महिलाओं में मोटापे के कारण और उपाय

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महिलाओं में मोटापे के कारण और उपाय

महिलाओं में मोटापे के कारण और उपाय ( mahilaon men motape ke karan aur upay ) : इन दिनों मोटापा एक आम समस्या हो गयी हैं। लगभग हर घर में कोई ना कोई व्यक्ति मोटापे की बीमारी से ग्रस्त हैं। लेकिन पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में मोटापे की समस्या तेज़ी से बढ़ती नजर आ रही है।

कई बार अधिक मोटापा आपको शर्मिंदा भी कर सकता हैं। मोटापा शर्मिंदगी का कारण ही नहीं बल्कि कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण भी बन सकता है। जैसे टाइप 2 डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, अवसाद, ओस्टियोआर्थराइटिस, श्वसन समस्याएं और प्रजनन संबंधी समस्याएं आदि।

आमतौर पर जब व्यक्ति के शरीर में कैलोरी की मात्रा कम नहीं होती है, तो मोटापा अपने आप बढ़ने लगता है। अधिक मोटापा होने पर व्यक्ति की कार्य क्षमता धीमी होने लगती है।

महिलाओं में मोटापे के कई कारण हो सकते हैं जैसे गलत खान-पान और रहन-सहन, गर्भावस्था, दवाओं का साइड इफेक्ट, अनुवांशिक कारण, महिलाओं की चयापचय प्रणाली का धीमी गति से कार्य करना, नींद पूरी न लेना और अधिक देर तक सोना दोनों ही मोटापे का कारण बन सकते है। इसके अलावा कई बीमारियों का संकेत भी मोटापे का कारण हो सकता है।

मोटापे के दौरान कई लक्षण देखने को मिलते हैं जैसे छोटे-छोटे काम करने में सांस फूलना तथा पसीना आना, थोड़ा सा चलने पर सांस तेजी से चलना, शरीर के अलग-अलग हिस्सों में सूजन आना, शरीर के विभिन्न भागों में वसा जमना आदि।

इसके अलावा कई बार मानसिक और मनोवैज्ञानिक लक्षण जैसे आत्मसम्मान और आत्मविश्वास में कमी नजर आना जैसे लक्षण देखे जा सकते हैं लेकिन क्या आप जानते है, खान-पान और रहन सहन में बदलाव कर, मोटापे की समस्या से बचा जा सकता है।

इसके अलावा मोटापे को दूर करने के कई घरेलू उपाय हैं, जिनका उपयोग कर आप मोटापे की समस्या से छुटकारा पा सकते है। आइए विस्तार में जाने हमारे इस आर्टिकल से महिलाओं में मोटापे के कारण और उपाय के बारे में।

महिलाओं में मोटापे के कारण ( mahilaon mein motapa ke karan )

  • खान-पान की गलत आदतें, मोटापे का सबसे बड़ा कारण है। जो महिलाएं जंक फूड का अधिक सेवन करती है, उन महिलाओं में मोटापा तेज़ी बढ़ता है।
  • कुछ महिलाओं की चयापचय प्रणाली काफी धीमी गति से कार्य करती है, उन महिलाओं का मोटा होना अक्सर तय होता है।
  • नींद पूरी न लेने के कारण हार्मोन में परिवर्तन हो सकता हैं। जिससे कई बार भूख जरुरत से ज़्यादा बढ़ जाती है, जो मोटापे का कारण बन सकती है। इसके अलावा ज्यादा सोना भी मोटापे का कारण बन सकता है।
  • कुछ विशेष प्रकार की दवाओं का सेवन भी मोटापे का कारण बन सकता है। जैसे अर्थराइटिस दवाओं के सेवन से भी शरीर की सक्रियता कम होने लगती है जिस कारण मोटापा बढ़ाने लगता है।
  • कुछ महिलाएं बिल्कुल भी सक्रिय नहीं होती है, जिस कारण उन महिलाओं की चर्बी जमा होने लगती है, जो मोटापे का कारण बनती है।
  • महिलाओं में मोटापे का एक अहम कारण अनुवांशिकता भी हो सकता है। कुछ महिलाएं जन्म से ही मोटापे का शिकार हो सकती है।
  • बढ़ती उम्र के साथ महिलाओं के हार्मोन में भी परिवर्तन होने लगते है और जीवन शैली में कम सक्रियता होने लगती है, जिस कारण मोटापा बढ़ने लगता है।
  • जो महिलाएं स्‍ट्रेस, डिप्रेशन और गुस्‍सा ज्यादा करती है, उन महिलाओं के शरीर में कोर्टिसोल (एक प्रकार का हार्मोन) लेवल बढ़ने लगता है। जिस कारण बार बार भूख लगती है, जो वजन बढ़ने या मोटापे का कारण बन सकता है।
  • गर्भावस्था भी महिलाओं में मोटापे का एक अहम कारण है। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं का वजन बढ़ने लगता है और कई बार यह वजन प्रसव होने के बाद भी कम नहीं होता।
  • कुछ महिलाएं बहुत ज्यादा मीठी चीजों का सेवन करती हैं, जो मोटापे का कारण बन सकता है।
  • महिलाओं में मासिक-धर्म एक समय बाद हमेशा के लिए बंद हो जाते है। इस कारण भी कई बार मोटापा बढ़ने लगता है।
  • कुछ शारीरिक बीमारियां जैसे शुगर, थायराइड और अस्थमा आदि बीमारियों के कारण भी वजन बढ़ाने लगता है।

