Avipattikar churna benefits in hindi – अविपत्तिकर चूर्ण

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Avipattikar churna benefits in hindi

Avipattikar churna benefits in hindi – Avipattikar churna ( अविपत्तिकर चूर्ण ) एक आयुर्वेदिक दवा है जिसे बिना डॉक्टर के पर्चे के भी उपयोग किया जा सकता है। अविपत्तिकर चूर्ण कई प्राकृतिक घटकों से निर्मित है जिसका उपयोग मुख्यतः पाचन संबंधी रोगों के उपचार के लिए किया जाता है। बाजार में विभिन्न कंपनियों के अविपत्तिकर चूर्ण उपलब्ध हैं जिनमें पतंजलि दिव्य, झंडू, बैद्यनाथ आदि प्रमुख हैं।

अविपत्तिकर चूर्ण की निर्धारित खुराक का उपयोग करना जरुरी होता है तथा इसे व्यक्ति की आयु, लिंग और स्वास्थ्य के अनुसार लेने की सलाह दी जाती है। Avipattikar churna benefits in hindi की पूरी जानकारी नीचे दी गयी है –

अविपत्तिकर चूर्ण के घटक

अविपत्तिकर चूर्ण के घटक है –

अविपत्तिकर चूर्ण का सेवन कैसे करें –

अविपत्तिकर चूर्ण का सेवन करना पाचन संबंधी रोगियों के लिए लाभकारी है। अविपत्तिकर चूर्ण की निर्धारित खुराक का उपयोग करना जरुरी होता है। अविपत्तिकर चूर्ण वयस्क और बुजुर्गों के लिए है। अविपत्तिकर चूर्ण को दिन में दो बार किसी भी समय उपयोग में लाया जा सकता है। अविपत्तिकर चूर्ण को गुनगुने पानी के साथ लगभग 6 ग्राम की मात्रा में लेना चाहिए। अविपत्तिकर चूर्ण की खुराक और अवधि व्यक्ति के स्वास्थ्य के अनुसार निर्धारित की जाती है।

अविपत्तिकर चूर्ण के फायदे और नुकसान | Avipattikar churna benefits and side effects in hindi

अविपत्तिकर चूर्ण के फायदे  ( Avipattikar churna benefits in hindi )

पाचन तंत्र रोग

अविपत्तिकर चूर्ण के फायदे पाचन तंत्र के रोगियों के लिए है। पाचन तंत्र में शरीर के अंधरुनी भाग आते है जो सभी एक दूसरे से जुड़े रहते है। पाचन तंत्र में इन अलग-अलग भागों में होने वाले रोगों से सुरक्षित रखने में अविपत्तिकर चूर्ण काफी कारगर माना जाता है। अविपत्तिकर चूर्ण की खुराक का नियमित रूप से सेवन करने से पाचन तंत्र स्वास्थ्य रहता है।

एसिडिटी

एसिडिटी की समस्या को दूर करने के लिए अविपत्तिकर चूर्ण लाभकारी है। एसिडिटी को पेट में जलन भी कहा जाता है जो मुख्य रूप से छाती और सीने को प्रभावित करती है। अविपत्तिकर चूर्ण के उपयोग से एसिडिटी से तुरंत राहत पायी जा सकती है।

बदहजमी

बदहजमी के इलाज के लिए अविपत्तिकर चूर्ण का उपयोग किया जाना चाहिए। बदहजमी को अपच भी कहा जाता है। खट्टी डकारें, पेट भरा हुआ महसूस करना, मतली, सीने में जलन ये सभी एसिडिटी के लक्षण है। अविपत्तिकर चूर्ण की निर्धारित खुराक का उपयोग करके एसिडिटी से छुटकारा पाया जा सकता है।

सीने में जलन

सीने में जलन होने पर अविपत्तिकर चूर्ण का उपयोग किया जाना लाभकारी माना जाता है। ऐसे कई कारण हो सकते है जिनकी वजह से सीने में जलन हो सकती है। सीने में जलन होने पर उसके कारणों का पता लगाने के बाद अविपत्तिकर चूर्ण का इस्तेमाल किया जा सकता है। अविपत्तिकर चूर्ण की उचित खुराक के सेवन से सीने में जलन ठीक हो जाएगी।

कब्ज

कब्ज के रोगियों के लिए अविपत्तिकर चूर्ण काफी हितकारी माना जाता है। कब्ज सभी आयुवर्गों में होने वाली एक सामान्य समस्या है जिसमें मलत्याग, उल्टी और मुँह से बदबू जैसी समस्याएं देखी जा सकती है। अविपत्तिकर चूर्ण के उपयोग से कब्ज के लक्षणों से छुटकारा पाया जा सकता है।

मतली व उल्टी

मतली और उल्टी की परेशानी को खत्म करने के लिए अविपत्तिकर चूर्ण का सेवन करें। बार-बार मतली और उल्टी आने के कई कारण हो सकते है जिनसे बचने के लिए अविपत्तिकर चूर्ण का उपयोग किया जाना फायदेमंद माना जाता है। मतली व उल्टी होने पर अविपत्तिकर चूर्ण का इस्तेमाल करें। इसके अलावा पेट में गैस की समस्या से छुटकारा पाने के लिए भी अविपत्तिकर चूर्ण का उपयोग करना लाभकारी होता है।

इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम

अविपत्तिकर चूर्ण के फायदे इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम के मरीजों के लिए है। इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम एक पाचन तंत्र संबंधी सामान्य रोग है। पेट दर्द, ऐंठन, सूजन, दस्त, कब्ज, गैस ये सभी इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम के लक्षण है। अविपत्तिकर चूर्ण के उपयोग से इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम में राहत मिलती है इसीलिए इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम के रोगियों को अविपत्तिकर चूर्ण का सेवन करने की सलाह दी जाती है।

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अविपत्तिकर चूर्ण के नुकसान ( Avipattikar churna side effects in hindi)

  • अविपत्तिकर चूर्ण फायदे जानने के अलावा अविपत्तिकर चूर्ण के नुकसान भी अवश्य जानें। अविपत्तिकर चूर्ण एक आयुर्वेदिक दवा है जिसके नुकसान नहीं देखे जा सकते है परन्तु आवश्यकता से अधिक सेवन करने से या इसके गलत इस्तेमाल से शरीर को नुकसान हो सकता है।
  • हल्के गैस्ट्राइटिस, पतला मल, शुगर अनियंत्रण, डिहाइड्रेशन जैसी समस्या हो सकती है। गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं अविपत्तिकर चूर्ण के सेवन से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें। इसके अलावा किसी रोग या एलर्जी के इलाज के दौरान अविपत्तिकर चूर्ण का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना जरुरी होता है।

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