थायराइड में मुलेठी के फायदे

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थायराइट में मुलेठी के फायदे ( thyroid mein mulethi ke fayde )

थायराइड में मुलेठी के फायदे ( thyroid mein mulethi ke fayde ) : थायराइड में मुलेठी के फायदे बहुत से हैं, थायराइड एक प्रकार का रोग है जो अस्वस्थ खानपान व तनावपूर्ण जीवन होने के कारण उत्पन्न होने वाली समस्या है। थायराइड ग्रंथि में कुछ समस्या होने के कारण थायराइड संबंधी रोग Hyperthyroidism या Hypothyroidism उत्पन्न होने लगती है।

थायराइड ग्रंथि मानव शरीर की अंत स्रावी ग्रंथियों में से एक होती है जो Tri–iodothyronine यानी T3 व Thyrocalcitonin नामक हार्मोन को स्रावित करती है। टी3 और Thyrocalcitonin हार्मोन्स शरीर के मेटाबॉलिज्म दर व अन्य विकास तंत्रों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करते हैं।

थायराइड के लक्षण (symptoms of thyroid in hindi)

  1. थायरॉइड हार्मोन की मात्रा अधिक होने के कारण शरीर में मेटाबोलिज्म की मात्रा बढ़ जाती है।
  2. ओस्टियोपोरोसिस हो जाना जिसमें हड्डियों में तेजी से कैल्शियम की कमी होने लगती है।
  3. बालों का झड़ना व पतलापन।
  4. नींद न आने की समस्या।
  5. दिल की धड़कन बढ़ना।
  6. अधिक पसीना आना।
  7. मांसपेशियों में कमजोरी एवं दर्द होना।
  8. मासिक धर्म में अनियमितता की समस्या।
  9. दिल की धड़कन का बढ़ना।
  10. घबराहट
  11. चिड़चिड़ापन
  12. हाथों का काँपना
  13. अधिक भूख लगने के बाद भी वजन घटना।

थायराइड की अल्प सक्रियता होने के कारण हाइपोथायरायडिज्म की समस्या उत्पन्न हो जाती है इसके लक्षण निम्नलिखित हैं –

  1. मेटाबॉलिज्म धीमा होने पर वजन का बढ़ जाना।
  2. धड़कन की गति धीमी होना।
  3. अवसाद।
  4. थकान महसूस करना।
  5. कम पसीना आना।
  6. सर्दी के प्रति अति संवेदनशील होना।
  7. बालों का अधिक झड़ना।
  8. त्वचा खुजली व सूखापन होना।
  9. मासिक धर्म की अनियममित्ता।
  10. जोड़ों में दर्द।
  11. मांसपेशियों में अकड़न होना।
  12. नाखूनों का पतला होना व जल्दी टूट जाना।
  13. सोचने समझने की क्षमता में कमी, बार-बार भूल जाना या कन्फ्यूजन रहना।
  14. कब्ज।
  15. चेहरे व आँखों में सूजन।
  16. खून में कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाना।
  17. महिलाओं में बांझपन आ जाना।

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थायराइड में मुलेठी के फायदे (Benefits of liquorice in Thyroid in hindi)

थाइराइट की समस्या होने पर में मुलेठी का सेवन करने की सलाह दी जाती है चूँकि मुलेठी में ट्रीटरपेनोइड ग्लाइसेरीथेनिक एसिड होता है जो थायरॉइड कैंसर सेल्स को नहीं बढ़ने देता है। थायरॉइड में मुलेठी का सेवन बहुत ही फायदेमंद होता है क्योंकि मुलेठी में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते है जो थायरॉइड ग्रंथि को संतुलित रखते है। मुलेठी थायराइड में होने वाली थकान को कम करता है और शरीर को एनर्जी प्रदान करता है।

मुलेठी में ऐसे बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं जो गले व थायराइड की समस्या को कम करने में मदद करते हैं। रोजाना मुलेठी के पाउडर का सेवन करने से यह थायराइड में होने वाली समस्या को दूर करने में सहायक होता है।

इसके अलावा मुलेठी के पानी का सेवन करने से भी थायराइड में होने वाली थकान व कमजोरी को दूर किया जा सकता है। मुलेठी में ट्रीटरपेनोइड ग्लाइसेरीथेनिक एसिड होता है जिसके लगातार सेवन करने से थायरॉइड की समस्या को जड़ से खत्म किया जा सकता है।

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थायराइड रोग होने के कारण (Causes of thyroid disease in hindi)

  • संतुलित आहार की मात्रा में कमी व आयोडीन की मात्रा में कमी या अधिकता होना।
  • अधिक तनावपूर्ण जीवन जीना।
  • भोजन में सोया युक्त उत्पादों का अधिक मात्रा में सेवन करने से थायराइड की समस्या उत्पन्न हो जाती है।
  • थायराइड रोग अनुवांशिक भी हो सकता है यदि परिवार में किसी व्यक्ति को थायराइड रोग हुआ है तो यह परिवार के किसी अन्य सदस्य में भी हो सकता है।
  • गर्भावस्था में महिलाओं के शरीर में कई बदलाव होते है जिसकी वजह से थायराइड रोग होने की संभावनाएं रहती है।

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