मोटापे से बचाव के लिए इन विशेष बातों का ध्यान दें-

  • संतुलित आहार का सेवन करें और कम वसा वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
  • रोजाना सुबह जल्दी उठकर सैर पर जाएं और नियमित रूप से सुबह-शाम व्यायाम करें।
  • रात को सोने से कम से कम दो घंटे पहले भोजन करें।
  • जंक फूड का सेवन करने से बचें। इसके अलावा मैदा, चावल और चीनी का उपयोग खाने में कम करें।
  • एक साथ अधिक या ज्यादा खाना खाने से बचें। इसकी जगह थोड़ी-थोड़ी देर में कुछ सुपाच्य एवं हल्के भोजन का सेवन करें।
  • रोजाना सुबह-शाम, एक गिलास गर्म पानी का सेवन करें। यह शरीर की अतिरिक्त चर्बी को कम करता है।
  • कम सोना और ज्यादा सोना दोनों ही वजन बढ़ने का अहम कारण है इसलिए चर्बी को कम करने के लिए नींद का पूरा होना बेहद जरूरी है। कहा जाता है कि अगर आप 7-8 घंटे पूरी नींद लेकर सोते हैं, तो आपका पाचन तंत्र अच्छे से काम करता है, जिस कारण भोजन आसानी से पच जाता है।
  • वजन कम करने के लिए भोजन कभी न छोड़ें, इसकी बजाय संतुलित आहार का सेवन करें। संतुलित आहार का सेवन करने से वजन नहीं बढ़ता और शरीर स्वस्थ रहता है।

मोटापा घटाने या वजन कम करने के घरेलू उपाय

ग्रीन टी

वजन को कम करने के लिए ग्रीन टी का सेवन किया जा सकता है। ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो अतिरिक्त चर्बी को घटाने में काफी मदद करते है। वजन को कम करने के लिए आप एक दिन में कम से कम एक कप ग्रीन टी का सेवन जरूर करें। जानें ग्रीन टी के फायदे और नुकसान

त्रिफला चूर्ण 

वजन कम करने के लिए त्रिफला चूर्ण का सेवन फायदेमंद होता है। इसके लिए आप रात को सोने से पहले एक चम्मच त्रिफला चूर्ण को हल्के गर्म पानी में भिगोकर रख दें और सुबह इस पानी को छानकर इसमें शहद मिलाकर सेवन करें। ऐसा नियमित रूप से करने पर मोटापा एक महीने के अंदर काफी कम हो जाएगा। जानें त्रिफला चूर्ण के फायदे और नुकसान – Triphala Powder

हल्दी

हल्दी में विटामीन बी, विटामिन-सी, पौटेशियम, आयरन, ओमेगा- 3 फैटी एसिड और फाइबर आदि की प्रचुर मात्रा में पायी जाती है। जो अतिरिक्त चर्बी को घटाने में मदद करती है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक होती है। इसके लिए आप भोजन में हल्दी का इस्तेमाल करें। जानें हल्दी के फायदे और नुकसान – Turmeric

