पुनर्नवादि गुग्गुल | फायदे, नुकसान, खुराक

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पुनर्नवादि गुग्गुल | फायदे, नुकसान, खुराक

पुनर्नवादि गुग्गुल (Punarnavadi guggul / Punarnavadi guggulu) : पुनर्नवादि गुग्गुल एक आयुर्वेदिक दवा है जिसे बिना डॉक्टर के पर्चे के उपयोग में लाया जा सकता है। पुनर्नवादि गुग्गुल बहुत से प्राकृतिक घटकों से निर्मित है जिसका इस्तेमाल मुख्यतः एडिमा के इलाज के लिए किया जाता है। पुनर्नवादि गुग्गुल की खुराक व्यक्ति की आयु, लिंग और स्वास्थ्य के अनुसार दी जाती है।

पुनर्नवादि गुग्गुल की निर्धारित खुराक के इस्तेमाल से बेहतर परिणाम प्राप्त किए जा सकते है। पुनर्नवादि गुग्गुल के फायदे, पुनर्नवादि गुग्गुल के नुकसान और पुनर्नवादि गुग्गुल की सेवन विधि की पूरी जानकारी नीचे दी गयी है –

पुनर्नवादि गुग्गुल के घटक | Punarnavadi guggul ingredients in hindi

पुनर्नवादि गुग्गुल के घटक है –

  • पुनर्नवा
  • गुग्गुल
  • दारूहल्दी
  • देवदार
  • गिलोय
  • अरण्डी का तेल
  • हरड़
  • अदरक
  • गिलोय

पुनर्नवादि गुग्गुल की सेवन विधि | Punarnavadi guggul uses in hindi

  1. पुनर्नवादि गुग्गुल के बेहतर परिणामों के लिए पुनर्नवादि गुग्गुल की निर्धारित खुराक का इस्तेमाल करना जरुरी होता है।
  2. पुनर्नवादि गुग्गुल का उपयोग बच्चों (2 से 12 वर्ष), वयस्क और बुजुर्गों के लिए है।
  3. पुनर्नवादि गुग्गुल गुग्गुल के रूप में होता है जिसका सेवन बच्चों को शहद के साथ तथा वयस्क व बुजुर्गों को गुनगुने पानी के साथ किया जाना चाहिए।
  4. पुनर्नवादि गुग्गुल की खुराक दिन में कभी भी ली जा सकती है।
  5. बच्चों को 2g, वयस्कों को 4g तथा बुजुर्गों को 4g तक पुनर्नवादि गुग्गुल की खुराक का सेवन करना चाहिए।
  6. पुनर्नवादि गुग्गुल की खुराक दिन में लगभग दो बार ली जा सकती है।
  7. पुनर्नवादि गुग्गुल की खुराक की अवधि व्यक्ति के स्वास्थ्य के अनुसार तय की जाती है।

पुनर्नवादि गुग्गुल के फायदे और नुकसान | Punarnavadi guggul / Punarnavadi guggulu benefits and side effects in hindi

पुनर्नवादि गुग्गुल के फायदे (Punarnavadi guggul benefits in hindi)

एडिमा

पुनर्नवादि गुग्गुल के फायदे एडिमा के रोगियों के लिए है। एडिमा को जलोदर भी कहा जाता है जो शरीर में द्रव जमा होने की वजह से शरीर में सूजन जैसी कई समस्याएं उत्पन्न कर देता है। पुनर्नवादि गुग्गुल को एडिमा के उपचार के लिए लाभकारी माना जाता है। नियमित रूप से पुनर्नवादि गुग्गुल की खुराक लेने से एडिमा के रोगियों को लाभ होगा।

गाउट

गाउट के रोगियों को पुनर्नवादि गुग्गुल का उपयोग करने की सलाह दी जाती है। गाउट शरीर में यूरिक एसिड की अधिकता के कारण होता है जो जोड़ो को बुरी तरह प्रभावित करता है। गाउट रोग ज्यादातर पैर के अंगूठे को प्रभावित करता है जिसकी वजह से सूजन और दर्द होता है। पुनर्नवादि गुग्गुल का इस्तेमाल गाउट के रोगियों को करना चाहिए इससे गाउट के लक्षणों को कम समय में खत्म किया जा सकता है।

इंफ्लेमेटरी डिजीज

इंफ्लेमेटरी डिजीज शरीर के किसी भी भाग पर रक्त की प्रवाह के बढ़ने और कोशिकाओं पर हुए प्रभावों के कारण होता है जिसकी वजह से सूजन, दर्द, जलन और अंगों के संचालन की परेशानी उत्पन्न हो जाती है। पुनर्नवादि गुग्गुल में ऐसे तत्व पाए जाते है जो इंफ्लेमेटरी डिजीज को खत्म करने में मददगार है। पुनर्नवादि गुग्गुल की निर्धारित खुराक के उपयोग से इंफ्लेमेटरी डिजीज के बचा जा सकता है।

एनीमिया

पुनर्नवादि गुग्गुल के फायदे एनीमिया के रोगियों के लिए है। एनीमिया शरीर में रक्त की कमी के कारण होने वाला एक रोग है जिसमें कमजोरी, थकान, शरीर का पीलापन जैसी परेशानियां देखी जा सकती है। एनीमिया के रोगियों को पुनर्नवादि गुग्गुल का सेवन करना चाहिए क्योंकि पुनर्नवादि गुग्गुल में ऐसे तत्व पाए जाते है जो शरीर में रक्त की कमी को पूरा करने में बेहद मददगार होते है।

मोटापा

मोटापा से पीड़ित मरीजों के लिए पुनर्नवादि गुग्गुल काफी हितकारी माना जाता है। रोजाना जितनी कैलोरी शरीर को मिल रही है उसे शारीरिक गतिविधियों में बर्न न करना मोटापे का प्रमुख कारण होता है। मोटापे को खत्म करने के लिए पुनर्नवादि गुग्गुल का इस्तेमाल किया जा सकता है क्योंकि पुनर्नवादि गुग्गुल में ऐसे तत्व पाए जाते है जो शरीर से अतिरिक्त चर्बी को बाहर निकालकर वजन घटाने में मदद करते है।

पुनर्नवादि गुग्गुल के नुकसान (Punarnavadi guggul side effects in hindi)

पुनर्नवादि गुग्गुल एक आयुर्वेदिक दवा है इसीलिए पुनर्नवादि गुग्गुल के नुकसान नहीं देखे जाते है। परन्तु पुनर्नवादि गुग्गुल के गलत सेवन या आवश्यकता से अधिक का सेवन करने से शरीर को हानि हो सकती है। गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं को पुनर्नवादि गुग्गुल का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। किसी रोग या एलर्जी के दौरान पुनर्नवादि गुग्गुल का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।

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