बच्चेदानी में सूजन का घरेलू उपचार

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बच्चेदानी में सूजन के घरेलू उपचार ( Home remedies for Uterine swelling in hindi )

बच्चेदानी में सूजन का घरेलू उपचार ( bachedani me sujan ka gharelu upchar ) : बच्चेदानी में सूजन के घरेलू उपचार बहुत ही आसान हैं। बच्चेदानी में सूजन गर्भाशय में उत्पन्न ऐसी स्थिति है जिसमें गर्भाशय के भीतर संक्रमण की वजह से सूजन आ जाती है। बच्चेदानी में सूजन को एंडोमेट्राइटिस कहा जाता है जो महिलाओं में गर्भवती होने पर समस्या उत्पन्न करता है।

बच्चेदानी में सूजन आने पर यह गर्भाशय में भ्रूण ठहरने या उसके विकास में बाधा उत्पन्न करता है। बच्चेदानी में सूजन के डॉक्टरी इलाज होने के अलावा कई घरेलू उपचारों को भी अपनाया जाता है। बच्चेदानी में सूजन का घरेलू उपचार की पूरी जानकारी नीचे दी गयी है –

बच्चेदानी में सूजन के लक्षण

  1. पेट में सूजन
  2. ठंड लगना
  3. योनि में असामान्य रक्तस्राव
  4. कब्ज
  5. अत्यधिक थकान लगना
  6. बुखार
  7. पेट दर्द या पेल्विक
  8. मल त्याग में असुविधा होना

बच्चेदानी में सूजन के कारण

  1. यौन संचारित संक्रमण
  2. बैक्टीरिया
  3. प्रसव या गर्भपात
  4. पेल्विक प्रक्रिया
  5. श्रोणि सूजन का रोग
  6. गर्भाशय में बैक्टीरिया प्रभाव
  7. सिजेरियन डिलीवरी

बच्चेदानी में सूजन से होने वाले नुकसान

  1. बांझपन
  2. गर्भाशय में फोड़े होना
  3. सेप्सिस संक्रमण जैसे जानलेवा संक्रमण होना
  4. पेल्विक संक्रमण होने का खतरा

बच्चेदानी में सूजन के घरेलू उपचार ( Home remedies for Uterine swelling in hindi )

  • बच्चेदानी में सूजन को ठीक करने के लिए सौंठ और नीम का उपयोग किया जा सकता है, सौंठ और नीम में एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल जैसे गुण मौजूद होते है जिसके इस्तेमाल से बच्चेदानी में आने वाली सूजन को कम किया जा सकता है। सौंठ और नीम का काढ़ा पीने या सौंठ और नीम को योनि में लगाने से भी बच्चेदानी में सूजन की समस्या को दूर किया जा सकता है।
  • बादाम बच्चेदानी में सूजन को दूर करने में काफी असरदार होता है, बादाम में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते है जिसका उपयोग कई रोगों के उपचार के लिए किया जाता है। रोजाना रात को सोने से पहले बादाम को दूध में भिगो लें अब इन बादामों को सुबह उठकर खाने से बच्चेदानी में सूजन को कम किया जा सकता है।
  • बच्चेदानी में सूजन को कम करने के लिए हल्दी सहायक होती है, हल्दी में एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल और सूजनरोधी गुण पाए जाते है जिसका उपयोग कई रोगों के उपचार के साथ-साथ बच्चेदानी में सूजन के इलाज के लिए भी इस्तेमाल की जाता है। प्रतिदिन हल्दी वाला दूध पीने से बच्चेदानी में सूजन से बचा जा सकता है।
  • इलायची और सौंफ वाला दूध बच्चेदानी में सूजन के इलाज के लिए बहुत मददगार होता है, बहुत अधिक रक्तस्राव होने या पेट में सूजन आने की समस्या को दूर करने के लिए इलायची और सौंफ वाला दूध पीना फायदेमंद होता है। रोजाना इलायची और सौंफ वाला दूध पीने से बच्चेदानी में सूजन से बचा जा सकता है।
  • बच्चेदानी में सूजन के घरेलू उपचार के लिए अरंडी के पत्ते फायदेमंद होते है, अरंडी के पत्तों को पानी में उबालकर उसे अच्छी तरह छान लें छान लेने के बाद अब इस पानी को कॉटन की सहायता से मुँह के अंदर रखें। इस विधि को 4 से 5 दिन तक लगातार करने से बच्चेदानी में सूजन और संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है।
  • कासनी की जड़ बच्चेदानी में सूजन में राहत दिलाने में सहायक होती है, कासनी के साथ गुलबनफ्सा, वरियादि, गावजवां, तुख्म कसून और मुनक्के को मिलाकर इसे बारीक़ पीस लें। अब इस मिश्रण को रोजाना पानी के साथ पिए इससे बच्चेदानी में सूजन से राहत मिलती है।
  • चिरायता का उपयोग बच्चेदानी में सूजन को खत्म करने में काफी मददगार होती है, चिरायता एक प्रकार की आयुर्वेदिक औषधि है जिसमें मौजूद गुण गर्भाशय में सूजन के इलाज के लिए उपयोग की जाती है। पानी में भिगोए हुए चिरायते के पानी से योनि को धोए और इसके लेप को योनि पर लगाए ऐसा करने से बच्चेदानी में सूजन से छुटकारा पाया जा सकता है।

सावधानियां –

बच्चेदानी में सूजन के घरेलू उपचारों को अपनाने के लिए यह निर्धारित कर लें कि बच्चेदानी में सूजन है या नहीं। डॉक्टरी इलाज के चलने पर इन घरेलू और आयुर्वेदिक उपचारों को जरा भी न अपनाए इससे नुकसान हो सकता है।

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