रागी के फायदे और नुकसान – Finger Millet Benefits

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रागी के फायदे और नुकसान - Finger Millet

रागी के फायदे और नुकसान (ragi ke fayde aur nuksan) : रागी के फायदे और नुकसान, लाभ-हानि कई होते हैं। रागी एक मोटा अनाज है जो अफ्रीका और एशिया के शुष्क क्षेत्रों में उगाया जाता है। यह हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसमें ढेरों पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं जो हमें ऊर्जा प्रदान करते हैं। यह भारत में विभिन्न नामों से जाना जाता है। भारत के अलग-अलग क्षेत्रों में रागी को मड़ुआ, नागली, नाचनी एवं मारवा के नाम से पुकारा जाता है। रागी की तासीर कैसी होती है ? रागी की तासीर ठंडी होती है।

रागी एक फाइबर युक्त भोजन है जिसमें एमिनो एसिड एवं प्रोटीन की भरपूर मात्रा पायी जाती है। इसमें फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फैट, फास्फोरस, कैल्शियम, कैरोटीन के साथ-साथ आयोडीन की भी पर्याप्त मात्रा पायी जाती है। Advantages and disadvantages of ragi (Finger millet) in hindi.

रागी के फायदे और नुकसान (Advantages and disadvantages of ragi (Finger millet) in hindi)

रागी के आटे में मक्का और चावल के आटे से 40 प्रतिशत अधिक कैल्शियम की मात्रा पाया जाता है। वैसे तो यह हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है लेकिन इसके अत्यधिक सेवन से हमारे शरीर पर कुछ दुष्प्रभाव भी पड़ सकते हैं इसीलिए इसका सही ढंग से सेवन करना अत्यंत आवश्यक है। Benefits and losses of ragi in hindi.

रागी के फायदे (Benefits of ragi in hindi)

  • रागी खाने से हमारी पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है। इसमें उच्च फाइबर पाए जाते हैं जिसकी सहायता से हम कब्ज जैसी समस्या से दूर रहते हैं। यह हमारी पाचन क्रिया में सुधार करता है जिससे हम पेट संबंधी अन्य बीमारियों के खतरे से बचे रह सकते हैं।
  • रागी के सेवन से हमारी हड्डियां मजबूत बने रहती हैं। इसमें कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा पायी है जो हमारी हड्डियों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसके नियमित सेवन से हड्डियों के रोगों का खतरा कम हो जाता है। यह हमारे शरीर में हड्डियों को विकसित कर उनके घनत्व को बढ़ाता है जिससे हमारे दांत सुरक्षित रहते हैं।
  • रागी के आटे का नियमित सेवन करने से मोटापे की समस्या से छुटकारा मिलता है। इसमें प्रोसेस्ड फैट बहुत कम होता है जिसके कारण इसकी बनी रोटी खाने से हमारे शरीर में पोषक तत्वों की कमी पूरी होती है। इसे वजन घटाने के लिए सर्वश्रेष्ठ आहार माना जाता है क्योंकि इसमें ट्रिप्टोन नामक अमीनो एसिड पाया जाता है जो हमारी भूख को कम करने का कार्य करता है और जिससे हमें वजन घटाने में आसानी होती है।
  • रागी के नियमित सेवन से मधुमेह जैसी बीमारियों के खतरे को कम किया जा सकता है। यह हमारे शरीर में इन्सुलिन के निर्माण की प्रक्रिया में वृद्धि लाता है जिससे हमारे शरीर का शुगर लेवल नियंत्रित रहता है। प्रतिदिन रागी खाने से मधुमेह के रोगियों को बहुत फायदा मिलता है।
  • रागी के सेवन से हमारे शरीर में रक्त की मात्रा में वृद्धि होती है। इसमें विटामिन C पाया जाता है जो हमारे शरीर में आयरन को अवशोषित करने में मदद करता है। इसके अलावा ये हमारे शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में एक अहम् भूमिका निभाता है जिससे हमारे शरीर में रक्त की कमी नहीं होती।
  • रागी को अपने डेली डाइट में शामिल करने से हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रित रहता है। इसमें थ्रेओनीन एमिनो एसिड पाया जाता है जो हमारे लिवर में अतिरिक्त फैट को जमा होने से रोकता है जिसके कारण हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहता है। इसके अलावा ये हार्ट अटैक के खतरे को भी कम करने में बेहद कारगर माना जाता है।
  • रागी के सेवन से हम त्वचा संबंधी समस्याओं से बचे रह सकते हैं। इसमें विटामिन D प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो हमें जवां दिखने में बेहद मददगार होता है। यह हमें त्वचा संबंधी संक्रमण के खतरे से भी बचाता है। इसके सेवन से हमारी त्वचा के सेल्स स्वस्थ रहते हैं जिससे हमारी त्वचा का ग्लो बना रहता है।

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रागी के नुकसान (Losses of ragi in hindi)

  • रागी के अत्यधिक सेवन से थायराइड जैसी समस्या उत्पन्न हो सकती है। इसमें गोईट्रोजेन नामक घटक पाया जाता है जिसकी मात्रा अधिक हो जाने से थायराइड की समस्या में वृद्धि हो सकती है।
  • रागी का अधिक मात्रा में सेवन करने से किडनी में पथरी की समस्या हो सकती है। इसमें कैल्शियम की मात्रा मौजूद होती है जिससे हमारे शरीर में ऑक्सेलिक एसिड की मात्रा बढ़ सकती है। ऐसे में पथरी की समस्या से जूझ रहे लोगों को रागी के अत्यधिक सेवन से बचना चाहिए।

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