सहजन के तेल के फायदे और नुकसान – Moringa Oil

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सहजन के तेल के फायदे और नुकसान - Moringa Oil

सहजन के तेल के फायदे और नुकसान (sahjan ke tel ke fayde aur nuksan) : सहजन के तेल के फायदे और नुकसान या लाभ हानि कई हैं। सहजन का तेल (Moringa Oil) सहजन की फलियों के बीजों से निकाला जाता है। सहजन के पेड़ के लगभग हर भाग जैसे पेड़ की छाल, फलियां एवं पत्तियों को इस्तेमाल में लाया जा सकता है। सहजन का उपयोग सब्जी बनाने में भी किया जा सकता है। यह औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं जो हमारे खाने के स्वाद को बढ़ाने के साथ-साथ हमारी स्किन एवं बालों के लिए भी बेहद फायदेमंद होते हैं। Advantages and disadvantages of Moringa oil in hindi.

सहजन के तेल के फायदे और नुकसान (Advantages and disadvantages of Moringa oil in hindi)

सहजन का तेल (Moringa Oil) के इस्तेमाल से कई प्रकार की बीमारियों से बचा जा सकता है। परन्तु इसके ढेरों स्वास्थ्य फायदे होने के साथ-साथ कुछ स्वास्थ्य संबंधी नुकसान भी हो सकते हैं इसलिए इसको उपयोग में लाने से पहले इसके फायदों एवं नुकसान की जानकारी होना बहुत जरुरी है। Benefits and losses of Moringa Oil in hindi.

सहजन के तेल के फायदे (Benefits of Moringa Oil in hindi)

  • सहजन के तेल का सेवन करने से हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है। इसमें विटामिन C, विटामिन E और ओमेगा-9 फैटी एसिड जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो हमारे शरीर से मुक्त कणों को खत्म करने का कार्य करते हैं और जिससे हमें कई बीमारियों से बचे रहने में मदद मिलती है। ये सभी पोषक तत्व हमारे हृदय के स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद होते हैं।
  • सहजन के तेल का नियमित रूप से सेवन करने से हमारे शरीर का कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहता है। इसमें बीटा-साइटोस्टेरॉल पाया जाता है जो हमारे शरीर में एक एंटी-इंफ्लेमेटरी की तरह कार्य करता है। यह हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल का निर्माण करने वाले रासायनिक प्रक्रिया को रोकता है। इसके अलावा इसमें कम्पफेरोल की भी मात्रा पायी जाती है जो हमारे शरीर की कोशिकाओं को बेहतर रखती है। प्रतिदिन इसके सेवन से शरीर के एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर में कमी आती है जिससे हमें सेहतमंद रहने में बेहद मदद मिलती है।
  • सहजन के तेल के उपयोग से हमारे शरीर में सूजन की समस्या से राहत मिलती है। इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट एवं एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो हमारे शरीर से सूजन को दूर करने में बेहद मददगार साबित होते हैं। एक शोध के अनुसार सहजन के तेल के इस्तेमाल से गठिया की दर्द से संबंधित सूजन से काफी हद तक राहत मिलती है।
  • सहजन के तेल के उपयोग से रक्तचाप से जुड़ी समस्याओं में राहत मिलती है। इसमें फ्लेवोनॉयड्स जैसे एंटी-ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो हमारे शरीर में फ्री रेडिकल्स की मात्रा को घटाने में मदद करते हैं जिससे हमारे शरीर में उच्च रक्तचाप जैसी समस्या नहीं होती।
  • सहजन के तेल का इस्तेमाल करने से मोटापे की समस्या से छुटकारा पाने में आसानी होती है। इसमें एंटी-ओबेसिटी एवं एंटी-डायबिटिक बायोएक्टिव गुण पाए जाते हैं जो हमारे लिवर ग्लुकोनियोजेनेसिस को प्रभावित करते हैं। इससे हमारे शरीर में इन्सुलिन रिलीज की प्रक्रिया सकारात्मक रूप से प्रभावित होती है जिससे हमारे शरीर का मोटापा एवं टाइप-2 डायबिटीज का खतरा कम होता है।
  • सहजन के तेल के इस्तेमाल से त्वचा संबंधी समस्याओं से बचा जा सकता है। इसमें ओलिक एसिड पाया जाता है जो हमारी त्वचा पर किसी क्लींजिंग एजेंट के रूप में कार्य करता है जिससे हमारी ड्राई स्किन को मॉइस्चराइज रहने में काफी मदद मिलती है। इसमें विटामिन A एवं विटामिन E भी पाया जाता है जो हमारी रूखी व बेजान त्वचा को मुलायम एवं ग्लोइंग रखते हैं। इसके अलावा सहजन के तेल में एंटी-फंगल, एंटी-पिलेप्टिक एवं एंटी-हाइपरटेंसिव जैसे गुण भी पाए जाते हैं जो हमें त्वचा संबंधी संक्रमणों से बचाये रखने में बेहद मददगार होते हैं
  • बालों के स्वास्थ्य के लिए सहजन के तेल का इस्तेमाल करना बेहद फायदेमंद होता है। इसमें ओलिक एसिड के साथ-साथ विटामिन C भी उच्च मात्रा में पाया जाता है जो हमारे बालों की सेहत में सुधार लाता है। इसके प्रभाव से हमारे बालों में डैंड्रफ की समस्या खत्म होती है।

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सहजन के तेल के नुकसान (Losses of Moringa Oil in hindi)

  • सहजन के तेल का अत्यधिक सेवन करने से हमारे शरीर का ब्लड प्रेशर सामान्य से घट सकता है जिससे लो ब्लड प्रेशर की समस्या उत्पन्न हो सकती है। ऐसे में ब्लड प्रेशर की दवा ले रहे लोगों को इसके अधिक सेवन से बचना चाहिए।
  • सहजन के तेल का अधिक सेवन करने से हमारे शरीर का वजन बढ़ सकता है। इसमें कार्बोहाइड्रेट्स की उच्च मात्रा पायी जाती है जिसकी अधिक मात्रा मोटापे की समस्या को बढ़ा भी सकती है।
  • संवेदनशील त्वचा वाले लोगों को सहजन के तेल के इस्तेमाल से बचना चाहिए क्योंकि इसके अधिक इस्तेमाल से त्वचा पर खुजली या जलन जैसी समस्या भी हो सकती है।
  • गर्भवती महिलाओं को सहजन के तेल के अत्यधिक सेवन से पूर्व डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
  • एलर्जी की समस्या से जूझ रहे लोगों को सहजन के तेल के उपयोग से पहले डॉक्टर की राय ले लेनी चाहिए क्योंकि इसके इस्तेमाल से एलर्जी की समस्या बढ़ भी सकती है।

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