गेहूं के जवारे के फायदे और नुकसान – wheatgrass

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गेहूं के जवारे के फायदे और नुकसान - wheatgrass

गेहूं के जवारे के फायदे और नुकसान ( gehu ke jaware ke fayde aur nuksan) : गेहूं के जवारे के फायदे और नुकसान बहुत से होते हैं, गेहूं के जवारे (Wheatgrass) को एक संपूर्ण एवं पौष्टिक आहार माना जाता है। गेहूं के जवारे का नियमित रूप से सेवन करने से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत रहती है जिससे कैंसर एवं अन्य गंभीर बीमारियों के खतरों से बचाव करने में मदद मिलती है।

गेहूं के जवारे के फायदे और नुकसान (Advantages and disadvantages of wheatgrass in hindi)

गेहूं के जवारे की तासीर ठंडी होती है जिसके कारण गर्मियों के दिनों में अधिक उपयोग किया जाता है। गेहूं के जवारे में रक्त को शुद्ध करने वाले गुण पाए जाते हैं जिसके कारण इसे ‘ग्रीन ब्लड’ के नाम से भी जाना जाता है। गेहूं के जवारे में ‘क्लोरोफिल’ नामक तत्व सर्वाधिक पाया जाता है जिसके कारण कई प्रकार की बीमारियों एवं संक्रमण के खतरों से दूर रहने में मदद मिलती है।

गेहूं के जवारे में पाए जाने वाले पोषक तत्व-

गेहूं के जवारे में क्लोरोफिल, कैल्शियम, आयोडीन, मैग्नीशियम, जिंक, आयरन, सेलेनियम, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, फॉस्फोरस, पोटैशियम, विटामिन C, फोलेट, राइबोफ्लेविन, विटामिन A, विटामिन B12, विटामिन K आदि जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं।

गेहूं के जवारे के उपयोग का तरीका-

गेहूं के जवारे का जूस बनाकर, पाउडर के रूप में, पेस्ट बनाकर चेहरे पर, अन्य जूस के साथ मिक्स करके, जलन एवं सूजन से प्रभावित क्षेत्रों के आस-पास पेस्ट बनाकर, स्मूदी के रूप में एवं गेहूं के जवारे के पाउडर को दूध में मिलाकर इस्तेमाल किया जा सकता है।

गेहूं के जवारे के फायदे – Benefits of wheatgrass in hindi

  • गेहूं के जवारे का सेवन करने से गठिया जैसी बीमारी के लक्षणों को कम करने में आसानी होती है। गेहूं के जवारे में दर्द निवारक एवं एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जिसकी मदद से गठिया के दौरान होने वाले दर्द एवं सूजन की समस्या से राहत मिलती है। गठिया के रोगियों को गेहूं के जवारे के जूस का सेवन करने से बहुत फायदा मिलता है।
  • गेहूं के जवारे का नियमित रूप से सेवन करने से मधुमेह जैसी बीमारी के खतरों से बचा जा सकता है। गेहूं के जवारे में एंटीऑक्सीडेंट गुणों के साथ-साथ एंटी-डायबिटिक गुण भी पाए जाते हैं जिसकी मदद से रक्त में शुगर की मात्रा को कम करने में आसानी होती है। रोजाना नियमित रूप से गेहूं के जवारे के जूस का सेवन करने से रक्त शर्करा को कम करने में मदद मिलती है जिससे मधुमेह की समस्या से जूझ रहे लोगों को बहुत फायदा मिलता है।
  • गेहूं के जवारे के उपयोग से मोटापे की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। गेहूं के जवारे में पोटैशियम की भरपूर मात्रा पायी जाती है जिससे शरीर के वजन को नियंत्रित रखने में आसानी होती है। इसके अलावा गेहूं के जवारे में फाइबर की मात्रा भी पायी जाती है जिससे शरीर का वजन घटाने में बहुत मदद मिलती है।

