवं चिंता से दूर रखता है।
  • डाबर ब्राह्मी वटी में मौजूद घटक उच्च रक्तचाप को सामान्य रखने में मदद करते हैं इसलिए हाई ब्लड प्रेशर रोगियों के लिए ब्राह्मी वटी का इस्तेमाल करना फायदेमंद होता है। इसके अलावा जो लोग हृदय संबंधी विकारों से परेशान रहते उन लोगों को भी डाबर ब्राह्मी वटी का सेवन रोज करना चाहिए।
  • डाबर ब्राह्मी वटी में एंटी-ऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा पायी जाती हैं, जो शरीर में कैंसर कोशिकाओं को पनपने से रोकती हैं इसलिए कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से बचाव एवं रोकथाम के लिए डाबर ब्राह्मी वटी का सेवन करना चाहिए।
  • डाबर ब्राह्मी वटी में एंटी-ऑक्सीडेंट के साथ एंटी-डायबिटीज गुण भी पाए जाते हैं, जो रक्त में मौजूद शुगर के स्तर को कम कर, मधुमेह को सामान्य रखने में मदद करते हैं इसलिए मधुमेह रोग से पीड़ित रोगियों के लिए डाबर ब्राह्मी वटी का सेवन करना लाभकारी होता है।
  • नींद न आने की समस्या यानी अनिद्रा की समस्या से परेशान लोगों को डाबर ब्राह्मी वटी का सेवन करना चाहिए। दरअसल डाबर ब्राह्मी वटी में ऐसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो आपको शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं और मानसिक तनाव को कम, अच्छी नींद लाने में मदद करते हैं इसलिए अनिद्रा की समस्या से जूझ रहे लोग डाबर ब्राह्मी वटी का सेवन जरूर करें।

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डाबर ब्राह्मी वटी का सेवन करने से पहले इन विशेष बातों का ध्यान दें

  • गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं को डाबर ब्राह्मी वटी का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए ।
  • डाबर ब्राह्मी वटी की अधिक खुराक का सेवन दमा, दस्त, पेट दर्द , मतली, बेहोशी और भूख में कमी जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है।
  • अगर कोई व्यक्ति किसी विशेष प्रकार की दवाओं का सेवन करता है और वह व्यक्ति डाबर ब्राह्मी वटी का सेवन करने कि भी सोच रहा है तो वह व्यक्ति अपने डॉक्टर से सलाह ले।

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Sumit Raghav
Sumit Raghav
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