शल्लकी के फायदे और नुकसान – Shallaki

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शल्लकी के फायदे और नुकसान - Shallaki

शल्लकी के फायदे और नुकसान ( Shallaki ke fayde aur nuksan ) : शल्लकी के बहुत से फायदे और नुकसान होते हैं, शल्लकी एक पेड़ है जिसके गोंद का उपयोग एक औषधि (शल्लकी) के रूप में किया जाता है। प्रायः शालाकी (sallaki) को लोबान (Loban) के नाम से भी जाना जाता है।

शल्लकी के फायदे और नुकसान (Benefits and harms of Shallaki in hindi)

शल्लकी का प्रयोग एक बहुत ही महत्वपूर्ण जड़ी-बूटी के रूप में किया जाता है। यह ऐसे बहुत से गुणों से भरपूर होता है जो शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। शल्लकी का उपयोग करने से यह कई रोगों से लड़ने में मदद करता है।

शल्लकी की खेती

शल्लकी की खेती भारत के विभिन्न क्षेत्रों में की जाती है। इसके अलावा शल्लकी के वृक्ष उत्तरी अफ्रीका व मध्य पूर्वी देशों में सूखे पहाड़ी इलाकों में पाए जाते है जहाँ इसकी व्यावसायिक तौर पर खेती की जाती है।

शल्लकी के अन्य नाम

शल्लकी को संस्कृत में शल्लकी व अंग्रेजी में बोसवेलिया सेरेटा (Boswellia serrata) कहा जाता है। इसके अलावा शल्लकी के गोंद को लोबान, मकुंड, कुंदर और भारतीय फ्रैंकिनस भी कहा जाता है। Benefits and side effects of Shallaki in hindi.

शल्लकी के फायदे (Benefits of Shallaki in hindi)

शल्लकी का उपयोग कैंसर जैसे घातक रोगों से लड़ने के लिए किया जाता है। कई वैज्ञानिकों के अनुसार शल्लकी में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो जिगर और मलाशय का कैंसर होने से रोकता है। इसके अलावा शल्लकी मधुमेह के रोगियों के लिए भी फायदेमंद होता है, शल्लकी के अर्क का सेवन करने से यह रक्त में शर्करा की मात्रा को कम करता है इसलिए इसके प्रयोग से मधुमेह की समस्या को कम किया जा सकता है। परन्तु मधुमेह की समस्या में शल्लकी का प्रयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।

शल्लकी का प्रयोग अल्सरेटिव कोलाइटिस की समस्या को दूर करने के लिए भी किया जाता है। अल्सरेटिव कोलाइटिस आंत में सूजन आने की एक समस्या है जिसके उपचार के लिए शल्लकी को बहुत ही फायदेमंद माना गया है। शल्लकी का उपयोग पेट की समस्या जैसे- पेट में दर्द, दस्त व मल में रक्त आने आदि के उपचार के लिए भी किया जाता है।

शल्लकी का उपयोग त्वचा के लिए भी फायदेमंद होता है, त्वचा के लिए शल्लकी के तेल का उपयोग बहुत ही लाभदायक होता है इसका उपयोग नारियल तेल, क्रीम व लोशन के साथ मिलाकर किया जा सकता है चूँकि शल्लकी में एंटीसेप्टिक गुण पाए जाते हैं जो त्वचा से संबंधित विभिन्न रोगों से लड़ने में मदद करता है। शल्लकी का तेल त्वचा में होने वाली एलर्जी, खुजली, जले-कटे के घावों, किसी कीट के काटने व मुंहासों के दागों को साफ़ करने में मदद करता है। शल्लकी का तेल त्वचा को साफ़ करके प्राकृतिक सुंदरता प्रदान करता है।

शल्लकी के गोंद का उपयोग कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए किया जाता है। शल्लकी के गोंद का इस्तेमाल कोलेस्ट्रॉल को कम करता है जिसका असर ह्रदय पर पड़ता है अतः यह कुछ हद तक ह्रदय के लिए भी फायदेमंद माना गया है। इसके अलावा शल्लकी की खुशबू लेने से यह तनाव को दूर करने में मदद करता है। जिन लोगों को तनाव की समस्या है वे शल्लकी का धुआँ सूंघे इससे तनाव दूर होगा और साथ ही तनाव से होने वाली समस्याएं भी नहीं होंगी। शल्लकी का धुआँ सूंघने के लिए एक बर्नर में गर्म कोयले डालें उसके बाद इसमें शल्लकी का छिड़काव करें और इससे आ रहे धुएं को सूंघे।

शल्लकी का उपयोग गठिया के रोगियों के लिए फायदेमंद होता है। शल्लकी में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो गठिया में होने वाली सूजन, दर्द आदि समस्या को दूर करने में सहायक होता है। शल्लकी के गोंद के उपयोग से यह जकड़न और दर्द को कम करने में मदद करता है। गठिया के लिए शल्लकी बहुत ही फायदेमंद होता है और इसके लिए शल्लकी की क्रीम का उपयोग भी किया जाता है। इसके अलावा शल्लकी का उपयोग पशुओं में आने वाली सूजन और दर्द के लिए भी किया जाता है।

शल्लकी का उपयोग सिरदर्द को कम करने के लिए भी किया जाता है। किसी भी प्रकार का सिरदर्द होने पर शल्लकी के अर्क का उपयोग करना बहुत ही फायदेमंद होता है। शल्लकी हाइपोथेलेमस ग्रंथियो में आने वाली समस्या के कारण होने वाले तेज सिरदर्द को भी कम करने में मदद करता है। इसके अलावा शल्लकी के तेल को सूंघने से यह बंद नाक और बंद छाती को खोलने में मदद करता है। नाक खोलने के लिए एक पैन में पानी लेकर उसमें हल्दी मिलाने के बाद इसे उबाल लें। उबालने के बाद इसे आग से उतार लें और इसमें कुछ बूंदे शल्लकी की डालें और सूंघे इससे नाक  तुरंत ही खुल जाएगी।

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शल्लकी के नुकसान (Losses of Shallaki in hindi)

  • शल्लकी का सेवन उन लोगों के लिए नुकसानदायक होता है जिन्हें गैस की समस्या है इसीलिए उन लोगों को इसके उपयोग से बचना चाहिए जो गैस की समस्या से पीड़ित है परन्तु गैस्ट्रिक की जलन को कम करने के लिए शल्लकी का उपयोग किया जा सकता है।
  • शल्लकी का उपयोग गर्भवती महिलाओं को नहीं करना चाहिए और यदि वे किसी स्थिति में शल्लकी का प्रयोग करना चाहती है तो पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
  • शल्लकी का उपयोग वे लोग न करें जिन्हें त्वचा संबंधी कोई रोग हो और इसका सेवन करने से पहले यह अवश्य ध्यान दें कि शल्लकी असली है या नहीं। इसके अलावा किसी विशेष रोग का इलाज चल रहा है तो शल्लकी का  सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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Sumit Raghav
Sumit Raghav
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