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  • गेहूं के जवारे का नियमित रूप से सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है जिससे कई प्रकार की बीमारियों एवं संक्रमण के खतरों से बचा जा सकता है। गेहूं के जवारे के अर्क में इम्यूनोमॉड्यूलेटरी (Immunomodulatory) प्रभाव पाए जाते हैं जिससे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाने में मदद मिलती है।
  • गेहूं के जवारे के इस्तेमाल से कैंसर जैसी घातक बीमारियों से बचाव करने में मदद मिलती है। एक शोध के अनुसार, गेहूं के जवारे में एंटी कैंसर गुण पाए जाते हैं जिसकी मदद से शरीर में कैंसर की कोशिकाओं को विकसित होने से रोका जा सकता है। गेहूं के जवारे का नियमित रूप से इस्तेमाल करने से कई प्रकार के कैंसर के खतरों से बचा जा सकता है।
  • गेहूं के जवारे के उपयोग से शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में आसानी होती है जिससे हृदय संबंधी बीमारियों के खतरों से बचाव करने में मदद मिलती है। गेहूं के जवारे में हाइपोलिपिडेमिक (Hypolipidemic) गुण पाए जाते हैं जिसके प्रभाव से शरीर में एलडीएल कोलेस्ट्रॉल यानी खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है और साथ ही एचडीएल कोलेस्ट्रॉल यानी अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाया जा सकता है जिससे हृदय संबंधी बीमारियों से बचा जा सकता है।
  • गेहूं के जवारे का नियमित रूप से इस्तेमाल करने से दांतों का स्वास्थ्य बेहतर रहता है। गेहूं के जवारे में विटामिन C की मात्रा पायी जाती है जिससे मसूड़ों को स्वस्थ रखने के साथ-साथ दांतो को भी मजबूती मिलती है। गेहूं के जवारे का सेवन करने से दांतो से संबंधित समस्याओं से छुटकारा मिलता है। इसके अलावा, गेहूं के जवारे के जूस के उपयोग से गले में खराश एवं पायरिया जैसी समस्याओं से भी राहत मिलती है।
  • गेहूं के जवारे के उपयोग से त्वचा संबंधी विकारों से छुटकारा मिलता है। गेहूं के जवारे में क्लोरोफिलिन (Chlorophyllin) नामक घटक पाया जाता है जिसके प्रभाव से सूर्य की हानिकारक पराबैंगनी किरणों, त्वचा के घाव एवं त्वचा पर जलन की समस्या से बचाव करने में बहुत मदद मिलती है। इसके अलावा, गेहूं के जवारे में विटामिन A की मात्रा भी पायी जाती है जिसकी मदद से त्वचा संबंधी संक्रमण के खतरों से बचा जा सकता है।

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गेहूं के जवारे के नुकसान – Losses of wheatgrass in hindi

  • गेहूं के जवारे का अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से पेट संबंधित समस्याओं से गुजरना पड़ सकता है। गेहूं के जवारे में फाइबर की अधिक मात्रा पायी जाती है जिसकी अधिकता से पेट में सूजन, गैस, एसिडिटी, मतली एवं ऐंठन की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
  • गेहूं के जवारे का अधिक सेवन करने से लो ब्लड शुगर की समस्या उत्पन्न हो सकती है। गेहूं के जवारे में रक्त शर्करा को कम करने वाले गुण पाए जाते हैं जिससे रक्त में शुगर का स्तर सामान्य से घट सकता है।
  • गेहूं के जवारे का अधिक सेवन करने से सिर दर्द एवं उल्टी की समस्या हो सकती है।
  • एलर्जी की समस्या वाले लोगों को गेहूं के जवारे का सेवन करने से पूर्व डॉक्टर की सलाह अवश्य ले लेनी चाहिए।
  • शुरुआती दिनों में गेहूं के जवारे का इस्तेमाल करने से कुछ लोगों को डायरिया की शिकायत भी हो सकती है इसलिए इसका इस्तेमाल सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।

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