माइग्रेन के नुकसान, कारण, लक्षण और बचाव के उपाय

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माइग्रेन के नुकसान, कारण, लक्षण और बचाव के उपाय

माइग्रेन के नुकसान ( Migraine ke nuksan ) : माइग्रेन के नुकसान, कारण, लक्षण और बचाव के उपाय यहाँ बताये गए हैं। माइग्रेन सिरदर्द की एक बहुत गंभीर समस्या है जो मस्तिष्क पर तंत्रिका तंत्र विकार के कारण उत्पन्न होती है। माइग्रेन एक ऐसी समस्या है जिसमें सिर के एक भाग में बार-बार और बहुत तेज सिरदर्द होता है।

माइग्रेन के सामान्य लक्षण उल्टी आना, मतली होना, प्रकाश और ध्वनि के प्रति संवेदनशीलता का बढ़ना है। माइग्रेन को अधिकांशतः आनुवांशिक रोग माना जाता है परन्तु कुछ स्थिति में इसका कारण संतुलित खाद्य पदार्थों की कमी व अन्य कारण भी होते है।

माइग्रेन होने के कारण ( Causes of Migraine in hindi )

  • माइग्रेन हार्मोन्स में असंतुलन पैदा होने के कारण हो सकता है, माइग्रेन की समस्या अधिकांशतः महिलाओं में देखी जाती है। महिलाओं में पीरियड्स से पहले और पीरियड्स के दौरान तेज सिरदर्द जैसे लक्षण देखे जाते है जिसमें तेज सिरदर्द, मतली और उल्टी जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है।
  • माइग्रेन का कारण संतुलित आहार में कमी होना भी हो सकता है, वर्तमान में लोग स्वाद को अधिक महत्व देके अपने भोजन में असंतुलित खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन कर रहे है जिसकी वजह से वे न केवल शारीरिक बल्कि कई मानसिक बीमारियों से भी ग्रसित हो रहे है। अपने आहार में बियर, चॉकलेट, मोनोसोडियम ग्लूटामेट, कैफीन, पनीर और एस्पार्टेम जैसे तत्वों को लेने से कई मानसिक रोग उत्पन्न हो जाते है जिनमें से माइग्रेन भी एक है।
  • माइग्रेन का कारण अधिक शारीरिक एवं मानसिक श्रम करना हो सकता है, अधिक शारीरिक एवं मानसिक श्रम करने से बहुत अधिक थकान और कमजोरी हो जाती है जिसमें सिरदर्द होना एक आम बात है। अतः सिरदर्द अधिक या बार- बार होने से माइग्रेन की समस्या उत्पन्न हो जाती है जिसकी वजह से माइग्रेन की अन्य समस्याएं भी उत्पन्न हो जाती है।
  • माइग्रेन का कारण मौसम में बदलाव होना भी है, अधिक गर्मी वाले क्षेत्रों या अधिक ठंड वाले क्षेत्रों में माइग्रेन की समस्या उत्पन्न हो सकती है। इसके अलावा सोने या जागने के समय में परिवर्तन के कारण भी माइग्रेन की समस्या हो सकती है।
  • माइग्रेन तेज धूप में रहने वाले लोगों को हो सकती है, तेज धूप की वजह से आँखों में चिलमिलाहट होने के कारण माइग्रेन हो सकता है। इसके अलावा तेज खुशबू, तेज आवाज, बदबू आदि के प्रभाव में आने से भी माइग्रेन की समस्या उत्पन्न हो सकती है।

माइग्रेन के लक्षण ( Symptoms of Migraine in hindi )

यद्यपि सिरदर्द होना एक सामान्य लक्षण है परन्तु यह जानना बेहद जरुरी होता है कि यह दर्द सामान्य है या माइग्रेन है। माइग्रेन की पहचान ऑरा से की जाती है, ऑरा (विजुअल डिस्टर्बेंस) एक दृष्टि संबंधी परेशानी है जिसमें रोगी को रुक रूककर और टेढ़ी-मेढ़ी चमकीली रोशनी दिखाई जाती है, जिसके लक्षणों से यह पता लगाया जाता है कि रोगी को माइग्रेन है या नहीं।

माइग्रेन के अन्य लक्षण सिर के एक हिस्से में दर्द होना, आँखों में काले घेरे होना, चिड़चिड़ापन और जल्द ही गुस्सा होना है। माइग्रेन में होने वाला सिरदर्द कुछ घंटों या दो से तीन दिन तक हो सकता है जिसमें अधिक प्रकाश और तेज आवाज सुनने में परेशानी होती है। माइग्रेन में होने वाले लक्षण अन्य समस्याओं के भी हो सकते है इसीलिए यह सुनिश्चित करें की आपको माइग्रेन है या कोई अन्य परेशानी है।

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माइग्रेन से बचाव के उपाय (Prevention tips for migraine in hindi)

  1. माइग्रेन की समस्या से बचने या माइग्रेन में होने वाली समस्याओं को दूर करने के लिए अपने शरीर के तापमान का विशेष ध्यान दें। शरीर के तापमान को संतुलित रखने के लिए यदि आप ठंडे में है तो खुद को अधिक एकदम अधिक गर्मी में आने से रोके। इसके अलावा शरीर का तापमान अधिक होने पर शरीर को जल्द ठंडा करने की कोशिश में ठंडा पानी, कोल्ड ड्रिंक आदि पीने से बचे।
  2. माइग्रेन से बचने के लिए अधिक धूप के संपर्क में न रहे इससे यह समस्या बढ़ सकती है। इसके अलावा माइग्रेन के रोगियों को अधिक मिर्च – मसाले व नमक वाला खाना खाने से भी परहेज करना चाहिए।
  3. माइग्रेन से बचने के उपायों में अपने शरीर में पानी की मात्रा में वृद्धि करना बेहद जरुरी होता है। शरीर में पानी की कमी को पूरा करने के लिए रोजाना 8 से 10 नॉर्मल पानी व खूब तरल पेय पदार्थ जैसे नारियल पानी, जूस आदि पीए यह माइग्रेन की समस्या को कम करने का सबसे अच्छा उपाय माना जाता है।
  4. माइग्रेन की समस्या से बचने के लिए योग करना बेहद फायदेमंद होता है। माइग्रेन के रोगियों को बालासन, सेतुबंध सर्वांगासन, उत्तानासन और हलासन जैसे योगासन करने चाहिए, अधिक श्रम वाले योग करना इनके लिए नुकसानदायक हो सकते है।
  5. माइग्रेन की समस्या से सुरक्षित रहने के लिए संतुलित और पौष्टिक तत्वों से भरपूर भोजन करना चाहिए। अपने भोजन में सब्जियां व फलों को शामिल करें और चाय, कॉफी, कोल्ड ड्रिंक, चॉकलेट, ऐल्कोहोल व कैफीन का जरा भी सेवन करने से बचें।
  6. माइग्रेन से सुरक्षित रहने के लिए रोजाना सुबह और शाम के समय टहलने जाए इससे आपको काफी अच्छा महसूस होगा। इसके अलावा टहलते समय या किसी भी समय हल्की आवाज में गाने सुने जिससे आपके मस्तिष्क को अच्छा महसूस हो जो माइग्रेन को उत्पन्न नहीं होने देगा।

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Sumit Raghav
Sumit Raghav
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