हीरक भस्म के फायदे और नुकसान – Hirak Bhasm

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हीरक भस्म के फायदे और नुकसान ( hirak bhasm ke fayde or nuksan )

हीरक भस्म के फायदे और नुकसान ( hirak bhasm ke fayde or nuksan ) : हीरक भस्म के फायदे और नुकसान कई होते हैं, हीरक भस्म एक आयुर्वेदिक दवा है जिसे बिना डॉक्टर के पर्चे के भी प्राप्त किया जा सकता है। हीरक भस्म बहुत से आयुर्वेदिक घटकों से निर्मित है जिसका उपयोग मुख्यतः एनीमिया के उपचार के लिए किया जाता है।

हीरक भस्म की निर्धारित खुराक का इस्तेमाल करना जरूरी होता है तथा इसकी खुराक व्यक्ति की आयु, लिंग और स्वास्थ्य के अनुसार दी जाती है। हीरक भस्म के फायदे की पूरी जानकारी नीचे दी गयी है –

हीरक भस्म के घटक

हीरक भस्म के घटक है –

  • हीरक भस्म
  • स्वर्ण भस्म
  • मुक्ता भस्म
  • अभ्रक भस्म

हीरक भस्म की सेवन विधि

हीरक भस्म के फायदे जानने से पहले हीरक भस्म की सेवन विधि जान लें। हीरक भस्म वयस्क और बुजुर्गों के लिए है। हीरक भस्म की निर्धारित खुराक का उपयोग करना आवश्यक होता है। हीरक भस्म का सेवन गुनगुने पानी के साथ खाना खाने के बाद किया जाना चाहिए। हीरक भस्म की खुराक दिन में दो बार ली जा सकती है इसके अलावा इसके कोर्स की अवधि एक महीने तक हो सकती है।

हीरक भस्म के फायदे ( Benefits of Hirak Bhasma in hindi )

  • हीरक भस्म के फायदे – हीरक भस्म एनीमिया के रोगियों के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है। एनीमिया रोग शरीर में खून की कमी की वजह होता है जिसके लक्षण थकान, कमजोरी, त्वचा में पीलापन, चक्कर, हाथ पैर और सिर में दर्द आदि देखे जा सकते है। हीरक भस्म में उचित मात्रा में आयरन मौजूद होता है जो शरीर में हीमीग्लोबिन की मात्रा को बढ़ाने में मदद करता है। शरीर में रक्ताल्पता यानी एनीमिया रोग से छुटकारा पाने के लिए हीरक भस्म का उपयोग करें।
  • हीरक भस्म के फायदे मोटापे को दूर करने के लिए है। शारीरिक गतिविधियों में संलग्न न रहने की वजह से शरीर में मौजूद कैलोरी शरीर में जमा होने लगती है और शरीर मोटा होने लगता है। हीरक भस्म के सेवन से यह शरीर में मौजूद कैलोरी को बर्न करने में सहायक होता है जिससे वजन को जल्द ही घटाया जा सकता है। हीरक भस्म की नियमित खुराक के उपयोग से मोटापे से छुटकारा पाया जा सकता है।
  • टीबी के इलाज के लिए हीरक भस्म कारगर है। टीबी को क्षय या तपेदिक रोग भी कहा जाता है जो एक संक्रामक रोग है। टीबी के दौरान लगातार खांसी आना, बुखार, सांस फूलना जैसे लक्षण देखे जा सकते है। हीरक भस्म जड़ी बूटियों से निर्मित आयुर्वेदिक दवा है जिसे टीबी के उपचार के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। टीबी के रोगियों को हीरक भस्म का उपयोग करना चाहिए इससे काफी फायदा होगा।
  • शुगर के मरीजों को हीरक भस्म का उपयोग करने की सलाह दी जाती है। शुगर (डायबिटीज) रक्त में मौजूद शुगर यानि ग्लूकोज की मात्रा में वृद्धि की वजह से होता है। शुगर में वजन का बढ़ना या घटना, बार-बार पेशाब आना जैसे कई लक्षण देखे जा सकते है। हीरक भस्म में मौजूद तत्व रक्त में मौजूद शुगर की मात्रा को नियंत्रित करने में मददगार होते है जिससे शुगर के रोगियों के स्वास्थ्य पर इसका अच्छा प्रभाव पड़ता है।
  • हीरक भस्म के फायदे कैंसर से पीड़ित रोगियों के लिए होते है। हीरक भस्म में पाए जाने वाले तत्व शरीर में कैंसर को उत्पन्न करने वाले सेल्स को कम करने में मदद करते है। कैंसर की शुरुआत में हीरक भस्म का उपयोग करने की सलाह दी जाती है इससे कैंसर से बचा जा सकता है। इसके अलावा हीरक भस्म यौन संबंधी समस्याओं को दूर करने में भी मददगार होता है।

जानें – चांदी भस्म के फायदे और स्वर्ण भस्म के फायदे और नुकसान

हीरक भस्म के नुकसान ( Harms of Hirak Bhasma in hindi )

हीरक भस्म के नुकसान – हीरक भस्म के फायदे के साथ हीरक भस्म के नुकसान भी देखे जा सकते है। हीरक भस्म का आवश्यकता से अधिक इस्तेमाल करने से बचे इससे शरीर को नुकसान हो सकता है। गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं को हीरक भस्म का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लेना चाहिए। इसके अलावा किसी रोग या एलर्जी के इलाज के दौरान हीरक भस्म के उपयोग से पहले डॉक्टर की सलाह लें।

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