जावित्री के फायदे और नुकसान – Mace Benefits & Losses

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जावित्री के फायदे और नुकसान

जावित्री के फायदे और नुकसान (javitri ke fayde aur nuksan) : जावित्री के फायदे और नुकसान कई हैं, जावित्री एक प्रकार का मसाला होता है जो जायफल के पेड़ से प्राप्त किया जाता है। वास्तव में जायफल (Nutmeg) के बीज के ऊपर के छिलकों को जावित्री (Mace) कहा जाता है। यह मुख्य रूप से भारत, ऑस्ट्रेलिया एवं प्रशांत महासागर के द्वीपों में पाया जाता है। इसमें कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट्स, जरुरी खनिज, विटामिन्स एवं आवश्यक यौगिक पाए जाते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद माने जाते हैं। Advantages and disadvantages of mace in hindi.

जावित्री के फायदे और नुकसान (Advantages and disadvantages of mace in hindi)

जावित्री को इसके अद्धभुत सुगंध के लिए भी जाना जाता है जिसके इस्तेमाल से खाने के स्वाद को बढ़ाया जा सकता है। इसके नियमित सेवन से हम कई प्रकार की बीमारियों से बचे रह सकते हैं। परन्तु इसके अत्यधिक सेवन से हमारे स्वास्थ्य पर कुछ नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकते हैं इसीलिए इसका इस्तेमाल उचित मात्रा में ही किया जाना चाहिए। Benefits and Losses of mace in hindi.

जावित्री के फायदे (Benefits of mace in hindi)

  • जावित्री के सेवन से हम मधुमेह जैसी बीमारियों के खतरों से बचे रह सकते हैं। इसमें एंटी-डायबिटिक गुण पाए जाते हैं जो हमारे शरीर में अल्फा-एमीलेस नामक एंजाइम को नियंत्रित करके हमारे रक्त में शुगर के स्तर को भी नियंत्रित रखने का कार्य करते हैं। मधुमेह के रोगियों को जावित्री के सेवन से बहुत फायदा मिलता है।
  • पाचन संबंधी समस्याओं में जावित्री एक बेहतर विकल्प माना जाता है। इसके सेवन से हमारी पाचन शक्ति में वृद्धि होती है जिससे हम पेट संबंधी समस्याओं से आसानी से छुटकारा पा सकते हैं। यह हमें कब्ज, अपच एवं एसिडिटी जैसी समस्याओं से दूर रखने में बहुत सहायक माना जाता है। इसके अलावा ये हमारी भूख को बढ़ाने में भी काफी मददगार होता है।
  • जावित्री के नियमित सेवन से हमारे दांत एवं मुंह का स्वास्थ्य बेहतर रहता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो हमारे मुंह में स्ट्रेप्टोकोकस म्यूटंस नामक हानिकारक बैक्टीरिया से लड़ने का कार्य करते हैं जिससे कई प्रकार के दांतों एवं मुंह के रोग होने के खतरे को कम किया जा सकता है। इसके अलावा ये हमें दांतों के दर्द से मुक्ति दिलाकर दांतों को कैविटी की समस्या से भी बचाने का कार्य करता है। यही नहीं इसमें एंटी-कैंसर के गुण भी पाए जाते हैं जो हमें मुंह के कैंसर से भी बचा सकते हैं।
  • जावित्री के इस्तेमाल से हम मौसमी संक्रमण के खतरों से बचे रह सकते हैं। अक्सर बदलते मौसम के कारण हमें सर्दी-जुखाम या बुखार जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में जावित्री के सेवन से हम इन ससम्याओं से आसानी से छुटकारा पा सकते हैं। जावित्री में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-एलर्जी के साथ-साथ एंटी-ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो हमें मौसमी संक्रमणों से बचाये रखने में बेहद मददगार होते हैं।
  • जावित्री के नियमित सेवन से हमारी किडनी सुरक्षित रहती है। इसमें मैक्लिग्नन नामक यौगिक पाए जाते हैं जो हमारी किडनी के ऊतकों को क्षति से बचाने का कार्य करते हैं। एक अध्ययन के अनुसार जावित्री के सेवन से शरीर की सूजन एवं मृत कोशिकाओं की समस्या को भी रोका जा सकता है। इसमें मौजूद मैक्लिग्नन की सहायता से हमारी किडनी का स्वास्थ्य बेहतर रहता है।
  • जावित्री के उपयोग से गठिया जैसी बीमारी के लक्षणों को आसानी से घटाया जा सकता है। अक्सर बढ़ती उम्र के साथ-साथ हमारी हड्डियां कमजोर होने लगती हैं जिसके कारण हमारे शरीर के जोड़ों में दर्द की समस्या उत्पन्न हो जाती है ऐसे में जावित्री का सेवन करने से काफी फायदेमंद हो सकता है। जावित्री में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो हमारे शरीर में सूजन एवं उससे होने वाले जोड़ों के दर्द की समस्या जिसे गठिया कहा जाता है उससे जल्द राहत दिलाने का कार्य करते हैं।
  • हमारे हृदय की सेहत के लिए जावित्री का सेवन करना बेहद फायदेमंद होता है। इसमें एरिथ्रो एसिटॉक्सी टेट्रामेथोक्सी निओलिग्नान नामक तत्व पाया जाता है जो हमारे रक्त में प्लेटलेट्स को एक साथ जमा होने से रोकने का कार्य करते हैं जिससे हमारे शरीर की धमनियों में रक्त संचार की क्रिया सुचारु रूप के कार्य करती है एवं रक्त बहाव में बाधा उत्पन्न नहीं होती। जावित्री के इस गुण के सकारात्मक प्रभाव से हम कई प्रकार की हृदय संबंधी बीमारियों से भी बच सकते हैं।

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जावित्री के नुकसान (Losses of mace in hindi)

  • गर्भवती महिलाओं को जावित्री के अत्यधिक सेवन से बचना चाहिए। शरीर में इसकी अधिक मात्रा में पेट की गर्मी बढ़ सकती है गर्भ में पल रहे शिशु को नुकसान भी पहुंच सकता है।
  • स्तनपान करा रही महिलाओं को जावित्री के अधिक सेवन से बचना चाहिए।
  • एलर्जी की समस्या वाले लोगों को जावित्री के सेवन से पहले डॉक्टर का परामर्श अवश्य ले लेना चाहिए।

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