चिरौंजी तेल के फायदे और नुकसान – Chironji Oil

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चिरौंजी तेल के फायदे और नुकसान

चिरौंजी तेल के फायदे और नुकसान ( Chironji tel ke fayde aur nuksan ) : चिरौंजी की ही तरह चिरौंजी तेल के फायदे और नुकसान कई होते हैं। चिरौंजी एक प्रकार का बीज है जिसका उपयोग आमतौर पर सूखे मेवे के रूप में किया जाता है। इसके अलावा कई व्यंजनों, मिठाई और तेल बनाने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। चिरौंजी को अंग्रेजी में (Charoli) कहते हैं और चिरौंजी की तासीर ठंडी होती है। चिरौंजी में कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो अच्छी सेहत के लिए लाभदायक होते हैं। जानें चिरौंजी के फायदे और नुकसान

चिरौंजी तेल के फायदे और नुकसान (Advantages and disadvantages of Chironji oil in hindi)

इसके अलावा बात करें चिरौंजी तेल कि तो, चिरौंजी के बीजों को पीसकर चिरौंजी तेल को तैयार किया जाता है। चिरौंजी में कई स्वास्थ्य लाभ पाए जाते हैं, जो कई शारीरिक समस्याओं के लक्षणों को कम कर, उनसे बचाव करने में मदद करते हैं और शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं।

लेकिन कई बार चिरौंजी तेल का अधिक मात्रा में उपयोग, कुछ शारीरिक समस्याओं कारण बन सकता है। इसलिए चिरौंजी तेल का उपयोग करने से पहले, आइए विस्तार में जाने हमारे इस आर्टिकल से चिरौंजी तेल के फायदे और नुकसान के बारे में।

अन्य भाषाओं में चिरौंजी के नाम

चिरौंजी को हिंदी में चिरौंजी, संस्कृत में प्रियाल, तापसप्रिय व चारक, गुजराती में चरोली, तमिल में मुडइमा, तेलुगु में सारापपु, मराठी में चरोली झाड, बंगाली में पियाल और पंजाबी में चिरोन्जी कहा जाता है।

चिरौंजी तेल में पाए जाने वाले पोषक तत्व

चिरौंजी तेल में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, एनर्जी, फास्फोरस, जिंक, फाइबर, आयरन, कॉपर, एल्युमीनियम, मैग्नीशियम और कैल्शियम जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं।

चिरौंजी तेल के उपयोग का तरीका

चिरौंजी तेल का उपयोग कई व्यंजनों को बनाने के लिए किया जा सकता है। इसके अलावा इसका उपयोग शारीरिक सूजन व दर्द को कम करने के लिए मालिश के रूप में किया जा सकता है और त्वचा और बालों पर लगाने के लिए भी चिरौंजी तेल का उपयोग किया जा सकता है।

चिरौंजी तेल के फायदे (Benefits of Chironji oil in hindi)

  • माइग्रेन के कारण होने वाले सिर दर्द से राहत पाने के लिए चिरौंजी तेल का उपयोग फायदेमंद हो सकता है। चिरौंजी में कई औषधीय गुण पाए जाने के साथ एनाल्जेसिक (दर्द को कम करने वाले) गुण भी पाए जाते हैं, जो सिरदर्द की समस्या से छुटकारा दिला सकते हैं। इसके लिए आप चिरौंजी तेल से सिर पर मालिश कर सकते हैं।
  • पाचन स्वास्थ्य के लिए चिरौंजी तेल का सेवन फायदेमंद हो सकता है। क्योंकि चिरौंजी तेल में लैक्सेटिव गुण पाए जाते हैं, जो पाचन में सुधार कर, पाचन तंत्र को मजबूत बनाए रखने में सहायक होते हैं। इसके अलावा यह कब्ज जैसी अन्य पेट समस्याओं को भी दूर करता है।
  • दस्त की समस्या में चिरौंजी के तेल से बने दलिये, खिचड़ी और ओट्स आदि का सेवन करना लाभदायक होता है। यह दस्त की समस्या से राहत दिलाने में मदद करता है। इसलिए कहा जा सकता है कि डायरिया से पीड़ित रोगियों के लिए चिरौंजी तेल फायदेमंद हो सकता है।
  • प्रजनन प्रणाली से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए चिरौंजी तेल काफी प्रभावशाली होता है। चिरौंजी में कामोद्दीपक गुण पाए जाते हैं, जो यौन और प्रजनन संबंधी समस्याओं जैसे शीघ्रपतन, नपुंसकता और कामेच्छा की हानि के इलाज में उपयोग किए जाते हैं। इसलिए चिरौंजी तेल यौन और प्रजनन संबंधी समस्याओं को दूर करने में सहायक होता है।

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  • बालों के स्वास्थ्य लिए चिरौंजी तेल का सेवन फायदेमंद हो सकता है। क्योंकि चिरौंजी में पाए जाने वाले पोषक तत्व, बालों को भरपूर पोषण प्रदान करने में सहायक होते है, जो बालों को झड़ने से रोकने व मजबूत बनाएं रखने में मदद करते हैं। इसके अलावा चिरौंजी तेल को बालों पर लगाने से यह बालों को काला करने में मदद करता है।
  • त्वचा स्वास्थ्य के चिरौंजी तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं, यह त्वचा संक्रमण को रोकने में मदद करता है। इसके अलावा चिरौंजी तेल को त्वचा पर लगाने से दाग-धब्‍बे, मुंहासे और खुजली की समस्या को दूर किया जा सकता है।
  • गठिया रोग से पीड़ित रोगियों के लिए चिरौंजी तेल से मालिश करना लाभदायक होता है। चिरौंजी तेल में एनाल्जेसिक (दर्द को कम करने वाले) और एंटी-इंफ्लेमेटरी (सूजन को कम करने वाले) गुण पाए जाते हैं। जो गठिया में होने वाले दर्द और सूजन को करने में मदद करते है।
  • श्वसन से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए आप चिरौंजी तेल का उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए आप चिरौंजी तेल को गर्म पानी में मिलाकर भाप लें। यह श्वसन की कार्यप्रणाली को बेहतरीन करता है, जिससे सांस की परेशानी दूर हो जाती है। इसके अलावा यह सर्दी जुकाम को ठीक करने में मदद करता है।

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चिरौंजी तेल के नुकसान (Losses of Chironji oil in hindi)

  • गर्भवती व स्तनपान कराने वाली महिलाएं चिरौंजी तेल का सेवन करने से पहले, अपने डॉक्टर से सलाह लें।
  • चिरौंजी तेल का अत्यधिक मात्रा में सेवन, दस्त का कारण बन सकता है। यह चिरौंजी तेल में मौजूद फाइबर की अधिक मात्रा के कारण होता है।
  • कुछ लोगों को चिरौंजी तेल से एलर्जी भी हो सकती है, इसलिए किसी भी व्यक्ति को चिरौंजी तेल से किसी भी प्रकार की एलर्जी होती है तो वह व्यक्ति चिरौंजी तेल का उपयोग करने से बचें।
  • अगर कोई व्यक्ति किसी विशेष प्रकार की दवाओं का सेवन करता है, तो वह व्यक्ति चिरौंजी तेल का सेवन करने से पहले, अपने डॉक्टर से सलाह लें।
  • चिरौंजी तेल का मौखिक रूप से सेवन, अत्यधिक पेशाब की समस्या का कारण बन सकता है।

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