सेब का सिरका

सेब के सिरके में फाइबर की उच्च मात्रा पायी जाती हैं, जो पेट को लम्बे समय तक भरा हुआ रखने में मदद करती है और अनियमित भूख को नियमित करने में सहायक होती है, जो वजन को कम करने में मदद कर सकती है। इसके अलावा यह लिवर में जमे फैट को घटाने में मदद करता है। इसके लिए आप रोजाना सुबह एक गिलास पानी में एक चम्मच सेब का सिरका और एक चम्मच नींबू का रस मिलाकर सेवन करें। जानें सेब के सिरके (एप्पल साइडर विनेगर) के फायदे और नुकसान

पत्ता गोभी

पत्ता गोभी में पाए जाने वाला टार्टरिक अम्ल, शरीर में मौजूद कार्बोहाइड्रेट को वसा में परिवर्तित नहीं होने देता है इसलिए पत्तागोभी वजन को कम करने में सहायक होती है। इसके लिए आप भोजन में पत्तागोभी का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें। इसके अलावा इसे उबालकर या सलाद के रूप में प्रयोग कर सकते है। जानें पत्ता गोभी के फायदे और नुकसान – Cabbage benefits

पपीता

पपीते में विटामिन-सी के साथ कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर में जमे फैट को कम कर, वजन को कम करने में मदद करते है। इसके लिए आप रोजाना पपीते का सेवन करें, यह शरीर में जमे फैट को कम करेगा और मोटापे को दूर करने में सहायक होगा। जानें पपीता खाने के फायदे और नुकसान – Papaya

इलायची

इलायची में पोटेशियम, मैग्नीशियम, विटामिन बी1, विटामिन बी6 और विटामिन-सी जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर में जमे फैट को कम कर, वजन को कम करने में मदद करते है और शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक होते है। इसके लिए आपको रोजाना रात को सोते समय दो इलायची का सेवन करने के बाद गर्म पानी पीना है, यह वजन को कम करने में मदद करेगा। जानें इलायची खाने के फायदे और नुकसान – Cardamom

नींबू और शहद

वजन को कम करने के लिए नींबू और शहद आपकी मदद कर सकते है। इसके लिए आपको एक गिलास पानी में आधा नींबू, एक चम्मच शहद और एक चुटकी काली मिर्च पाउडर डालकर सेवन करना है। नींबू में मौजूद विटामिन-सी शरीर से विषाक्त तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है, जो वजन को कम करने में सहायक होता है। जानें नींबू और शहद के फायदे

पुदीना

पुदीना की पत्तियों का सेवन चयापचय क्रिया को बढ़ाकर, वजन घटाने में मदद करता है। वजन को कम करने के लिए आप पुदीना की पत्तियों के रस की कुछ बूँद को गुनगुने पानी में मिलाएँ। इस पेय का सेवन नियमित रूप से रोजाना खाना खाने के 30 मिनट बाद करें। जानें पुदीना के फायदे और नुकसान – Peppermint Benefits

आंवला

आंवला में विटामिन-सी की उच्च पायी जाती हैं, जो शरीर में एंटी-ऑक्सीडेंट के रूप कार्य करती है और शरीर से विषाक्त तत्वों को बाहर निकालने में मदद करती है। इसके अलावा आंवला का सेवन मेटाबॉलिज्म बढ़ाने और कैलोरी बर्न करने में मदद करता है, जो वजन को कम करने में सहायक होता है। जानें आंवला खाने के फायदे और नुकसान – Amla

आवश्यक सूचना

अगर कोई व्यक्ति बहुत अधिक मोटा है और उस व्यक्ति का वजन आहार में सुधार करने के बाद, व्यायाम करने के बाद और वजन कम करने वाली दवाओं का सेवन करने के बाद भी वजन कम नहीं होता है। तो वह व्यक्ति डॉक्टर से संपर्क कर, वजन घटाने वाली सर्जरी का सहारा ले सकता है। यह सर्जरी बहुत अधिक मोटे लोगों के लिए जीवन रक्षक एवं जीवन में बदलाव लाने वाली होती है।

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