परवल के फायदे और नुकसान ( Parwal ke fayde aur nuksan ) : परवल के फायदे और नुकसान या लाभ-हानि कई हैं। परवल एक सब्जी है, जिसे हरे आलू के नाम से भी जाना जाता है। परवल को अंग्रेजी में Pointed gourd (पॉइन्टड गुअर्ड) कहा जाता है और परवल की तासीर ठंडी होती है। परवल का उपयोग सब्जी से लेकर मिठाई बनाने तक किया जाता है। परवल का सेवन अच्छी सेहत के लिए लाभदायक होता है। परवल के साथ इसके छिलके और बीज का उपयोग भी फायदेमंद होता है।
परवल के फायदे और नुकसान (Advantages and disadvantages of Parwal in hindi)
आयुर्वेद के अनुसार, परवल का सेवन अच्छी सेहत के साथ कई शारीरिक समस्याओं को दूर कर, शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक होता है। लेकिन परवल का अधिक मात्रा में सेवन, कुछ शारीरिक समस्याओं का कारण बन सकता है। इसलिए परवल का सेवन करने से पहले, आइए विस्तार में जाने हमारे इस आर्टिकल से परवल के फायदे और नुकसान के बारे में।
परवल के अन्य भाषाओं में नाम
परवल को हिंदी में परवल, संस्कृत में राजीफल व पटोल, गुजराती में पटोल, तमिल में पुड़लै, बंगाली में पटोला व पाल्टा, मराठी में परवल, पंजाबी में पलवल और नेपाली में परवर व परवल कहा जाता है।
परवल के उत्पादक क्षेत्र
भारत में परवल की खेती मुख्य रूप से बिहार, पश्चिम बंगाल, पूर्वी उत्तर प्रदेश में की जाती है। इसके अलावा राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, आसाम और महाराष्ट्र में की जाती है।
परवल में पाए जाने वाले पोषक तत्व
परवल में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, फाइबर, मैग्नीशियम, पोटेशियम और फास्फोरस के साथ विटामिन-ए, विटामिन बी1, विटामिन बी2 और विटामिन-सी की भरपूर मात्रा पायी जाती है।
परवल के सेवन का तरीका
परवल की रसेदार सब्जी, आलू के साथ ड्राई सब्जी और परवल की मिठाई बनाकर सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा दक्षिण भारत में परवल का उपयोग सांभर बनाने के लिए किया जाता है। Parwal Benefits and Side Effects in Hindi.
परवल के फायदे (Benefits of Parwal in hindi)
- मधुमेह रोगियों के परवल का सेवन लाभदायक होता है। परवल में एंटी-डायबिटिक गुण पाए जाते हैं। जो रक्त में मौजूद शुगर के स्तर को कम करने में मदद करते है और मधुमेह रोग से बचाव करने में सहायक होता है। इसलिए कहा जा सकता है कि मधुमेह रोगियों के लिए परवल का सेवन लाभदायक हो सकता है।
- वजन को कम करने के लिए भी परवल का सेवन लाभदायक होता है। परवल में फाइबर की मात्रा पायी जाती है। फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन, पेट को लम्बे समय तक भरा हुआ रखने में सहायक होता है। इसके अलावा फाइबर अनियमित भूख को नियमित करने में सहायक होता है। जो वजन को कम करने में मदद कर सकता है।
- रक्त को साफ करने के लिए भी परवल का सेवन लाभदायक होता है। विशेषज्ञों के अनुसार, परवल में रक्त को शुद्ध करने गुण पाए जाते है। इसलिए कहा जा सकता है कि रक्त को साफ करने के लिए परवल का सेवन लाभदायक हो सकता है। शरीर को कई गंभीर बीमारियों से मुक्त रखने के लिए, शरीर में रक्त का शुद्ध होना जरुरी है।
- बढ़ती उम्र के असर को कम करने के लिए भी परवल का सेवन लाभदायक होता है। परवल में एंटी-ऑक्सीडेंट, विटामिन-ए और विटामिन-सी की उच्च मात्रा पायी जाती है। जो त्वचा के बढ़ती उम्र के असर को कम कर, त्वचा को ज्वां बनाये रखने में सहायक होती है। त्वचा को ज्वां बनाये रखने के लिए परवल का सेवन, अपने दैनिक आहार में शामिल कर सकते हैं।
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- शारीरिक दर्द को दूर करने के लिए परवल के बीज का उपयोग फायदेमंद होता है। शरीर के कसी भी अंग के दर्द को ठीक करने के लिए परवल के बीज को पीसकर लेप बना लें। इस लेप को दर्द वाले स्थान पर लगाने से दर्द में आराम मिलता है।
- पीलिया से पीड़ित रोगियों के लिए भी परवल का सेवन लाभदायक होता है। परवल के पत्तों का रस पीने से लिवर की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाया जा सकता है, जो पीलिया रोग की रोकथाम में अहम भूमिका निभाता है। इसके अलावा यह लिवर की बीमारियों से भी बचाव करने में सहायक होता है।
- पाचन स्वास्थ्य के लिए भी परवल का सेवन लाभदायक होता है। परवल में मौजूद फाइबर, पाचन के लिए प्रमुख घटक के रूप में कार्य करता है। जो पाचन में सुधार कर, पाचन तंत्र को मजबूत बनाये रखने में सहायक होता है। इसके अलावा यह कब्ज जैसी अन्य पेट समस्या से भी बचाव करने में सहायक होता है।
- रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए भी परवल का सेवन लाभदायक होता है। आयुर्वेद के अनुसार, परवल शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत कर, रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का कार्य करता है और शरीर को रोगों से लड़ने की क्षमता प्रदान करने में सहायक होता है। इसके अलावा परवल बुखार, खांसी, सर्दी, त्वचा संक्रमण और घाव के उपचार में लाभदायक होता है।
- शरीर में पौष्टिक तत्वों की कमी को पूरा करने के लिए परवल का सेवन लाभदायक होता है। परवल पौष्टिक सब्जियों में से एक है, जो शरीर में पोषक तत्वों की कमी को पूरा कर, शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक होती है। इसलिए अच्छी सेहत के लिए परवल का सेवन अपने दैनिक आहार में शामिल कर सकते है।
- कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने के परवल का सेवन लाभदायक होता है। परवल में एंटी हाइपरलिपिडेमिक (कोलेस्ट्रॉल को करने वाले) गुण पाए जाते है। इसके अलावा विशेषज्ञों के अनुसार परवल की अर्क, कोलेस्ट्रॉल की समस्या को कम करने में सहायक हो सकती है। इसलिए कहा जा सकता है कि कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने के लिए परवल का सेवन लाभदायक हो सकता है।
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परवल के नुकसान (Losses of Parwal in hindi)
- लो शुगर वाले लोगों को परवल के सेवन से बचना चाहिए। क्योंकि परवल में एंटी-हाइपरग्लाइसेमिक गुण पाए जाते है, रक्त में मौजूद शुगर को कम करने में सहायक होते है। इसलिए लो शुगर वाले लोगों को परवल के अत्यधिक सेवन से बचना चाहिए।
- कुछ लोगों परवल से एलर्जी भी हो सकती है। इसलिए किसी भी व्यक्ति को परवल के सेवन से किसी भी प्रकार के एलर्जी होती है, तो वह व्यक्ति परवल के सेवन से बचें।
- परवल का अधिक मात्रा में सेवन, दस्त का कारण बन सकता है।
- यदि कोई व्यक्ति किसी विशेष प्रकार की दवाओं का सेवन करता है, तो वह व्यक्ति परवल का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से राय लें।
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